हम ज़ायोनिस्टों को इस बड़े जुर्म के बाद जो उन्होंने अंजाम दिया है, बच कर नहीं जाने देंगे। यक़ीनन इस्लामी जम्हूरिया ईरान की आर्म्ड फ़ोर्सेज़ इस ख़बीस ज़ायोनी दुश्मन पर भारी वार करेंगी।
इमाम ख़ामेनेई
13 जून 2025
आज इस घमंडी, जाहिल और धर्मांधी ने मुक़ाबले के ऐसे मैदान में क़दम रखा है जिसमें उसकी क़ब्र खुदी हुयी है। पूरी क़ौम तैयार है, हम सब ल़ड़ेंगे। हम बड़ी ताक़तों पर क्षेत्रीय स्तर पर फ़तह हासिल करने के लिए बढ़ने वाले हैं। यह जंग हमारे लिए, एक मुक़द्दस और मुबारक जंग है।
वे अमरीकी जो इस इलाक़े को पहचानते हैं, जानते हैं कि इस मामले में अमरीका का कूदना, सौ फ़ीसदी उसके नुक़सान में है। इस मामले में जो नुक़सान उसे पहुंचेगा, वह ईरान को संभवतः पहुंचने वाले नुक़सान से ज़्यादा होगा। इस मैदान में कूदने पर, इस मैदान में सैनिक हस्तक्षेप करने पर अमरीका को पहुंचने वाला नुक़सान, ऐसा होगा जिसकी निश्चित तौर पर वह भरपाई नहीं कर पाएगा।
इमाम ख़ामेनेई
18 जून 2025
बे नामे नामीये हैदर नबर्द आग़ाज़ मी गर्दद
अली (अ.स.) बा ज़ुल्फ़ेक़ारे ख़ुद बे ख़ैबर बाज़ मी गर्दद
हैदर (अ.स.) के महान नाम से जंग शुरू होगी
अली अपनी ज़ुल्फ़ेक़ार के साथ ख़ैबर में लौटेंगे
आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने बुधवार 18 जून 2025 को अपने एक टीवी पैग़ाम में ज़ायोनी दुश्मन के हालिया मूर्खतापूर्ण और घटिया हमले के सिलसिले में ईरानी क़ौम के वीरता, वक़्त की समझ और शानदार रवैये को सराहते हुए इसे क़ौम की परिपक्वता, तर्क और अध्यात्म की मज़बूती की निशानी बताया। उन्होंने कहा कि ईरानी क़ौम, जिस तरह थोपी गयी जंग के मुक़ाबले में मज़बूती से डट जाती है उसी तरह वह थोपी गयी सुलह के ख़िलाफ़ भी डट जाएगी और यह क़ौम, अपने फ़ैसले थोपने वालों में से किसी के भी सामने नहीं झुकेगी।
यह वही चीज़ है जिसके बारे में दसियों साल पहले, ज़ायोनी हुकूमत के मुख्य संस्थापकों में से एक और इस हुकूमत के प्रधान मंत्री बिन गोरियन ने उसने कहा था कि जब भी हमारी डिटेरन्स ताक़त ख़त्म हो जाएगी, हमारी हुकूमत बिखर जाएगी।
इमाम ख़ामेनेई
22 अप्रैल 2023
यक़ीनन इस्लामी जम्हूरिया ईरान की आर्म्ड फ़ोर्सेज़ इस ख़बीस ज़ायोनी दुश्मन पर भारी वार करेंगी। क़ौम हमारे सपोर्ट के लिए खड़ी है, आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के समर्थन में खड़ी है, और इन्शाअल्लाह इस्लामी जम्हूरिया, ज़ायोनिस्ट रेजीम पर ग़ालिब आएगी।
इमाम ख़ामेनेई
13 जून 2025
दुश्मन के मुक़ाबले में चेतना के मामले में भी चरम सीमा पर हैं। हज़रत अली अलैहिस्सलाम कहते हैं कि “और जो सो गया तो उससे कोई ग़फ़लत नहीं करेगा” अगर तुम्हें दुश्मन की लोरी से नींद आ गयी तो जान लो इसका यह मतलब नहीं कि दुश्मन भी सो गया होगा, वह जाग रहा है।
इमाम ख़ामेनेई
25 जून 2024
हम ज़ायोनिस्टों को इस बड़े जुर्म के बाद जो उन्होंने अंजाम दिया है, बच कर नहीं जाने देंगे। यक़ीनन इस्लामी जम्हूरिया ईरान की आर्म्ड फ़ोर्सेज़ इस ख़बीस ज़ायोनी दुश्मन पर भारी वार करेंगी।
ज़ायोनिस्ट रेजीम ने बड़ी ग़लती कर दी, भारी भूल कर दी, हिमाक़त कर दी, जिस का ख़मियाज़ा, अल्लाह की तौफ़ीक़ से उसे तबाह कर देगा...
अल्लाह की इजाज़त से इस्लामी जम्हूरिया, ज़ायोनिस्ट रेजीम पर ग़ालिब आएगी।
इमाम ख़ामेनेई
13 जून 2025
आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने ईदुल अज़हा और ईदे ग़दीरे ख़ुम के मौक़े पर न्यायपालिका प्रमुख के उस प्रस्ताव को मंज़ूरी दी जिसमें अदालत से सज़ा पाने वालों में से कुछ लोगों की सज़ाओं को माफ़ या कम करने की बात कही गयी थी।
मेजर जनरल अमीर अली हाजीज़ादे की शहादत के बाद, आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के सुप्रीम कमांडर आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने एक आदेश जारी कर ब्रिगेडियर सैयद मजीद मूसवी को आईआरजीसी की एरोस्पेस फ़ोर्स का कमांडर नियुक्त किया है।
इस्लामी क्रांति के नेता और आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के सुप्रीम कमांडर आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने जनरल मोहम्मद हुसैन बाक़ेरी की शहादत के बाद एक आदेश जारी करके जनरल सैय्यद अब्दुल-रहीम मूसवी को आर्म्ड फ़ोर्सेज़ का चीफ़ ऑफ़ जनरल स्टाफ़ नियुक्त किया है।
इस्लामी इन्क़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामनेई ने मेजर जनरल हुसैन सलामी की शहादत के बाद एक हुक्मनामा जारी करते हुए जनरल मुहम्मद पाकपूर को सेपाहे पासदाराने इन्क़ेलाब आईआरजीसी का नया कमांडर नियुक्त किया है।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने मेजर जनरल ग़ुलाम अली रशीद की शहादत के बाद, एक आदेश जारी करते हुए मेजर जनरल अली शादमानी को ख़ातेमुल अंबिया सेंट्रल हेडक्वार्टर्ज़ का कमांडर नियुक्त किया।
ज़ायोनिस्ट रेजीम ने आज सुबह अपने पलीद और ख़ून-आलूद हाथ से हमारे प्यारे मुल्क में एक और संगीन जुर्म अंजाम दिया और अपनी पस्त फ़ितरत को रिहाइशी इलाक़ों पर हमला कर के पहले से ज़्यादा बे-नक़ाब कर दिया।
इमाम ख़ामेनेई
13 जून 2025
सिपाहे पासदाराने इंक़ेलाब आईआरजीसी के कमांडर इन्चीफ़ का रहबर-ए इंक़ेलाब के नाम ख़त:
सिपाहे पासदाराने इंक़ेलाब आईआरजीसी के कमांडर इन्चीफ़ ने रहबर-ए इंक़ेलाब के नाम ख़त में जल्द ही ज़ालिम और नाजाइज़ ज़ायोनिस्ट हुकूमत को एक दर्दनाक और विनाशकारी अंजाम से दोचार करने का अहद किया है।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का ईरानी क़ौम से टेलिवीजन पर ख़ेताबः
ग़दीर का अर्थ, इलाही व इस्लामी शासन के सिलसिले को जारी रखना है ताकि यह शासन इमामत की मदद से विकसित इस्लामी जीवन शैली के आदर्श पेश करने का सिलसिला जारी रखे।
इमाम ख़ामेनेई
25 जून 2024
ईरानी संसद मजलिसे शूराए इस्लामी के स्पीकर और सदस्यों ने 11 जून 2025 की सुबह तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की।
सचमुच हमारी क़ौम अटल इरादे की मालिक क़ौम है, क्या आप किसी ऐसी क़ौम को जानते हैं जो उन ताक़तों के मुक़ाबले में जो दूसरों पर अपना हुक्म चला रही हैं, डट जाए, सीना तान कर खड़ी हो जाए और पूरी दृढ़ता से और स्पष्ट अंदाज़ में अपनी बात रखे? हमारी क़ौम के अलावा बहुत ढूंढने पर कोई ऐसी क़ौम मिलेगी।
इंसाफ़- हमारे व्यक्तिगत फ़ैसलों से शुरू होता है, इंसाफ़ हमारे व्यक्तिगत अमल, हमारे बात करने, लोगों के कामों और शख़्सियतों के बारे में हमारी राय से शुरू होता है। ((ख़बरदार) किसी क़ौम से दुश्मनी तुम्हें इस बात पर आमादा न करे कि तुम इंसाफ़ न करो) (सूरए मायदा, आयत-8) अगर किसी के साथ हमारी मुख़ालेफ़त है, हम किसी से दुश्मनी भी रखते हैं, सोच व नज़रिया अलग अलग है, तब भी उसके संबंध में हम को ज़ुल्म नहीं करना चाहिए। बहुत बड़ी मुसीबत यह होगी क़ियामत के दिन कोई काफ़िर किसी शख़्स का गरेबान पकड़ ले कि जनाब! आपने मुझ पर फ़ुलां जगह ज़ुल्म किया है। हक़ीक़त में इससे ज़्यादा सख़्त बात कुछ और नहीं है या यह कि अल्लाह के दुश्मन का हमारी गर्दन पर कोई हक़ हो, हमारा गरेबान पकड़ ले और कहे कि तुमने हम पर ज़ुल्म किया है, यानी इंसाफ़ की स्थिति यह है।
इमाम ख़ामेनेई
18 अप्रैल 2023
अमरीका, ज़ायोनी सरकार के अपराधों में निश्चित तौर पर भागीदार है, इस इलाक़े में और दूसरे इस्लामी क्षेत्रों में अमरीका के संपर्क में रहने वाले लोग, मज़लूम के सपोर्ट के सिलसिले में क़ुरआन मजीद कीआवाज़ सुनें और अमरीका की साम्राज्यवादी सरकार को इस ज़ालेमाना व्यवहार को रोकने के लिए मजबूर करें।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के सन 2025 के हज के पैग़ाम से
मुसलमान सरकारों को ज़ायोनी सरकार को मदद पहुंचाने वाले सारे रास्तों को बंद कर देना चाहिए और इस अपराधी को ग़ज़ा में उसकी निर्दयी करतूतों को जारी रखने से बाज़ रखना चाहिए। हज में बराअत का एलान, इस राह में एक क़दम है।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के सन 2025 के हज के पैग़ाम से
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने हर साल की तरह इस साल भी सम्मानीय हाजियों के नाम एक पैग़ाम जारी करके, इस्लामी जगत के अहम मुद्दों की ओर उन्हें ध्यान दिलाया है।