रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने अपने पैग़ामे हज में हज के गहरे पहलुओं की तरफ़ इशारा करते हुए इस्लामी जगत के सामने मौजूद चुनौतियों और दुश्मन की चालों को रेखांकित किया है।
सारी प्रशंसा ब्रह्मांड के पालनहार ईश्वर के लिए है और प्रलय तक ईश्वर का दुरूद व सलाम हो हज़रत मुहम्मद, उनके पवित्र परिजनों और उनके चुने हुए साथियों पर और उन पर जो भलाई के साथ उनका अनुसरण करे।