12/02/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता और सुप्रीम कमांडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने बुधवार 12 फ़रवरी, 2025 की सुबह ईरानी रक्षा मंत्रालय के कुछ अधिकारियों, रक्षा उद्योग के वैज्ञानिकों, विशेषज्ञों और कर्मचारियों से मुलाक़ात की।
12/02/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने 12 फ़रवरी 2025 को मुल्क के रक्षा उद्योग के माहिरों और वैज्ञानिकों के आविष्कारों की नुमाइश का मुआयना करने के बाद, अपने ख़ेताब में इस उद्योग की अहमियत पर रौशनी डाली और अधिकारियों को कुछ निर्देश दिए। (1)
11/02/2025
ऐ मेरे अल्लाह! अगर तू मेरा अपमान चाहता तो मेरा मार्गदर्शन न करता और अगर मेरी रुसवाई चाहता तो मुझे नहीं बचाता।  शाबान की विशेष मुनाजात से
11/02/2025
हमास की नेतृत्व परिषद के प्रमुख मोहम्मद इस्माईल दरवीश का Khamenei.ir को ख़ुसूसी इंटरव्यू जल्द ही पेश किया जाएगा।
10/02/2025
ऐ मेरे अल्लाह! तेरे सामने मेरी मेरा माफ़ी मांगना उस शख़्स की तरह है जिसके पास माफ़ी क़ुबूल हो जाने के अलावा कोई चारा नहीं है, तो मेरी माफ़ी क़ुबूल फ़रमा ऐ सबसे ज़्यादा दानशीन जिसके सामने गुनहगार गुनाह की माफ़ी मांगते हैं। (शाबान की विशेष मुनाजात से)
09/02/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 19 बहमन मुताबिक़ 8 फ़रवरी 1979 को इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह के प्रति एयरफ़ोर्स के जवानों द्वारा आज्ञापालन का प्रण लिए जाने की ऐतिहासिक घटना की सालगिरह पर 7 फ़रवरी 2025 को एयरफ़ोर्स और एयर डिफ़ेंस फ़ोर्स के कमांडरों और जवानों से ख़ेताब किया। (1)
09/02/2025
ऐ मेरे अल्लाह! मुझे अपने दीदार से आनंदित कर उस दिन जब तू अपने बंदों के बीच फ़ैसला करेगा।
10/02/2025
जल्द ही फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास की नेतृत्व परिषद के प्रमुख मोहम्मद इस्माईल दरवीश का Khamenei.ir को दिया गया ख़ुसूसी इंटरव्यू पेश किया जाएगा।
08/02/2025
औरतों और बच्चों को क़त्ल करना फ़तह नहीं है ग़ज़ा जंग से अगरचे इस इलाक़े के लोगों को बहुत ज़्यादा तबाही और नुक़सान का सामना हुआ लेकिन इसका नतीजा ज़ायोनी शासन की कल्पना के बिल्कुल ख़िलाफ़ रेज़िस्टेंस के हित में आया। जंग में कामयाबी सिर्फ़ मरने वालों की तादाद या तबाही के स्तर से आंकी नहीं जाती, बल्कि हर जंग का अंतिम लक्ष्य स्ट्रैटेजिक उपलब्धियों तक पहुंच होता है। ज़ायोनी शासन इस जंग में अपने घोषित लक्ष्य को न सिर्फ़ यह कि हासिल नहीं कर पाया, बल्कि बहुत से मैदानों में उसे ऐसी हार हुयी है जिसकी भरपाई मुमकिन नहीं है।
08/02/2025
ऐ मेरे अल्लाह! तूने मुझपर एहसान किया कि दुनिया में अपने किसी भी नेक बंदे पर मेरे गुनाह ज़ाहिर नहीं किए, तू मुझे क़यामत के दिन लोगों के सामने रुसवा न करना। शाबान की विशेष मुनाजात से
08/02/2025
हमास की नेतृत्व परिषद के प्रमुख और सदस्यों ने शनिवार 8 फ़रवरी 2025 की सुबह तेहरान में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।   
इस्लामी इंक़ेलाब के नेताः

ग़ज़ा के अवाम की जीत, अमरीका पर जीत है

08/02/2025
हमास की नेतृत्व परिषद के प्रमुख और सदस्यों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से शनिवार 8 फ़रवरी 2025 को सुबह तेहरान में मुलाक़ात की।
08/02/2025
अल्लाह ने क़ुरआन मजीद की इस आयत को "ख़ुदा के हुक्म से कई छोटी जमाअतें बड़ी जमाअतों पर ग़ालिब आ जाती हैं..." (सूरए बक़रह, आयत-249) आपके ज़रिए पूरी दुनिया के सामने मिसाल के तौर पर पेश किया।
08/02/2025
औरतों और बच्चों को क़त्ल करना फ़तह नहीं है ग़ज़ा जंग से अगरचे इस इलाक़े के लोगों को बहुत ज़्यादा तबाही और नुक़सान का सामना हुआ लेकिन इसका नतीजा ज़ायोनी शासन की कल्पना के बिल्कुल ख़िलाफ़ रेज़िस्टेंस के हित में आया। जंग में कामयाबी सिर्फ़ मरने वालों की तादाद या तबाही के स्तर से आंकी नहीं जाती, बल्कि हर जंग का अंतिम लक्ष्य स्ट्रैटेजिक उपलब्धियों तक पहुंच होता है। ज़ायोनी शासन इस जंग में अपने घोषित लक्ष्य को न सिर्फ़ यह कि हासिल नहीं कर पाया, बल्कि बहुत से मैदानों में उसे ऐसी हार हुयी है जिसकी भरपाई मुमकिन नहीं है।
07/02/2025
इस्लामी इंक़ेलाब की कामयाबी के दिन (दहे फ़ज्र) और इसी तरह 8 फ़रवरी सन 1979 को एयरफ़ोर्स के विशेष दस्ते "हुमाफ़रान" की ओर से इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह का आज्ञापालन किए जाने की सालगिरह के मौक़े पर हर साल की तरह इस साल भी इस्लामी गणराज्य ईरान की एयरफ़ोर्स और एयर डिफ़ेंस विभाग के कमांडरों ने शुक्रवार 7 फ़रवरी 2025 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से तेहरान में मुलाक़ात की।  
07/02/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने 8 फ़रवरी सन 1979 को एयरफ़ोर्स के विशेष दस्ते "हुमाफ़रान" की ओर से इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह की ‘बैअत’ (आज्ञापालन का एलान) किए जाने की घटना की सालगिरह के मौक़े पर हर साल की तरह इस साल भी इस्लामी गणराज्य ईरान की एयरफ़ोर्स और एयर डिफ़ेंस विभाग के कमांडरों और जवानों से शुक्रवार 7 फ़रवरी 2025 को तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मुलाक़ात की और इस ऐतिहासिक दिन को कामयाब, आत्मनिर्भर और पहचान से समृद्ध सेना का जन्म दिवस कहा।
07/02/2025
अमरीकी, धमकी दे रहे हैं। अगर हमें धमकी देंगे तो हम उन्हें धमकी देंगे। अगर वह इस धमकी पर अमल करेंगे तो हम भी धमकी पर अमल करेंगे। यह व्यवहार, इस्लाम से लिया गया सबक़ और इस्लाम का हुक्म है और यह हमारा फ़रीज़ा है।  
07/02/2025
इस शख़्स ने जो इस वक़्त सत्ता में है, उस समझौते को फाड़ दिया, ऐसी सरकार से वार्ता नहीं करनी चाहिए, वार्ता करना अक़्लमंदी नहीं है, समझदारी नहीं है, शराफ़तमंदाना काम नहीं है।  
07/02/2025
ऐ अल्लाह! मैं मरने के बाद तेरी नज़रे करम की ओर से कैसे निराश हूंगा जबिक ज़िंदगी में तूने सिर्फ़ नेकी के साथ मेरी सरपरस्ती की। (शाबान की विशेष मुनाजात का जुमला)
05/02/2025
इक्तालीसवीं क़ुरआन अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शिरकत करने वाले क़ुरआन के हाफ़िज़ों, क़ारियों और उस्तादों ने 2 फ़रवरी 2025 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस मौक़े पर अपने ख़ेताब में रहबरे इंक़ेलाब ने क़ुरआन के तअल्लुक़ से बड़ी अहम रूहानी गुफ़तगू की। (1) स्पीचः
05/02/2025
ऐ अल्लाह! मैं अपना पूरा वजूद लेकर तेरे सामने आ खड़ा हुआ हूं जबकि तेरी ज़ात पर भरोसे का साया मुझ पर छाया हुआ है, तूने वही किया जिसके योग्य तूही है और तूने मुझे माफ़ करके अपनी पनाह में ले लिया है।  (शाबान की विशेष मुनाजात का जुमला)
04/02/2025
ऐ अल्लाह! अगर तू मुझे महरूम कर दे, तो कौन है जो मुझे रिज़्क़ देगा? अगर तूने मुझे अकेला छोड़ दिया तो कौन है जो मेरी मदद करेगा?  (शाबान की विशेष मुनाजात का जुमला)  
04/02/2025
व्यक्ति और समाज के निर्माण के लिए सहीफ़ए सज्जादिया में रुचि लेने के बारे में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के बयानों के चुनिंदा भाग 
03/02/2025
हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम के जन्म दिवस पर कि जिन्हें क़मर बनी हाशिम कहा जाता है, इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के प्रतिनिधियों की 7 टीमें तेहरान और रय शहर में, थोपी गयी जंग के दौरान अपने अंगों का नज़राना पेश करने वाले कुछ जांबाज़ सिपाहियों से मिलने उनके घर पहुंचीं और इन ज़िंदा शहीदों और उनके घर वालों की क़द्रदानी की।  
03/02/2025
हज़रत अबुल फ़ज़्लिल अब्बास के बारे में इमामों के कथनों में दो बिंदुओं पर बल दिया गया हैः सूझबूझ और वफ़ादारी इमाम ख़ामेनेई 14 अप्रैल 2000
03/02/2025
अगर आपसे कहा जाता कि एक बालिश्त ज़मीन वाला ग़ज़ा अमरीका की सैन्य ताक़त जैसी एक बड़ी ताक़त से टकराने वाला है और उस पर हावी हो जाएगा तो क्या आपको यक़ीन आता?! आपको यक़ीन नहीं आता, यह नामुमकिन चीज़ों में से है। लेकिन अल्लाह के हुक्म से यह काम मुमकिन है।
02/02/2025
क़ुरआन मजीद की इक्तालीसवीं अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने वालों और क़ुरआन मजीद के कुछ हाफ़िज़ों, क़ारियों और शिक्षकों ने 2 फ़रवरी 2025 की सुबह तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।   
क़ुरआन प्रतियोगिता में भाग लेने वालों से मुलाक़ात में इस्लामी इंक़ेलाब के नेताः

अल्लाह की इजाज़त से नामुमकिन, मुमकिन हो जाता है, ग़ज़ा अमरीकी शासन और ज़ायोनियों पर विजयी हुआ 

02/02/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने रविवार की सुबह इक्तालीसवीं अंतर्राष्ट्रीय क़ुरआन प्रतियोगिता में भाग लेने वाले उस्तादों, क़ारियों और हाफ़िज़ों से मुलाक़ात में इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के जन्म दिवस की मुबारकबाद दी और क़ुरआन के शब्द, क्रम, अर्थ, अल्लाह की परंपराओं के बयान सहित सभी चीज़ों को चमत्कार बताया।
02/02/2025
दूसरे भी समझते हैं कि अमरीका झूठा है, लेकिन उनमें कहने की हिम्मत नहीं है। दूसरी बहुत सी क़ौमों और ईरानी क़ौम में फ़र्क़ यह है कि ईरानी क़ौम में यह कहने की हिम्मत है कि अमरीका हमलावर है, अमरीका झूठा है, अमरीका धोखेबाज़ है, अमरीका साम्राज्यवादी है और अमरीका मुर्दाबाद।
30/01/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई, इस्लामी इंक़ेलाब की कामयाबी की याद में मनाए जाने वाले "दहे फ़ज्र" के मौक़े पर गुरुवार 30 जनवरी 2025 की सुबह को तेहरान के बहिश्ते ज़हरा क़ब्रिस्तान पहुंचे और वहाँ उन्होंने इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह और 28 जून 1981 की घटना और उसी साल 30 अगस्त को प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई आतंकवादी घटना के शहीदों के मज़ार पर पहुंच कर उन्हें श्रद्धांजलि पेश की।
30/01/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने "माबदे ज़ीरज़मीनी" नामक किताब पर रिव्यू लिखा जिसका हिंदी रुपांतरण "भूमिगत इबादतगाह" है।  
29/01/2025
कूटनैतिक मुस्कुराहटों के पीछे इस तरह की दुश्मनियां, इस तरह के द्वेष इस तरह के घिनौने अंतर्मन छिपे हुए हैं, हम अपनी आँखें खोलें। हमें मालूम होना चाहिए कि हमारा सामना किससे है, हम किससे डील कर रहे हैं, किससे बात कर रहे हैं।
29/01/2025
रेज़िस्टेंस ने बहुत से ग़ैर मुस्लिमों की अंतरात्मा को झिंझोड़ दिया। इस अवधि के दौरान दुनिया भर में लगभग 30,000 ज़ायोनी विरोधी प्रदर्शन हुए हैं! लोगों की अंतरात्मा जाग गई है। इमाम ख़ामेनेई 28 जनवरी, 2025
28/01/2025
पैग़म्बरे इस्लाम की पैग़म्बरी पर नियुक्ति की ईद, इदे मबअस के मौक़े पर मुल्क के आला अधिकारियों और इस्लामी मुल्कों के राजदूतों और प्रतिनिधियों ने मंगलवार 28 जनवरी 2025 की सुबह इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। 
28/01/2025
पैग़म्बरे इस्लाम की पैग़म्बरी के एलान की ईद, ईदे बेसत के मौक़े पर मंगलवार 28 जनवरी 2025 की सुबह मुल्क की कार्यपालिका, विधिपालिका और न्यायपालिका के अध्यक्षों, मुल्क के आला अधिकारियों, तेहरान में नियुक्त इस्लामी मुल्कों के राजदूतों और समाज के मुख़्तलिफ़ वर्ग के लोगों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।  
28/01/2025
यह रेज़िस्टेंस और उसका आगे बढ़ना, इसी बेसत की एक किरण हैं। रेज़िस्टेंस जो इस्लामी ईरान से शुरू हुआ, उसने मुस्लिम क़ौमों को जागरुक किया। कुछ मुस्लिम क़ौमों को मैदान में ले आया। उसने अवाम की सतह पर मुस्लिम क़ौमों को बेदार किया और बहुत से ग़ैर मुसलमानों के ज़मीरों को भी जगा दिया। वर्चस्ववादी सिस्टम पहचाना गया, पहचनवाया गया।
28/01/2025
बरसों से पश्चिमी जगत ने मुसलमान औरतों की ऐसी छवि पेश की है जो पश्चिमी सरकारों के वैचारिक और भूराजनैतिक लक्ष्यों से प्रभावित रही है। इस छवि के तहत मुसलमान औरतों को एक असहाय, मज़लूम और बिना पहचान वाली औरत के तौर पर पेश किया जाता है जो मर्दों के प्रभुत्व वाले सिस्टम की जेल में और धार्मिक आस्था की बेड़ियों में क़ैद है।
28/01/2025
बेसत दिवस पर पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम पर 28 जनवरी 2025 को मुल्क के अधिकारियों, इस्लामी मुल्कों के राजदूतों और समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों से मुलाक़ात में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने अपने ख़ेताब में पैग़म्बरे इस्लाम की बेसत को इंसानियत के अज़ीम वाक़यों में से एक क़रार दिया और मौजूदा हालात के मद्देनज़र कुछ बिंदुओं का उल्लेख किया। 
27/01/2025
आज सारे सियासी व दुनियावी समीकरण दक्षिणी लेबनान के मोमिन व मुख़लिस अवाम के हाथों ध्वस्त हो गए जो क़ाबिज़ ज़ायोनी सेना को धता बताते हुए बलिदान के जज़्बे और अल्लाह के वादे पर यक़ीन के साथ जान हथेली पर रख कर मैदान में आ गए। इमाम ख़ामेनेई