09/01/2025
जो लोग भी सांस्कृतिक मसलों में, हेजाब के मसले वग़ैरह में फ़ैसला ले रहे हैं, उनका इस बात की ओर ध्यान रहे कि अमरीका और ज़ायोनियों के स्टैंड को अहमियत न दें, देश के हितों को मद्देनज़र रखें, इस्लामी गणराज्य के हितों को मद्देनज़र रखें।
08/01/2025
क़ुम के ऐतिहासिक आंदोलन की सालगिरह पर बुधवार 8 जनवरी 2025 को हज़ारों लोगों ने तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की।  
08/01/2025
पहलवी दौर का ईरान, अमरीकी हितों का मज़बूत क़िला था। इस क़िले के गर्भ से इंक़ेलाब निकला और फैल गया। अमरीकी समझ नहीं पाए, अमरीकी धोखा खा गए, अमरीकी सोते रह गए, अमरीकी ग़ाफ़िल थे, अमरीका की अंदाज़े की ग़लती का मतलब यह है।  
इस्लामी इंक़ेलाब के नेताःहम अमरीका से वार्ता क्यों नहीं करते

अमरीका, ईरान में पराजित हुआ है इसलिए वह जिस तरह मुमकिन है दुश्मनी करता है

08/01/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने आज बुधावर की सुबह, 9 जनवरी 1978 के क़ुम के अवाम के आंदोलन की सालगिरह पर इस शहर के लोगों से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में उन्होंने ईरानी क़ौम के संबंध में अमरीका के 46 साल से जारी ग़लत अंदाज़े और नीतियों को, क़ुम के ऐतिहासिक आंदोलन की समीक्षा में अमरीका के उसी ग़लत अंदाज़े का जारी रहने वाला एक सिलसिला बताया।  
08/01/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने बुधवार 8 जनवरी 2025 की शाम को इराक़ी प्रधानमंत्री मोहम्मद शियाअ अस्सूदानी से मुलाक़ात में मुल्क के निर्माण और सुरक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा उठाए गए अच्छे क़दम की सराहना करते हुए कहा कि इराक़ जितना विकसित और जितना ज़्यादा सुरक्षित व शांतिपूर्ण होगा, इस्लामी गणराज्य ईरान के हित में उतना ही बेहतर है।  
08/01/2025
आज बुनियादी काम, हमारे प्रचारिक तंत्र का अहम काम साइबर स्पेस पर हमारे सरगर्म लोगों का बुनियादी काम यह है कि दुश्मन की ताक़त के भ्रम को चकनाचूर कर दें, जनमत पर दुश्मन के प्रचार का असर न होने दें।
08/01/2025
क़ुम के अवाम ने 9 जनवरी 1978 को ऐतिहासिक आंदोलन किया जिसका ईरान के इस्लामी इंक़ेलाब की कामयाबी में अहम रोल रहा। इसी संबंध में 8 जनवरी 2025 को क़ुम के लोगों ने हज़ारों की तादाद में तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की और आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने अहम तक़रीर की।
07/01/2025
यहया इब्राहीम हसन सिनवार की दास्तान, सिर्फ़ एक इंसान की दास्तान नहीं है। यह नाजायज़ क़ब्ज़े के ख़िलाफ़ संघर्ष, प्रतिरोध और एक लड़ाई की दास्तान है जिसका दशकों से प्रभाव न सिर्फ़ पश्चिमी एशिया के इलाक़े बल्कि दुनिया पर पड़ा है। उन्होंने हिब्रू ज़बान भी सीखी, वह अपनी क़ौम और अपनी सरज़मीन के दुश्मनों को पहचानते थे और उनके आस-पास के लोग उनका सम्मान भी करते थे।
05/01/2025
आज अमरीका सीरिया में छावनियां बनाने में जुटा हुआ है, लेकिन यह छावनियां निश्चित तौर पर सीरिया की जवान नस्ल के पैरों तले रौंदी जाएगी। इमाम ख़ामेनेई 1 जनवरी 2025
04/01/2025
हज़रत ईसा मसीह के बारे में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के बयानों पर आधारित एक तख़्ती, ईसाइयों के वरिष्ठ धर्मगुरू पोप फ़्रांसिस को पेश की गयी।  
04/01/2025
जनरल सुलैमानी ने फ़िलिस्तीनियों को ज़रूरी साज़ो-सामान मुहैया कर दिया। ऐसा काम किया कि ग़ज़ा पट्टी जैसा छोटा सा इलाक़ा भी ज़ायोनी शासन के मुक़ाबले में- उसके इतने दावों के बावजूद- डट जाता है। ऐसा काम किया कि फ़िलिस्तीनी डट सकें, प्रतिरोध कर सकें।  इमाम ख़ामेनेई 8 जनवरी 2020
04/01/2025
यमन, रेज़िस्टेंस का प्रतीक है और वही विजयी होगा। इमाम ख़ामेनेई 1 जनवरी 2025
04/01/2025
इमाम अली नक़ी अलैहिस्सलाम के शहादत दिवस की मजलिस के बाद इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने इमाम मुहम्मद तक़ी, इमाम अली नक़ी और इमाम हसन अस्करी अलैहेमुस्सलाम के बारे में रिसर्च और लेखन पर ताकीद की। 
04/01/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने 4 जनवरी 2025 को इमाम अली नक़ी अलैहिस्सालम के शहादत दिवस की मजलिस के अंत में संक्षिप्त ख़ेताब किया और इस बात पर ताकीद की कि इमाम मोहम्मद तक़ी, इमाम अली नक़ी और इमाम हसन अस्करी अलैहेमुस्सलाम की ज़िंदगी पर ख़ास तौर पर रिसर्च वर्क की ज़रूरत है।
02/01/2025
सुलैमानी को उस मौक़े पर अपने फ़रीज़े का एहसास हुआ। उन्होंने उन लोगों से संपर्क करना शुरू किया, उनकी मदद की, उन्हें मुक्ति दिलायी। अलबत्ता एक बहुत अच्छा और बहुत प्रभावी क़दम उस वक़्त इराक़ के वरिष्ठ धार्मिक नेतृत्व की तरफ़ से उठाया गया, उसका असाधारण प्रभाव हुआ। 
01/01/2025
शहीद अलहाज क़ासिम सुलैमानी और कुछ दूसरे शहीदों के घरवालों ने बुधवार 1 जनवरी 2025 की सुबह, शहीद क़ासिम सुलैमानी की पांचवीं बरसी के उपलक्ष्य में में, तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
01/01/2025
जो आख़िर में विजयी होगा, वह ईमान की ताक़त है और ईमान वाले हैं। लेबनान, रेज़िस्टेंस का प्रतीक है, वही विजयी होगा। यमन भी रेज़िस्टेंस का प्रतीक है, वही विजयी होगा।
01/01/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने बुधवार 1 जनवरी 2025 की सुबह शहीद क़ासिम सुलैमानी की पांचवीं बरसी के मौक़े पर शहीद क़ासिम सुलैमानी और हरम की रक्षा और रेज़िस्टेंस मोर्चे के कुछ दूसरे शहीदों के घर वालों से मुलाक़ात में शहीद क़ासिम सुलैमानी की शख़्सियत और उनके चरित्र की कुछ ख़ुसूसियतों की व्याख्या करते हुए कहा कि इन ख़ुसूसियतों से सबक़ लेकर सुलैमानी मत के मुख्य लक्ष्य यानी इस्लाम और क़ुरआन को फैलाने की राह में क़दम बढ़ाना चाहिए।  
01/01/2025
फ़तह निश्चित है। बातिल की इस ज़ाहिरी बढ़त को न देखिए, ये लोग जो आज उछल कूद कर रहे हैं, एक दिन मोमिनों के पैरों तले रौंदे जाएंगे।
01/01/2025
आज अमरीकी, सीरिया में एक के बाद एक सैन्य अड्डे बना रहे हैं। निश्चित तौर पर ये अड्डे सीरिया के जवानों के पैरों तले रौंदे जाएंगे।
01/01/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने शहीद क़ासिम सुलैमानी की पांचवी बरसी के मौक़े पर 1 जनवरी 2025 को महान कमांडरों शहीद क़ासिम सुलैमानी और शहीद अबू महदी अलमुहन्दिस के परिवारों और पिछले साल किरमान प्रांत में आतंकवादी हमले के शहीदों के घरवालों से ख़ेताब किया। (1)
31/12/2024
राष्ट्रपति मसऊद पेज़िश्कियान ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई के साथ सोमवार को हुयी अपनी बैठक के बारे में Khamenei.ir से बात करते हुए कहा कि हम मुल्क के सभी मुद्दों और मुश्किलों को हल कर सकते हैं।  
31/12/2024
सन 1920 में, ठीक उस वक़्त जब चुनाव में अमरीकी महिलाओं ने पहली बार भाग लिया, संयुक्त राज्य अमरीका में शराब बनाने, उसके परिवहन और बेचने पर रोक का क़ानून, संघीय क़ानून बन गया। अमरीकी औरतों की ओर से शराब पीने पर पाबंदी को सपोर्ट, इस तरह के पेय की लत के नुक़सान और अमरीका के पारंपरिक कल्चर के संबंध में उनकी सामाजिक सूझबूझ को दर्शाती थी। उसी साल ओलियो थामस, कमेडी फ़िल्म फ़्लीपर में शराब और सिगरेट पी रहा था और साथ ही उसे अपने पारंपरिक परिवार के ज़ुल्म का शिकार दिखाया जा रहा था। एक ही चीज़ के बारे में समाज की आम इच्छा और मीडिया की ओर से पेश की गयी छवि के बीच यह खुला विरोधाभास, उस बड़े संघर्ष का एक छोटा सा मंज़र था जो अमरीकी कल्चर में जारी था यानी सामाजिक परंपरा और पूंजीवाद की कभी न मिटने वाली भूख के बीच संघर्ष।
31/12/2024
अलहाज शहीद क़ासिम सुलैमानी की शहादत की पांचवीं बरसी इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के ख़ेताब के साथ मनायी जाएगी।  
28/12/2024
सीला फ़सीह, ग़ज़ा में हाल में ठंड से शहीद होने वाली नवजात शिशु है। ग़ज़ा में सिर छिपाने की जगह न होने और ईंधन की कमी की वजह से बेघर होने वालों के पास ठंडक और गर्मी से बचाव का कोई साधन नहीं है।  
28/12/2024
सीरिया की जवान नस्ल के पास खोने के लिए कुछ नहीं है। उसकी यूनिवर्सिटी, उसका स्कूल, उसका घर और उसकी ज़िंदगी असुरक्षित है, वह क्या करे? उसे मज़बूत इरादे के साथ उन लोगों के मुक़ाबले में, जिन्होंने इस अशांति की साज़िश रची है और जिन्होंने इस पर काम किया है, डट जाना चाहिए और इंशाअल्लाह वह उसे हराकर रहेगी। इमाम ख़ामेनेई 22 दिसम्बर 2024
28/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने 11 दिसम्बर 2024 को अपनी स्पीच में कहा कि ज़ायोनी शासन ने सीरिया के इलाक़ों पर क़ब्ज़ा तो किया ही, साथ ही उसके टैंक दमिश्क़ के क़रीब तक पहुंच गए। गोलान हाइट्स के अलावा, जो दमिश्क़ का था और बरसों से उसके हाथ में था, दूसरे इलाक़ों पर भी क़ब्ज़ा करना शुरू कर दिया। अमरीका, योरोप और वे सरकारें, जो दुनिया के दूसरे मुल्कों में इन चीज़ों पर बहुत संवेदनशील हैं और एक मीटर और दस मीटर पर भी संवेदनशीलता दिखाती हैं, इस मसले पर न सिर्फ़ यह कि ख़ामोश हैं, एतेराज़ नहीं कर रही हैं बल्कि मदद भी कर रही हैं। यह उन्हीं का काम है। अब सवाल यह है कि अंतर्राष्ट्रीय क़ानून के मुताबिक़, दूसरे मुल्कों की सरज़मीन पर इस तरह के क़ब्ज़े का क्या हुक्म है और इस सिलसिले में अमरीका और योरोप की उदासीनता की वजह क्या है?
26/12/2024
इक्तीसवीं राष्ट्रीय नमाज़ कान्फ़्रेंस के नाम इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के पैग़ाम में अव्वले वक़्त और पूरे ध्यान व एकाग्रता के साथ नमाज़ पढ़ने पर ताकीद की गयी है।
25/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने नमाज़ की इक्तीसवीं राष्ट्रीय कान्फ़्रेंस के नाम एक संदेश में धर्मगुरू हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन मोहसिन क़राअती की निष्ठावान कोशिशों की सराहना करते हुए नमाज़ियों को अव्वले वक़्त नमाज़ पढ़ने और उनके मन व आत्मा सहित व्यक्तिगत और सामाजिक कर्म में नमाज़ के प्रभाव के लिए पूरे ध्यान व तनमयता से नमाज़ पढ़ने पर ताकीद की है। उन्होंने कहा कि यह ताकीद दूसरों की तुलना में जवानों से ज़्यादा है।
24/12/2024
सीरिया की जवान नस्ल को चाहिए कि इच्छा शक्ति से उन लोगों के मुक़ाबले में, जो इस अशांति के योजनाकार और इसे फैलाने वाले हैं, डट जाए और इंशाअल्लाह उन्हें हरा देगी।  
23/12/2024
यमन, हिज़्बुल्लाह, हमास और इस्लामी जेहाद हमारी प्रॉक्सी फ़ोर्स नहीं हैं। अगर हमें किसी दिन कोई क़दम उठाना पड़े तो हमें किसी प्रॉक्सी की ज़रूरत नहीं है।
22/12/2024
अल्लाह ने अनेक आयाम से मर्द और औरत को एक जैसा रखा है। आत्मोत्थान के लेहाज़ में इनमें आपस में कोई अंतर नहीं है कि इसका नमूना हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा हैं। नेतृत्व की क्षमता के लेहाज़ से इनमें आपस में कोई अंतर नहीं है कि इसका नमूना हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा हैं।  
22/12/2024
ज़ाकिरों, वक्ताओं, मद्दाहों और शायरों ने रविवार 22 दिसम्बर 2024 को, तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में, हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शुभ जन्म दिवस के मौक़े पर इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
22/12/2024
हज़रत ज़हरा ने अपने दौर की हक़ीक़त को बयान किया। जो मसले उस दिन पेश आए, वे उस दौर के मसले थे। उन्हें हज़रत फ़ातेमा ने बयान किया। अपने दौर के मुद्दों को पेश करना, बहुत अहम फ़रीज़ा है।
22/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने लोक-परलोक में महिलाओं की सरदार हज़रत फ़ातेमा ज़हरा के शुभ जन्म दिवस पर ज़ाकिरों, वक्ताओं, मद्दाहों और शायरों की बड़ी तादाद से रविवार 22 दिसम्बर 2024 को, तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मुलाक़ात की, जिसमें उन्होंने हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा को "सत्य की राह में उठ खड़े होने, दृढ़ता, बहादुरी, स्पष्ट अंदाज़, तर्क और दलील की ताक़त दिखाने के लिए" पूरी मानवता के लिए आदर्श बताया।
22/12/2024
अमरीकी अधिकारियों में से एक कह रहा है जो भी ईरान में उपद्रव करेगा हम उसकी मदद करेंगे। मूर्खों को बिल्ली की तरह ख़्वाब में छीछड़ा नज़र आ रहा है। ईरानी क़ौम उस शख़्स को जो इस संबंध में अमरीका का पिट्ठू बनना गवारा करेगा, अपने पैरों तले कुचल देगी।
22/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने सिद्दीक़ए ताहेरा हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के जन्म दिवस पर ज़ाकिरों, वक्ताओं और अहले बैत के मद्दाहों और शायरों से मुलाक़ात की। 22 दिसम्बर 2024 को होने वाली इस मुलाक़ात में तक़रीर करते हुए इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने पैग़म्बरे इस्लाम की बेटी की महानताओं का ज़िक्र किया और क्षेत्रीय तथा वैश्विक हालात पर रौशनी डाली। (1)
21/12/2024
ज़ायोनी सरकार अपने विचार में, ख़ुद को सीरिया के रास्ते हिज़्बुल्लाह की फ़ोर्सेज़ को घेरने और जड़ से उखाड़ने की तैयारी कर रही है, लेकिन जो उखड़ेगा वो इस्राईल है।  
21/12/2024
आज हमारे समाज को इस बात को समझने की ज़रूरत है कि घरेलू ख़ातून होने का क्या मतलब है? हज़रत फ़ातेमा ज़हरा, उस शान, उस रुतबे, उस मक़ाम और उस महानता के साथ ही घरेलू ख़ातून भी हैं। उनकी एक शान, उनका एक काम दांपत्य जीवन गुज़ारना है, मातृत्व की ज़िंदगी गुज़ारना है और घरेलू ख़ातून होना है, इन बातों को इस आयाम से देखना चाहिए।  
17/12/2024
विभिन्न वर्गों की हज़ारों महिलाओं ने मंगलवार 17 दिसम्बर 2024 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई मुलाक़ात की।
ताज़ातरीन