06/08/2025
यह जो क्रूरता व बेरहमी ज़ायोनी शासन ने दिखायी है, यह जो बेरहमी की है, उससे न सिर्फ़ यह कि उसकी इज़्ज़त मिट्टी में मिल गयी है, बल्कि अमरीका भी बेइज़्ज़त हुआ है, युरोप के कुछ मशहूर मुल्कों की इज़्ज़त भी गयी है, बल्कि इससे पश्चिमी सभ्यता व संस्कृति की इज़्ज़त भी चली गयी है।
04/08/2025
लेबनान के हिज़्बुल्लाह संगठन के महान कमांडर शहीद फ़ुआद अली शुक्र की जेहादी ज़िंदगी की एक झलक, उनकी बेटी ख़दीजा शुक्र की ज़बानी और शहीद फ़ुआद शुक्र के जेहाद और संघर्ष के ज़माने की ख़ास तस्वीरें और इसी तरह इमाम ख़ामेनेई के साथ शहीद की कुछ तस्वीरें पेश हैं।
02/08/2025
वाइज़मैन इंस्टिट्यूट पर ईरान का मीज़ाइल हमला ऐसी स्थिति में हुआ कि इस इंस्टिट्यूट को गूगल मैप से डिलीट कर दिया गया था ताकि इसकी लोकेशन का पता न चले। वाइज़मैन इंस्टिट्यूट ज़ायोनी सरकार के ख़ुफ़िया परमाणु हथियारों की तैयारी के प्रोग्राम में बहुत आगे आगे था।
02/08/2025
कोई भी चीज़ इससे बढ़कर नहीं है कि कोई इंसान अपने हाथों से, अपने इरादे और अख़्तियार से अपनी जान और अपना वजूद एक बड़े पाकीज़ा और अज़ीम मक़सद के लिए क़ुर्बान कर दे। शहादत के मानी यह हैं। इमाम ख़ामेनेई 27 सितम्बर 1998
01/08/2025
हिज़्बुल्लाह के कमांडर शहीद फ़ुआद शुक्र की बेटी आदरणीय ख़दीजा शुक्र ने वेबसाइट Khamenei.ir को विशेष इंटरव्यू में अपने पिता, उनके संघर्ष, हिज़्बुल्लाह में उनका शामिल होने, उनके रोल और उनकी शहादत के बारे में विस्तार से बात की। उन्होंने इस इंटरव्यू में कहा कि अगर ज़ायोनी शासन का लक्ष्य हिज़्बुल्लाह का अंत था, तो हालिया तजुर्बे से साबित हुआ कि कमांडरों की शहादत, हथियारों के भंडारों के नेष्ट होने और हिज़्बुल्लाह के बड़ी तादाद में शहीदों, आम नागरिकों को होने वाने नुक़सान के बावजूद, उसका कोई भी लक्ष्य पूरा नहीं हुआ। दुश्मन न तो रेज़िस्टेंस को ख़त्म कर पाया और न ही उसके जनाधार को कमज़ोर कर सका। यह हक़ीक़त सैयद हसन के अंतिम संस्कार में साफ़ तौर पर नज़र आयी।
31/07/2025
इसके अलावा यह बिन्दु भी अहम है कि इस्लामी गणराज्य ने अपने सिस्टम और अपने मुल्क की बुनियाद की अद्वितीय रूप से मज़बूती को दुनिया को दिखा दिया।
31/07/2025
हिज़्बुल्लाह और रेज़िस्टेंस फ़ोर्सेज़ के वजूद की बरकत से लेबनान एक आइडियल सरज़मीन में बदल गया है और इस पूरे क्षेत्र पर उसका असर है। यह आप (हिज़्बुल्लाह और रेज़िस्टेंस फ़ोर्सेज़) के शहीदों के ख़ून की बरकत है।
30/07/2025
ईरान के मीज़ाइल हमले के बाद इस बंदरगाह में काम काज ठप्प पड़ गया और काफ़ी मुद्दत तक किसी भी समुद्री जहाज़ ने वहाँ लंगर नहीं डाले।
30/07/2025
विश्व साम्राज्यवाद, ख़ास तौर पर मुजरिम अमरीका, ईरान के अवाम के दीन और इल्म व साइंस से दुश्मनी रखता है।
29/07/2025
ईरानी क़ौम पर ज़ायोनी शासन द्वारा हाल में थोपी गयी जंग के शहीदों की याद में, तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में प्रोग्राम आयोजित हुआ।
29/07/2025
हालिया थोपी गयी जंग के शहीदों के चेहलुम का प्रोग्राम मंगलवार 29 जुलाई 2025 को तेहारन के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित हुआ, जिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता, शहीदों के घर वालों, कुछ सिविल और सैन्य अधिकारियों और आम लोगों ने शिरकत की।
29/07/2025
इस्लामी गणराज्य ने अपने सिस्टम और अपने मुल्क के अद्वितीय रूप से मज़बूत स्तंभों को दुनिया को दिखा दिया।
29/07/2025
जिस चीज़ का विश्व साम्राज्यवाद और उसका सरग़ना अपराधी अमरीका विरोधी है वह यही आपका धर्म और ज्ञान है।
29/07/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 29 जुलाई 2025 को एक शोक कार्यक्रम में जो बारह दिवसीय जंग के शहीदों को श्रद्धांजलि पेश करने के लिए आयोजित किया गया था अपने संक्षितप्त ख़ेताब इस्लामी जुम्हूरिया के बारे में कुछ अहम बिंदु बयान किए।
28/07/2025
यह जो क्रूरता व बेरहमी ज़ायोनी शासन ने ग़ज़ा के अवाम के ख़िलाफ़ दिखायी है, उससे न सिर्फ़ यह कि उसकी इज़्ज़त मिट्टी में मिल गयी है, बल्कि अमरीका भी बेइज़्ज़त हुआ है, युरोप के कुछ मशहूर मुल्कों की इज़्ज़त भी गयी, बल्कि इससे पश्चिमी सभ्यता व संस्कृति की इज़्ज़त भी चली गयी है। आयतुल्लाह ख़ामेनेई 29 नवम्बर 2023
27/07/2025
इस्राईली पेंटगान पर हमले ने दिखा दिया कि ईरान के मीज़ाईल, दुनिया के बहुत ही विकसित एयर डिफ़ेंस सिस्टम्ज़ को भी आसानी से भेद सकते हैं।
26/07/2025
बाज़ान ऑयल रिफ़ाइनरी की ओर से जारी बयान में आया है कि ईरान के मीज़ाइल हमलों के बाद उसके सभी प्रतिष्ठानों में काम ठप्प हो गया है।
25/07/2025
अपराधी ज़ायोनी सरकार के हाथों ईरान के कुछ अवाम, कमांडरों और परमाणु वैज्ञानिकों की शहादत के चेहलुम के मौक़े पर इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने एक पैग़ाम जारी किया है।
24/07/2025
23 जून 2025 को इस्लामी गणराज्य की आर्म्ड फ़ोर्सेज़ ने मुल्क के परमाणु प्रतिष्ठान पर अमरीका के हमले के जवाब में, "फ़तह की ख़ुशख़बरी" नामक ऑप्रेशन के दौरान, अमरीका की अलउदैद छावनी को मीज़ाईल से निशाना बनाया।
23/07/2025
इस्लामी सरकारों पर आज बहुत भारी ज़िम्मेदारी है। इस्लामी सरकारों में से कोई भी सरकार, किसी भी रूप में, किसी भी बहाने से ज़ायोनी सरकार का समर्थन करेगी तो निश्चित तौर पर वह जान ले कि उसके माथे पर यह शर्मनाक कलंक हमेशा के लिए बाक़ी रह जाएगा।
22/07/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 16 जूलाई 2025 को न्यायपालिका के अधिकारियों से मुलाक़ात में कहा, "हालिया थोपी गयी जंग में अवाम ने बड़ा कारनामा अंजाम दिया है। यह बड़ा कारनामा फ़ौजी आप्रेशन नहीं, बल्कि इरादा था, संकल्प था और आत्मविश्वास था। एक वक़्त था, हम से पहले भी और हमारी नौजवानी के ज़माने में भी, इंक़ेलाब से पहले, अमरीका के नाम से ही लोग डर जाते थे, उसका सामना और मुक़ाबला करने की तो बात ही दूर थी। अब वही क़ौम है जो अमरीका की आँख में आँख डालकर खड़ी हो जाती है।"
22/07/2025
लोगों को मारने में ज़्यादा ख़र्च आ रहा था, इस लिए उसे सस्ता कर दिया। पहले बम से मारते थे, अब उन्हें गोलियों से मार देते हैं। इमाम ख़ामेनेई 4 जून 2025
20/07/2025
हम जंग में मज़बूती से उतरे। इसकी दलील यह है कि ज़ायोनी सरकार अमरीकी सरकार का सहारा लेने पर मजबूर हो गयी। अगर उसकी कमर टूट न गयी होती, अगर वह गिर न गयी होती, अगर असहाय न हो गयी होती, अगर अपनी रक्षा करने में सक्षम होती तो इस तरह अमरीका से मदद न मांगती। इमाम ख़ामेनेई 16 जूलाई 2025
20/07/2025
हम जंग में मज़बूती से उतरे, इसका सुबूत यह है कि जंग में हमारे सामने वाला पक्ष ज़ायोनी सरकार अमरीकी सरकार का सहारा लेने पर मजबूर हो गयी। अगर उसकी कमर टूट न गयी होती, अगर वह गिर न गयी होती, अगर असहाय न हो गयी होती, अगर अपनी रक्षा करने में सक्षम होती तो इस तरह अमरीका से मदद न मांगती।
19/07/2025
ईरानी क़ौम किसी मैदान में कमज़ोर पक्ष की हैसियत से सामने नहीं आएगी। क्योंकि हमारे पास सभी ज़रूरी क्षमताएं मौजूद हैं, हमारे पास तर्क भी है, ताक़त भी है। डिप्लोमैसी के मैदान में भी और फ़ौजी मैदान में भी।
19/07/2025
ईरानी क़ौम ने हालिया थोपी गयी जंग में ज़ायोनियों के ख़िलाफ़ बड़ा कारनामा अंजाम दिया यह बड़ा काम, सैन्य आप्रेशन का नहीं था, इरादे का था। ख़ुद यह इरादा, ख़ुद यह आत्मविश्वास एक बहुत ही असाधारण अहमियत रखता है।
19/07/2025
ईरान ने नवातीम एयरबेस पर इसलिए हमला किया क्योंकि ज़ायोनी सरकार का कमांड ऐन्ड कंट्रोल सेंटर और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफ़ेयर सेंटर वहाँ था। इस्लामी गणराज्य ईरान की आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के मीज़ाईल हमलों के नतीजे में इस अड्डे को भारी नुक़सान पहुंचा।
16/07/2025
न्यायपालिका के प्रमुख मोहसिनी इजेई और पालिका के कुछ दूसरे उच्चाधिकारियों ने बुधवार 16 जुलाई 2025 की सुबह इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मुलाक़ात की।
16/07/2025
अल्लाह ने इस्लामी व्यवस्था के तहत और क़ुरआन व इस्लाम की छाया में, ईरानी राष्ट्र के लिए मदद निश्चित कर दी है कि ईरानी राष्ट्र निश्चित रूप से विजयी होगा।
16/07/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने बुधवार 16 जुलाई 2025 को न्यायपालिका के प्रमुख, वरिष्ठ अधिकारियों और पूरे देश की उच्च अदालतों के प्रमुख न्यायाधीशों से मुलाक़ात में हाल में थोपे गए युद्ध में ईरानी राष्ट्र के महान कारनामे की सराहना करते हुए हमलावरों के अनुमानों व षड्यंत्रों की विफलता पर ज़ोर दिया।
16/07/2025
ईरानी राष्ट्र किसी भी क्षेत्र में कमज़ोर पक्ष के रूप में सामने नहीं आएगा क्योंकि हमारे पास सभी आवश्यक संसाधन हैं। हमारे पास तर्क भी है और शक्ति भी है।
16/07/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 16 जूलाई 2025 को न्यायपालिका के प्रमुख और अधिकारियों से मुलाक़ात में इस विभाग की अहमियत और ज़िम्मेदारियों के बारे में बात की। उन्होंने ज़ायोनी सरकार के अग्रेशन और उसके बाद ईरान की ऐतिहासिक जवाबी कार्यवाही के पहलुओं पर रौशनी डाली।
15/07/2025
दस घंटे से भी कम वक़्त में शहीद कमांडरों की रैंक के कमांडर नियुक्त किए जाते हैं और सफल आप्रेशन भी उसी सीमित वक़्त में शुरू हो जाते हैं। यह ख़ुसूसियत, सुप्रीम कमांडर की प्रशासनिक सलाहियत की नुमायां मिसाल है। अलबत्ता यह चीज़ सिर्फ़ बहादुरी से हासिल नहीं हुयी है बल्कि मामलों पर उनकी भरपूर पकड़ और उसमें उनका मूल किरदार है।
15/07/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने गार्जियन काउंसिल के 3 धर्मगुरूओं का कार्यकाल एक और टर्म के लिए बढ़ा दिया है।
15/07/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता और आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के सुप्रीम कमांडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने ज़ायोनी सरकार के हमले के बाद, टीवी से प्रसारित अपने तीसरे संदेश में इस जंग में फ़तह पर ईरान की महान क़ौम को मुबारकबाद पेश करते हुए कहा थाः "इतने शोर-शराबे, इतने दावों के बावजूद, ज़ायोनी शासन इस्लामी गणराज्य के वार से क़रीब क़रीब ढह गया और कुचल दिया गया। यह बात कि इस्लामी गणराज्य की ओर से ऐसे वार मुमकिन है इस शसान पर हों उनके मन में, उनके ख़याल में नहीं आती थी, जबकि ऐसा हुआ। अल्लाह का शुक्रगुज़ार हूं कि उसने हमारी आर्म्ड फ़ोर्सेज़ की मदद की, जो उनके कई परतों वाले विकसित डिफ़ेंस को भेद सकीं और उनके बहुत से नगरीय और सैन्य इलाक़ों को अपने मीज़ाइलों की बौछार से अपने मज़बूत आधुनिक हथियारों से मिट्टी में मिला दिया। यह अल्लाह की बड़ी नेमतों में से एक है।"
15/07/2025
ज़ायोनी खाना बाँटने के नाम पर एक केंद्र बनाते हैं। लोग वहाँ खाना लेने के लिए भीड़ लगा लेते हैं। जितने लोगों को ये पहले बम से मारते थे, अब एक मशीनगन से उससे दस गुना ज़्यादा लोगों को ख़त्म कर देते हैं! लोगों को मारने में ज़्यादा ख़र्च आ रहा था, इस लिए उसे सस्ता कर दिया। अमरीका पूरी तरह इस जुर्म में शामिल है। इमाम ख़ामेनेई 4 जून 2025
14/07/2025
ज़ायोनी फ़ौजी उन माँओं पर फ़ायरिंग कर रहे हैं जो खाने की लाइनों में अपने भूखे बच्चों के लिए खाना लेने की कोशिश कर रही हैं। यह तो जंग नहीं है, यह एक क़ौम का सुनियोजित जातीय सफ़ाया है।
13/07/2025
ज़हरा शाफ़ेई, रिसर्च स्कॉलर बग़दाद से काबुल तक और अब तेहरान के संबंध में, साम्राज्यवाद की शैतानी साज़िशों में कोई बदलाव नहीं आया हैः उस सरकार की छवि को शैतानी दिखाया जाता है जो साम्राज्यवाद की दुश्मन है, उन लोगों को इंसानियत के दायरे से बाहर दिखाया जाता है जो पश्चिम की साम्राज्यवादी नीतियों के मुक़ाबले में डट गए हैं।
13/07/2025
उस रात उनका आना असमान्य घटना थी। शुरू के दो तीन मिनट सभी लोग हतप्रभ और एक ख़ास हालत में थे। एक बहुत ही आध्यात्मिक और क़ीमती माहौल था जिसका हम सभी पर प्रभाव पड़ा।
ताज़ातरीन