यह सभा बुनियादी तौर पर लोगों के फ़ायदे के लिए है। आज यह फ़ायदा क्या है? इस्लामी उम्मत की एकता। मेरी राय में इस्लामी उम्मत के लिए इससे बड़ा कोई फ़ायदा नहीं। अगर इस्लामी उम्मत एकजुट हो जाए, तो ग़ज़ा की त्रासदी न घटे, फ़िलिस्तीन की बर्बादी न हो, यमन इस तरह दबाव का शिकार न बने।
मेरी राय में इस्लामी उम्मत के लिए एकता से बड़ा कोई फ़ायदा नहीं। अगर इस्लामी उम्मत एकजुट हो जाए, तो ग़ज़ा की त्रासदी न घटे, फ़िलिस्तीन की बर्बादी न हो। यमन इस तरह दबाव का शिकार न बने।
हज की विशाल सभा के उपलक्ष्य में हज विभाग और इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के प्रतिनिधि कार्यालय के अधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने 4 मई 2025 की सुबह तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की।
इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने आज रविवार 4 मई 2025 की सुबह हज के ओहदेदारों और ईरानी हाजियों के एक समूह से मुलाक़ात में कहा कि बैतुल्लाह के ज़ायरीन के लिए हज के उद्देश्यों और इसके विभिन्न पहलुओं की समझ इस महान फ़र्ज़ की सही अदायगी की बुनियाद है। उन्होंने कहा कि हज से जुड़ी कई आयतों में "नास" (लोग) शब्द का इस्तेमाल यह दर्शाता है कि अल्लाह ने यह फ़र्ज़ सिर्फ़ मुसलमानों के लिए नहीं, बल्कि पूरी मानवता के मामलों के प्रबंधन के लिए निर्धारित किया है। इसलिए, हज का सही आयोजन वास्तव में पूरी मानवता की सेवा है।
वही साम्राज्यवादी ताकतें, जो आतंकवाद को एक जुर्म क़रार देती हैं इस ज़ालिम और अपराधी शासन के लिए आतंकवाद उनकी नज़र में जायज़ और वैध है! उसका हर काम खुला आतंकवाद है और अमरीका उसका समर्थन करता है। कई पश्चिमी सरकारें उसका साथ देती हैं, बाक़ी सब ख़ामोश तमाशाई बने हुए हैं।
इस्लामी क्रान्ति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 4 मई 2025 को हज के मामलों के ज़िम्मेदारों व कार्यकर्ताओं और कुछ हज यात्रियों से मुलाक़ात की और हज की प्रकृति और उसमें निहित रहस्यों पर चर्चा की तथा कुछ निर्देश दिये।(1)
स्पीच इस प्रकार है:
उनका रेज़िस्टेंस और प्रतिरोध के मोर्चे के जवानों पर बस नहीं चलता तो परिवार वालों पर टूट पड़ते हैं, बच्चों, मज़लूमों और बूढ़े लोगों की जान ले लेते हैं। मानवाधिकार के लिए शोर मचाकर दुनिया के कान के पर्दे फाड़ने वाले कहां हैं? क्या ये इंसान नहीं हैं? क्या इनके अधिकार नहीं हैं?
इमाम ख़ामेनेई
10 अप्रैल 2024
24 अप्रैल 2025 को इमाम जाफ़र सादिक़ (अ.स.) के शहादत दिवस के मौक़े पर मजलिस-ए-अज़ा के बाद इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने इमाम जाफ़र सादिक़ (अ.स.) और इमामत के विषय पर एक महत्वपूर्ण भाषण दिया। उनके भाषण के कुछ अंश इस प्रकार हैं:
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने 31 मार्च 2025 को अपनी स्पीच में क्षेत्र से ज़ायोनी शासन को जड़ से उखाड़ दिए जाने को एक धार्मिक, नैतिक और इंसानी कर्तव्य बताया। इस इन्फ़ोग्राफ़ में इस कर्तव्य की अनिवार्यता को पेश किया गया है।
तेहरान दौरे पर आए सऊदी रक्षा मंत्री ख़ालिद बिन सलमान ने गुरूवार 17 अप्रैल 2025 की शाम को इस देश के नरेश का संदेश इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई की सेवा में पेश किया।
तेहरान के दौरे पर आए सऊदी अरब के रक्षा मंत्री ख़ालिद बिल सलमान ने गुरूवार 17 अप्रैल 2025 की शाम को तेहरान में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की और सऊदी नरेश का संदेश उनकी सेवा में पेश किया।
पड़ोसी देशों के साथ व्यापारिक संबंधों में विस्तार हमारी तरजीह होनी चाहिए। उन देशों के साथ आर्थिक संबंधों को आसान बनाया जाए जो एशिया के आर्थिक केन्द्र हैं, जैसे चीन, रूस और भारत।
इमाम ख़ामेनेई
15 अप्रैल 2025
ग़ज़ा के वाक़ए, हक़ीक़त में यह अपराधी गैंग जो फ़िलिस्तीन पर शासन कर रहा है, बर्बरता की सारी हदों को पार कर गया है। मेरी नज़र में इस्लामी जगत को कोई क़दम उठाना चाहिए, कुछ करना चाहिए।
नए हिजरी शम्सी साल के उपलक्ष्य में मंत्रीमंडल और संसद के कुछ सदस्यों और न्यायपालिका और कार्यपालिका कुछ बड़े अधिकारियों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मंगलवार 15 अप्रैल 2025 को दोपहर में तेहरान में मुलाक़ात की।
नए ईरानी साल (हिजरी शम्सी) के उपलक्ष्य में तीनों पालिकाओं के आला अधिकारियों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मंलगवार 15 अप्रैल 2025 को तेहरान में मुलाक़ात की।
जब हज़रत हम्ज़ा शहीद हुए तो ख़ुद पैग़म्बरे इस्लाम ने उन्हें नमूना बनाना चाहा। यह जो पैग़म्बरे इस्लाम ने उन्हें “शहीदों का सरदार” कहा था...यह आदर्श बनाना है और यह उस दौर के लिए ही नहीं था बल्कि हमेशा के लिए, पूरी तारीख़ के लिए और सभी मुसलमानों के लिए है।
इमाम ख़ामेनेई
25 जनवरी 2025
वार्ता में अच्छी तरह से आगे बढ़ा जाए। मुमकिन है नतीजे पर पहुंचे, मुमकिन है नतीजा न निकले। न तो हम बहुत आशावादी हैं और न ही बहुत बदगुमान हैं। अलबत्ता सामने वाले पक्ष के संबंध में बहुत बदगुमान हैं, सामने वाले पक्ष को हम नहीं मानते, उसे हम पहचानते हैं।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 15 अप्रैल 2025 को न्यायपालिका और कार्यपालिका के आला अधिकारियों से नए ईरानी साल 1404 के उपलक्ष्य में अपनी मुलाक़ात में मुल्क के मसलों, परमाणु वार्ता और फ़िलिस्तीन के हालात के संबंध में चर्चा की। (1)
सन 1956 में स्वेज नहर जंग पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ़्रीक़ा के इलाक़े में अमरीका की दख़लअंदाज़ी के लिए एक अहम मोड़ साबित हुयी। जब मिस्र के राष्ट्रपति जमाल अब्दुन्नासिर ने पूर्व सोवियत संघ के सपोर्ट से वेस्ट एशिया में ब्रिटेन और फ़्रांस की ताक़त को कंट्रोल करने के लिए स्वेज़ नहर के राष्ट्रीयकरण का फ़ैसला किया तो उस वक़्त दुनिया की दो बड़ी ताक़तों के ज़रिए और ज़ायोनी सरकार के हस्तक्षेप से एक जंग हुयी जो इस इलाक़े में एक नए सिस्टम के सामने आने का सबब बनी।
नए हिजरी शम्सी साल के आग़ाज़ के उपलक्ष्य में इस्लामी गणराज्य ईरान की आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के कमांडरों ने रविवार 13 अप्रैल की सुबह इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से आयतुल्लाह ख़ामेनेई से तेहरान में मुलाक़ात की।
आज इस्लामी दुनिया का एक हिस्सा बुरी तरह घायल है; फ़िलिस्तीन घायल है... इस्लामी दुनिया को यह सब देखना चाहिए, समझना चाहिए और फ़िलिस्तीनियों के दुख-दर्द को अपना दुख-दर्द समझना चाहिए और अपनी ज़िम्मेदारी महसूस करना चाहिए।
इमाम ख़ामेनेई
31 मार्च 2025
नए हिजरी शम्सी साल के आग़ाज़ के उपलक्ष्य में इस्लामी गणराज्य ईरान की आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के कमांडरों और अधिकारियों ने रविवार 13 अप्रैल की दोपहर इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से तेहरान में मुलाक़ात की।
दुश्मन, हमारी तरक़्क़ी से बौखला गया है, क्रोधित है। बहुत से दुष्प्रचार जिसे आप दुश्मन के मीडिया में प्रसारित होते हुए सुनते हैं, वह बौखलाहट की वजह से है। इसके अलावा उनके पास कोई रास्ता नहीं है। ऐसे दावे करते हैं जिनकी कोई हक़ीक़त नहीं है।
पश्चिम के समकालीन इतिहास के एक भाग में योरोप और अमरीका के बड़े शहरों में सड़कें फ़िलिस्तीन के समर्थन में बड़े पैमाने पर प्रदर्शनों से भर गयीं जिसकी इतिहास में मिसाल नहीं मिलती। यह लहर सन 2023 में अक्तूबर महीने के मध्य में शुरू हुयी, जब लंदन में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन से राजनेता और पर्यवेक्षक हैरत में पड़ गए। अलग अलग अंदाज़े थे- कुछ 1 लाख लोग कहते थे और कुछ 3 लाख- लेकिन कोई भी भीड़ के रूप में मौजूद उस विशाल फ़ोर्स का इंकार न कर सका जो फ़िलिस्तीन का परचम लिए हाइड पार्क से डाउनिंग स्ट्रीट तक मौजूद थी।
12,500 से ज़्यादा औरतें पिछले 18 महीनों में ज़ायोनी शासन के हाथों मारी जा चुकी हैं। 250000 से ज़्यादा औरतें, स्किन इंफ़ेक्शन और पाचन तंत्र में इंफ़ेक्शन सहित संक्रामक बीमारियों का शिकार हो गयी हैं।
हमें याद नहीं आता कि हमने जो इतिहास देखा है और जिसके बारे में पढ़ा है, उसमें कभी सिर्फ़ दो साल के अंदर बीस हज़ार बच्चों को एक सैन्य टकराव में शहीद किया गया हो!
इमाम ख़ामेनेई
31 मार्च 2025
आज पूरी दुनिया के लोग निश्चित रूप से उन दुष्टताओं के विरोधी हैं, जो ज़ायोनी शासन कर रहा है। लोग इसके ख़िलाफ़ खड़े हैं। जिसके लिए जिस तरह से भी संभव है, अपने स्तर पर प्रतिरोध कर रहा है।
21 मार्च 2025
इमाम ख़ामेनेई
ईरानी क़ौम ने इस मुबारक महीने के आख़िरी जुमे को एक बड़ा कारनामा अंजाम दिया और अवाम की इस रैली से दुनिया को अनगिनत संदेश पहुंचे। जिन लोगों को हमारी क़ौम को समझने की ज़रूरत है उन्हें तेहरान और दूसरे छोटे बड़े शहरों में आप अज़ीज़ लोगों की इस शानदार रैली से बहुत से संदेश पहुंचे।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 31 मार्च 2025 को ईदुल फ़ित्र के दिन इस्लामी सिस्टम के अधिकारियों और इस्लामी मुल्कों के राजदूतों और समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों से ख़ेताब किया जिसमें इस्लामी जगत के मुद्दों और प्राथमिकताओं के बारे में बात की। (1)