ग़ज़ा और लेबनान में प्रतिरोध जारी रहने का ज़िक्र करते हुए इस्लामी क्रांति के नेता:

इस्राईल जड़ से उखड़ जाएगा

17/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने देश के विभिन्न वर्गों की हज़ारों महिलाओं से मंगलवार 17 दिसम्बर 2024 को मुलाक़ात के अवसर पर हज़रत फ़ातेमा ज़हरा के शुभ जन्म दिवस की बधाई पेश करते हुए उनकी सीरत के विभिन्न पहलुओं पर रौशनी डाली।
17/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने मंगलवार 17 दिसम्बर 2024 को हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के जन्म दिवस और महिला दिवस के उपलक्ष्य में पूरे देश के विभिन्न वर्गों की हज़ारों महिलाओं से मुलाक़ात में अहम स्पीच दी।(1)
15/12/2024
सीरिया में सिविल वार की आग, जिसके शोले सन 2011 में भड़के थे, बड़ी तेज़ी से विश्व की बड़ी ताक़तों के हस्तक्षेप के मैदान में बदल गयी। इस संकट में बुनियादी और क्रूर रोल अदा करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी ताक़त अमरीका था।
13/12/2024
इमाम महदी की हुकूमत का सबसे अहम नारा है, न्याय व इंसाफ़। इमाम महदी पूरी दुनिया को, किसी एक जगह को नहीं, न्याय से भर देंगे और हर जगह न्याय व इंसाफ़ क़ायम कर देंगे। इमाम महदी के बारे में जो रवायतें हैं, उनमें भी यही बात मिलती है। इसलिए इमाम महदी के ज़ाहिर होने का इंतेज़ार करने वालों की पहली अपेक्षा, पहले चरण में न्याय व इंसाफ़ क़ायम होना है। इमाम ख़ामेनेई 22/10/2002
12/12/2024
हम गए, हमारी फ़ोर्सेज़ दो वजहों से इराक़ भी गयीं, सीरिया भी गयीं। एक, पाक़ीज़ा रौज़ों की रक्षा करना था। दूसरी वजह सुरक्षा का विषय था। अधिकारी बहुत जल्दी, वक़्त पर समझ गए कि अगर अशांति को वहीं पर रोका न गया तो यह फैलेगी, यहाँ हमारे विशाल मुल्क में अशांति फैल जाएगी।  
12/12/2024
वे रेज़िस्टेंस और रेज़िस्टेंस मोर्चे को सही तरीक़े से नहीं समझते। उस पर जितना भी दबाव डालें, वह उतना ही मज़बूत होता जाएगा। अल्लाह की ताक़त से रेज़िस्टेंस का दायरा अतीत की तुलना में पूरे क्षेत्र में और भी फैल जाएगा।
11/12/2024
समाज के मुख़्तलिफ़ वर्ग के हज़ारों लोगों ने बुधवार की सुबह तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।  
11/12/2024
जो कुछ सीरिया में हुआ वह अमरीका और ज़ायोनी शासन की एक संयुक्त साज़िश का नतीजा है। सीरिया के ख़िलाफ़ अस्ल षड्यंत्रकारी तत्व और मुख्य कमांड रूम अमरीका और ज़ायोनी सरकार में है।  
11/12/2024
रेज़िस्टेंस मोर्चा ऐसा हैः जितना उससे लड़िएगा, उतना ही उसका दायरा फैलता जाएगा। अल्लाह की ताक़त से, अल्लाह की इजाज़त से ईरान ताक़तवर है और इससे ज़्यादा ताक़तवर होता जाएगा।   
11/12/2024
शक मत कीजिए ऐसा ही होगा। अल्लाह की तौफ़ीक़ और ताक़त से अमरीका की स्थिति मज़बूत नहीं होगी, अमरीका भी रेज़िस्टेंस मोर्चे के हाथों क्षेत्र से बाहर खदेड़ दिया जाएगा।  
आयतुल्लाह ख़ामेनेईः रेज़िस्टेंस मोर्चा अमरीका को क्षेत्र से खदेड़ देगा और ज़ायोनीवाद को जड़ से उखाड़ देगा

जो कुछ सीरिया में हुआ अमरीकी-ज़ायोनी साज़िश का नतीजा है

11/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने, बुधवार 11 दिसम्बर 2024 की सुबह समाज के मुख़्तलिफ़ वर्गों के लोगों से मुलाक़ात में सीरिया की घटनाओं के मुख़्तलिफ़ पहलुओं को बयान किया।
11/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने सीरिया की स्थिति में हाल में होने वाले बदलाव के बाद, 11 दिसम्बर 2024 को अवाम की सभा से ख़ेताब में अहम पहुलओं पर रौशनी डाली। (1)
10/12/2024
मानवाधिकार ऐसा विषय है कि अमरीका पूरी दुनिया में उसकी रक्षा का सबसे बड़ा दावेदार रहा है और पिछले दशकों में उसे उसने अपनी चौधराहट को फैलाने और दूसरी सरकारों की आलोचना के लिए हथकंडे के तौर पर इस्तेमाल करता रहा है। ऐसे राष्ट्रों की तादाद बहुत ज़्यादा है जिन पर पिछले दशकों में अमरीकी सरकार ने मानवाधिकार के उल्लंघनकर्ता का इल्ज़ाम लगाया और ऐसी सरज़मीनें भी बहुत हैं जहाँ अमरीका ने प्रजातंत्र और मानवाधिकार क़ायम करने के नाम पर चढ़ाई की। लेकिन हक़ीक़त में बहुत सी रिपोर्टें और ठोस डेटा इस बात के गवाह हैं कि आज अमरीका पूरी दुनिया में मानवाधिकार का सबसे बड़ा उल्लंघनकर्ता है। 
09/12/2024
हज़ारों की तादाद में अलग अलग अवामी तबक़ों के लोग बुधवार 11 दिसम्बर को रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात करेंगे। 
07/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के मौक़े पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली आख़िरी मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और बड़ी तादाद में अज़ादारों ने शिरकत की।
07/12/2024
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस की आख़िरी मजलिस शुक्रवार की शाम को आयोजित हुई, जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
06/12/2024
इमाम महदी का ज़ाहिर होना जिस चीज़ की ख़ुशख़बरी देता है वह एकेश्वरवादी दुनिया है जिसका निर्माण न्याय की बुनियाद पर और उन सभी सलाहियतों को इस्तेमाल करते हुए की गयी जो अल्लाह ने इंसान के वजूद में रखी हैं, हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम के ज़ाहिर होने का ज़माना ऐसा ज़माना होगा। वह एकेश्वरवादी समाज का ज़माना है, सही मानी में न्याय और अध्यात्म के पूरी तरह प्रभुत्व का ज़माना है। इमाम ख़ामेनेई 09/07/2011
05/12/2024
मुख़्तलिफ़ मैदानों में हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा का जेहाद, एक आइडियल जेहाद है। इस्लाम की रक्षा में, इमामत व विलायत की रक्षा में, पैग़म्बर के सपोर्ट में, इस्लाम के सबसे बड़े सरदार की देखभाल का उनका जेहाद, एक नमूना है।    इमाम ख़ामेनेई   16 दिसम्बर 1992
05/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा की मज़लूमाना शहादत की शाम को तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
05/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
04/12/2024
हज़रत ज़हरा सही मानी में एक मुजाहिद हैं, कभी न थकने वाली, संघर्ष करने वाली और कठिनाइयां बर्दाश्त करने वाली हैं।    इमाम ख़ामेनेई    13 दिसम्बर 1989
04/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के मौक़े पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली तीसरी मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।  यह मजलिस शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित हुयी। 
05/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
03/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा इस्लामी औरतों में सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचने वाली महिला हैं, यानी एक रहबर के स्तर पर हैं।     इमाम ख़ामेनेई    19 मार्च 2017  
03/12/2024
2 दिसम्बर को दास प्रथा के अंत का विश्व दिवस मनाया जाता है। इस दिन कोशिश की जाती है कि मानव तस्करी, लोगों के यौन शोषण, बाल शोषण, बच्चों की जबरन शादी और जंगों में उनके इस्तेमाल जैसी इस दौर की ग़ुलामी के रूपों पर ध्यान केन्द्रित किया जाए ताकि इन चीज़ों के ख़िलाफ़ विश्व स्तर पर आंदोलन शुरू हो सके।  इस बात में कोई शक नहीं है कि उक्त अपराध, इंसानों के ख़िलाफ़ होने वाले सबसे घिनौने अपराधों में शामिल हैं लेकिन क्या किसी काम के लिए इंसान को मजबूर किया जाना सिर्फ़ ग़ुलामी के रूप में ही होता है? क्या वैचारिक, आर्थिक और सांस्कृतिक जंजीरें, इंसान को ग़ुलामी में नहीं जकड़ सकतीं?
03/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के मौक़े पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली दूसरी मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
04/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के मौक़े पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली दूसरी मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।    
02/12/2024
अध्यात्म व पाकीज़गी के मर्तबों को हासिल करने में औरत और मर्द में कोई अंतर नहीं है। अल्लाह मानव इतिहास में हज़रत ज़हरा जैसी महिला को पैदा करता है जो (इमाम के) एक क़ौल के मुताबिक़, "हम मख़लूक़ पर अल्लाह की हुज्जत हैं और हमारी दादी फ़ातेमा हम पर हुज्जत हैं।" फ़ातेमा ज़हरा अल्लाह की हुज्जत हैं, इमामों की इमाम हैं; क्या इससे बढ़कर कोई शख़्सियत हो सकती है?    इमाम ख़ामेनेई    1 मई 2013
03/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के मौक़े पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली पहली मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
03/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के मौक़े पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली पहली मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
01/12/2024
जब दक्षिणी लेबनान के पहाड़ी टीलों पर सुबह का सूरज प्रकट हुआ तो गाड़ियों का एक क़ाफ़िला आगे की तरफ़ बढ़ने लगा और उनके हार्न से वतन वापसी के नग़में की गूंज सुनाई देने लगी। लेबनान के लोग, जो ज़ायोनिस्ट रेजीम की आक्रामकता की वजह से एक मुद्दत से बेघर हो गए थे, बुधवार की सबुह स्थानीय वक़्त के मुताबिक़ 4 बजे युद्ध विराम शुरू होने के फ़ौरन बाद अपने अपने गांवों की ओर तेज़ी से वापस लौटने लगे। खिड़कियां खुलने लगीं और हाथों में हिज़्बुल्लाह के पीले रंग के परचम लहराने लगे जो चैन और रिहाई का चिन्ह है।
01/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा स्वर्ग की औरतों की सरदार हैं। बहादुरी का सबक़, त्याग का सबक़, दुनिया में ज़ोहद का सबक़, मारेफ़त हासिल करने का सबक़, दिलों तक मारेफ़त पहुंचाने का सबक़, इंसान के बौद्धिक लेहाज़ से परिपक्व टीचर के मक़ाम पर पहुंचना, हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के सबक़ हैं।     इमाम ख़ामेनेई    18 फ़रवरी 2018  
29/11/2024
इंसान की पैदाइश और इंसानियत के लंबे इतिहास में एक हक़ीक़त पायी जाती है और वह यह है कि सत्य और असत्य के बीच संघर्ष, एक दिन सत्य के पक्ष में और असत्य के ख़िलाफ़ ख़त्म होगा और उस दिन के बाद से इंसान की वास्तवकि दुनिया और इंसान की पसंदीदा ज़िंदगी शुरू होगी जिसमें संघर्ष, जंग के मानी में नहीं है बल्कि भलाइयों में एक दूसरे से आगे निकलने के मानी में है। इमाम ख़ामेनेई 17/08/2008
अगर हिज़्बुल्लाह अपने अहम उपकरणों को इस्तेमाल करे तो जंग का नक़्शा ही बदल जाएगा

जो मनोबल मैंने हिज़्बुल्लाह के जांबाज़ों में देखा, वह निश्चित फ़तह की ख़ुशख़बरी है

29/11/2024
लेबनान और सीरिया के ताज़ा सफ़र से लौटने पर इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के सलाहकार डाक्टर लारीजानी का KHAMENEI.IR से विशेष इटरव्यू
27/11/2024
चूंकि उसके सामने बंद गली नहीं है, इसी वजह से, इन्हीं दलीलों की वजह से एक बसीज को इस बात का यक़ीन है कि आख़िरकार एक दिन वह ज़ायोनी शासन को निश्चित तौर पर उखाड़ फेंकेगा।  
27/11/2024
इस्लामी गणराज्य ईरान की नौसेना के कमांडरों और अधिकारियों ने नौसेना दिवस पर बुधवार 27 नवम्बर 2024 को सुबह तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की। 
27/11/2024
मुल्क भर से आए हुए हज़ारों स्वयंसेवियों ने सोमवार 25 नवम्बर 2024 को तेहरान में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की। जोश व श्रद्धा से भरे इस प्रोग्राम के माहौल, लोगों के जज़्बात और दूसरी अहम बातों के बारे में एक रिपोर्ट पेश है।  लेखकः मोहसिन बाक़ेरीपूर
27/11/2024
 ईरान की आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के सुप्रीम कमांडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने नौसेना दिवस पर बुधवार 27 नवम्बर 2024 को नौसेना के कमांडरों और आला अधिकारियों से तेहरान में मुलाक़ात में, नौसेना को आज की दुनिया में बहुत ही अहम व निर्णायक फ़ोर्स बताया और मुख़्तलिफ़ आप्रेशनल, इंटेलिजेंस, सपोर्ट और इनोवेशन के क्षेत्रों में नौसेना की सरगर्मियों की सराहना करते हुए कहा कि सभी सरगर्मियों और योजनाओं में आर्म्ड फ़ोर्सेज़ ख़ास तौर पर नौसेना का टार्गेट जंगी तैयारी और क्षमता होना चाहिए।  
26/11/2024
मैं आज यह बात कह रहा हूं कि रेज़िस्टेंस मोर्चे का दायरा आज जितना है, कल उसका दायरा कई गुना ज़्यादा फैल जाएगा। ये मूर्ख अपने हाथों से रेज़िस्टेंस मोर्चे का दायरा बढ़ा रहे हैं।  
25/11/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के सलाहकार डाक्टर लारीजानी के इंटरव्यू का ख़ुलासाः हिज़्बुल्लाह की मौजूदा ताक़त की अतीत से तुलना नहीं की जा सकती। इन्होंने अभी तो अपने अहम हथियारों को इस्तेमाल ही नहीं किया है और मेरे ख़्याल में अगर इस्तेमाल करे तो स्थिति बहुत बदल जाएगी। शायद उन्हें यह बात समझ में आ गयी जभी तो जल्द संघर्ष विराम की इच्छा ज़ाहिर कर रहे हैं।
ताज़ातरीन