17/08/2021
इतनी बड़ी क़ुरबानी की ज़रूरत थी जो इतिहास को और समाज को झिंझोड़ कर रख दे और ऐसा ही हुआ।
23/08/2021
इमाम हुसैन ने प्यास को बर्दाश्त किया, अपने वफ़ादार साथियों की शहादत पर सब्र किया, यह सब्र के आसान मरहले थे। सब्र का इससे भी कठिन एक मरहला था।
26/08/2021
कर्बला की सरज़मीन पर भाई हुसैन की लाश के पास पहुंच कर हज़रत ज़ैनब ने पैग़म्बरे इस्लाम से दर्द भरे लहजे में कहा यह आपका हुसैन है जो ख़ून में लथपथ ज़मीन पर पड़ा है।
26/10/2021
कुछ इस्लामी सरकारों ने अतिग्रहणकारी ज़ालिम ज़ायोनी शासन से संबंध क़ायम करके बड़ा पाप किया है। उन्हें वापस लौटना और ग़लती की भरपाई करना चाहिए। इमाम ख़ामेनेई, 24 अक्तूबर 2021
27/10/2021
इस्लाम, समावेशी दीन है। इसकी समग्रता का हक़ अदा करना चाहिए। भौतिकवादी राजनैतिक ताक़तों की ज़िद है कि इस्लाम, व्यक्तिगत अमल और दिल की आस्था तक सीमित रहे। क़ुरआन, सैकड़ों आयतों में इसका खंडन करता है। इस्लाम की गतिविधियों का दायरा सामाजिक, राजनैतिक और वैश्विक विषयों तक फैला हुआ है। इमाम ख़ामेनेई, 24 अक्तूबर 2021
28/10/2021
जंजान के शहीदों की याद मनाने वाली कमेटी के सदस्यों और कुछ शहीदों के घरवालों ने इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से 16 अक्तूबर को मुलाक़ात की। 
24/10/2021
24 अक्तूबर 2021 को इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने इस मुलाक़ात में पैग़म्बरे इस्लाम की पैदाइश की मुबारकबाद दी और इस शुभ जन्म दिन को पूरी इंसानियत की ज़िन्दगी में नए दौर का आग़ाज़ बताया। सर्वोच्च नेता के भाषण का हिंदी अनुवाद पेश हैः पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम और उनके छठे उत्तराधिकारी इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम की पैदाइश के मुबारक दिन पर तीनों पालिकाओं के चीफ़, इस्लामी व्यवस्था के अधिकारियों और पैंतीसवी अंतर्राष्ट्रीय इस्लामी एकता कॉन्फ़्रेंस में भाग लेने वाले मेहमानों ने रविवार को आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
28/10/2021
इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह ख़ामेनई ने 16 अक्तूबर 2021 को ज़ंजान प्रांत के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित सेमीनार की आयोजक कमेटी और कुछ शहीदों के परिजनों से मुलाक़ात की। इस अवसर पर आयतुल्लाह ख़ामेनई ने संक्षिप्त भाषण दिया जो गुरुवार 28 अक्तूबर 2021 को सेमीनार के उदघाटन कार्यक्रम में जारी किया गया। (1)
30/10/2021
मुसलमानों की एकता निश्चित क़ुरआनी कर्तव्य है। मुसलमानों की एकता टैक्टिकल चीज़ नहीं कि कोई सोचे कि ख़ास हालात के कारण हम एकजुट हो जाएं। नहीं! यह सैद्धांतिक विषय है। मुसलमानों का आपसी सहयोग ज़रूरी है। मुसलमान एकजुट रहेंगे तो एक दूसरे की मदद करेंगे और सब ताक़तवर बनेंगे। इमाम ख़ामेनई 24 अक्तूबर 2021
31/10/2021
शहीद चुने हुए लोग हैं, शहीद वे हैं जिन्हें महान परवरदिगार चुनता है। शहीदों ने सही रास्ते को चुना और अल्लाह ने भी उन्हें मक़सद तक पहुंचने के लिए चुना। शहीदों की क़ीमत को भौतिक हिसाब से आंका नहीं जा सकता। इमाम ख़ामेनेई, 24 अक्तूबर 2021
31/10/2021
शहीद दुनिया के सबसे बड़े व्यापार में कामयाब हैं। हे ईमान वालो, क्या तुम्हे ऐसा व्यापार दिखाएं जो तुम्हे दर्दनाक अज़ाब से बचाए? अल्लाह और उसके पैग़म्बर पर ईमान लाओ और अपनी जान-माल से अल्लाह की राह में जेहाद करो, अगर जानते हो तो यह तुम्हारे लिए बेहतर है। (सूरए सफ़ आयत 10 व 11) इमाम ख़ामेनेई, 24 अक्तूबर 2021
01/11/2021
शहीद चुने हुए लोग हैं, शहीद वे हैं जिन्हें महान अल्लाह चुनता है, शहादत चोटी है, हम में से बहुत ‎से हैं जो उस चोटी पर ‎पहुंचने की आरज़ू रखते हैं, तो हमें उस चोटी के दामन में रास्ता ढूंढना ‎होगा ‎उस रास्ते पर चलना होगा ताकि चोटी तक ‎पहुंच सकें।
02/11/2021
इस्राईल के हाथों शहीद कर दिए जाने वाले परमाणु वैज्ञानिक प्रोफ़ेसर मजीद शहरयारी के व्यक्तित्व पर एक नज़र
02/11/2021
शहीदों को श्रद्धाजलि देने के कार्यक्रम को मामूली काम नहीं समझना चाहिए। वाक़ई यह बड़ा नेक काम है। यह एक फ़र्ज़ है जो अभी अदा नहीं हुआ है। अभी तो शुरुआत है। यह काम जारी रहेंगे और उन्हें जारी रहना ही चाहिए।
04/11/2021
बीसवीं सदी अमरीकी ख़्वाबों की दुनिया है, अमरीकियों का दावा था कि दुनिया उनकी उंगली पर नाचती है। इसी दावे के साथ ही 1991 में पूर्व सोवियत संघ के विघटन और दुनिया के एक ध्रुवीय हो जाने के बाद, भूतपूर्त अमरीकी राष्ट्रपति बुश सीनियर ने दुनिया में पुराना वर्ल्ड आर्डर ख़त्म होने की बात कही और बुद्धिजीवियों व राजनैतिक टीकाकारों ने भी अमरीकी चौधराहट और अमरीकी सदी के आग़ाज़ की भविष्यवाणी कर दी। सबने कहा कि अब दुनिया पर अमरीकी जीवन शैली और अमरीकी मूल्य छा जाएंगे।
06/11/2021
जिस वक़्त 13 आबान बराबर 4 नवंबर 1979 की घटना घटी, हम ईरान में नहीं थे। हम और जनाब रफ़सन्जानी साहब हज के लिए पवित्र नगर मक्का में थे। मुझे याद है कि एक रात हम मक्के में हज संस्था के प्रतिनिधि कार्यालय में छत पर बैठे या लेटे हुए थे। हम सोना चाहते थे। ईरान में रात के 12 बजे का रेडियो बुलेटिन सुन रहे थे कि रेडियो से यह ख़बर सुनी कि इमाम ख़ुमैनी की गाइडलाइन पर अमल करने वाले स्टूडेंट्स ने अमरीका के (जासूसी के अड्डे में बदल चुके) दूतावास को अपने कंट्रोल में ले लिया है।
06/11/2021
हालिवुड अमरीका और उसकी फ़ौज की जो तसवीर पेश करता है वह झूठ है। इमाम ख़ामेनेई 3 अकतूबर 2021
14/11/2021
सामर्रा में रहते हुए इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम ने पूरे इस्लामी जगत से संपर्क स्थापित कर ‎लिया।
14/11/2021
आयतुल्लाह ख़ामेनेईः “हज़रत इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम उसी सामर्रा शहर में जो दरअस्ल एक छावनी के ‎समान था, अपने व्यापक प्रचारिक व ज्ञान संबंधी नेटवर्क के ज़रिए पूरी इस्लामी दुनिया से संपर्क स्थापित करने में ‎कामयाब हुए। सिर्फ़ यह नहीं था कि आप नमाज़, रोज़ा या तहारत और नजासत के मसलों का जवाब देते थे। वह ‎एक इमाम की हैसियत से उस अंदाज़ में जो इस्लाम के मद्देनज़र है अपना पक्ष रखते थे और आम जन से ‎मुख़ातिब होते थे।”‎  इमाम ख़ामेनेई 10 मई 2003‎
14/11/2021
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने सांस्कृतिक क्रांति की उच्च परिषद के नए सदस्यों को नियुक्त किया।
16/11/2021
क़ुम, हज़रत फ़ातेमा मासूमा अलैहस्सलाम का पवित्र मज़ार और हरम है, वह महान हस्ती जिनके पवित्र मज़ार के क़रीब से पहली बार यह उफनता हुआ सोता उबला और इसकी बरकतें पूरी दुनिया ख़ास कर इस्लामी जगत तक पहुंचीं। इमाम ख़ामेनेई, 5 अक्तूबर 2000
16/11/2021
अहले बैत की छत्रछाया में पलने वाली हस्ती के क़दम जब क़ुम में पड़े तो यह शहर इल्म का अमर ‎स्रोत बन गया। इमाम ख़ामेनेई, ‎12-06-2021‎
17/11/2021
हमारे घर के सभी लोग, जब सोना चाहते हैं तो उनके हाथ में ज़रूर कोई किताब होती है।
17/11/2021
जवान साइन्टिस्ट व प्रतिभाशाली लोगों के (एलिट) ग्रुप ने 17 नवंबर 2021 को सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मुलाक़ात की।
19/11/2021
विस्तारवादी ताक़तों की साफ़्ट जंग का एक पहलू यह होता है कि वह राष्ट्रों को उनकी क्षमता से ग़ाफ़िल रखें। या उनकी ऐसी दुर्गत कर दें कि वे ख़ुद ही अपनी क्षमताओं को नकारने लगें। जब किसी राष्ट्र पर अपनी क्षमताओं के बारे में ग़फ़लत छा जाती है तो उसको लूटना आसान हो जाता है। इमाम ख़ामेनेई Nov 17, 2021
21/11/2021
आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने एक शहीद की मां की जीवनी बयान करने वाली किताब ‎“तनहा गिरये कुन” (अकेले आंसू बहाओ) (1)‎ किताब की प्रस्तावना लिखी है।
21/11/2021
भविष्य में दुनिया के मैनेजमेंट में आर्टिफ़िशियल इंटैलीजेन्स का बहुत अहम रोल होगा। इस विषय पर तवज्जो और गहरा चिंतन किया जाना चाहिए। हमें इतनी मेहनत करनी चाहिए कि इस मैदान में हमारा देश दुनिया में फ़्रंटलाइन के दस देशों में अपनी जगह बनाए। इमाम ख़ामेनेई Nov 17, 2021
17/11/2021
17  नवम्बर को इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने देश के युवा वैज्ञानिकों व असाधारण प्रतिभाशाली लोगों के एक समूह को संबोधित किया।(1) तक़रीर का अनुवाद पेश हैः
22/11/2021
अफ़्रीक़ा में महान सभत्यताएं थीं जो अपनी क्षमताओं के बारे में ग़फ़लत बरतने की वजह से उस साफ़्ट वार की भेंट चढ़ गईं जो विस्तारवादी ताक़तों ने उन पर थोपीं। नेहरू ने अपनी किताब में भारत के बारे में इसी चीज़ का उल्लेख किया है। इमाम ख़ामेनेई Nov 17, 2021
22/11/2021
वैज्ञानिक प्रगति की हमारी रफ़तार ऐसी होनी चाहिए कि तक़रीबन पचास साल में ईरान दुनिया में ज्ञान-विज्ञान का सेंटर बन जाए और लोगों को आधुनिक ज्ञान के लिए फ़ारसी सीखने की ज़रूरत पड़े। दुनिया में किसी ज़माने में यही स्थिति थी जो दोबारा भी बन सकती है। इमाम ख़ामेनेई Nov 17, 2021
24/11/2021
  इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने स्वयं सेवी फ़ोर्स (बसीज) सप्ताह के उपलक्ष्य में एक संदेश में कहा है कि देश की सभी समस्याओं का हल, ऊंचे हौसले, अक़्लमंदी, सही सोच और अल्लाह पर भरोसे से मुमकिन है।
25/11/2021
जो‏ ‏चीज़ ग़ैर मामूली सलाहियत वाले लोगों को एलिट बनाती है वह सिर्फ़ मानसिक क्षमता नहीं है। ‎बहुत से लोगों के पास सलाहियत है, मानसिक क्षमता है, लेकिन यह बर्बाद हो जाती है। जो चीज़ एलिट को एलिट बनाती है वह मानसिक क़ाबिलियित के अलावा इस सच्चाई और ‎इस नेमत की क़द्र को समझना है।
26/11/2021
प्यारे नौजवानो! ‎ ग़ैर मामूली दिमाग़ अल्लाह की नेमत है। अल्लाह की नेमत का शुक्र अदा करना चाहिए। ‎सूरए नह्ल में है कि अल्लाह की नेमत का शुक्र अदा करो अगर तुम उसी की इबादत करते ‎हो। आयतुल्लाह ख़ामेनेई ‎17 नवम्बर 2021
29/11/2021
एलिट वह है जो अपनी सलाहियत की क़द्र करता है। ग़फ़लत में डालना साम्राज्यवादी ताक़तों का हथियार। अंग्रेज़ों ने भारत का उद्योग तबाह कर दिया। ग़फ़लत छा जाए तो क़ौम आसानी से लुट जाती है। आर्टिफ़िशल इंटेलिजेन्स पर ख़ास ताकीद।
30/11/2021
फ़िलिस्तीन तो यक़ीनन आज़ाद होगा और फ़िलिस्तीनियों को ‎वापस मिलेगा। वहां फ़िलिस्तीनी हुकूमत बनेगी। इसमें कोई ‎शक नहीं। लेकिन अमरीका और पश्चिम की बदनामी का ‎दाग़ मिटने वाला नहीं है। इमाम ख़ामेनेई 27 फ़रवरी 2010
02/12/2021
ईरान की स्वयंसेवी फ़ोर्स, जिसे बसीज कहा जाता है, वह फ़ोर्स है जो देश की रक्षा से लेकर वैज्ञानिक, सामाजिक, ‎सांस्कृतिक और अवाम की ख़िदमत तक हर मैदान में सक्रिय है। आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई 27 नवम्बर 2019 ‎की अपनी एक तक़रीर में कहते हैं कि ‘बसीज’ के दो पहलू हैं। एक फ़ौजी मैदान में संघर्ष का पहलू है। ‎दूसरा साफ़्ट वार के मैदान में जिद्दोजेहद का पहलू है। यह फ़ोर्स हर जगह मौजूद है और और इससे वह ‎हस्तियां जुड़ी हैं जो नौजवानों के लिए आइडियल हैं।
02/12/2021
  ईलाम प्रांत के शहीदों की याद में सेमीनार के आयोजकों से मुलाक़ात में इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर की तक़रीर
02/12/2021
ईलाम प्रांत के तीन हज़ार शहीदों की याद में सेमीनार की आयोजक कमेटी के सदस्यों से मुलाक़ात में सुप्रीम लीडर की तक़रीर, जो 21 नवम्बर 2021 को हुई थी, गुरुवार 2 दिसम्बर 2021 की सुबह इस सेमिनार के आयोजन स्थल पर जारी की गई। स्पीच का अनुवाद पेश हैः
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