28/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने 11 दिसम्बर 2024 को अपनी स्पीच में कहा कि ज़ायोनी शासन ने सीरिया के इलाक़ों पर क़ब्ज़ा तो किया ही, साथ ही उसके टैंक दमिश्क़ के क़रीब तक पहुंच गए। गोलान हाइट्स के अलावा, जो दमिश्क़ का था और बरसों से उसके हाथ में था, दूसरे इलाक़ों पर भी क़ब्ज़ा करना शुरू कर दिया। अमरीका, योरोप और वे सरकारें, जो दुनिया के दूसरे मुल्कों में इन चीज़ों पर बहुत संवेदनशील हैं और एक मीटर और दस मीटर पर भी संवेदनशीलता दिखाती हैं, इस मसले पर न सिर्फ़ यह कि ख़ामोश हैं, एतेराज़ नहीं कर रही हैं बल्कि मदद भी कर रही हैं। यह उन्हीं का काम है। अब सवाल यह है कि अंतर्राष्ट्रीय क़ानून के मुताबिक़, दूसरे मुल्कों की सरज़मीन पर इस तरह के क़ब्ज़े का क्या हुक्म है और इस सिलसिले में अमरीका और योरोप की उदासीनता की वजह क्या है?
26/12/2024
इक्तीसवीं राष्ट्रीय नमाज़ कान्फ़्रेंस के नाम इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के पैग़ाम में अव्वले वक़्त और पूरे ध्यान व एकाग्रता के साथ नमाज़ पढ़ने पर ताकीद की गयी है।
25/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने नमाज़ की इक्तीसवीं राष्ट्रीय कान्फ़्रेंस के नाम एक संदेश में धर्मगुरू हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन मोहसिन क़राअती की निष्ठावान कोशिशों की सराहना करते हुए नमाज़ियों को अव्वले वक़्त नमाज़ पढ़ने और उनके मन व आत्मा सहित व्यक्तिगत और सामाजिक कर्म में नमाज़ के प्रभाव के लिए पूरे ध्यान व तनमयता से नमाज़ पढ़ने पर ताकीद की है। उन्होंने कहा कि यह ताकीद दूसरों की तुलना में जवानों से ज़्यादा है।
24/12/2024
सीरिया की जवान नस्ल को चाहिए कि इच्छा शक्ति से उन लोगों के मुक़ाबले में, जो इस अशांति के योजनाकार और इसे फैलाने वाले हैं, डट जाए और इंशाअल्लाह उन्हें हरा देगी।  
23/12/2024
यमन, हिज़्बुल्लाह, हमास और इस्लामी जेहाद हमारी प्रॉक्सी फ़ोर्स नहीं हैं। अगर हमें किसी दिन कोई क़दम उठाना पड़े तो हमें किसी प्रॉक्सी की ज़रूरत नहीं है।
22/12/2024
अल्लाह ने अनेक आयाम से मर्द और औरत को एक जैसा रखा है। आत्मोत्थान के लेहाज़ में इनमें आपस में कोई अंतर नहीं है कि इसका नमूना हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा हैं। नेतृत्व की क्षमता के लेहाज़ से इनमें आपस में कोई अंतर नहीं है कि इसका नमूना हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा हैं।  
22/12/2024
ज़ाकिरों, वक्ताओं, मद्दाहों और शायरों ने रविवार 22 दिसम्बर 2024 को, तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में, हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शुभ जन्म दिवस के मौक़े पर इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
22/12/2024
हज़रत ज़हरा ने अपने दौर की हक़ीक़त को बयान किया। जो मसले उस दिन पेश आए, वे उस दौर के मसले थे। उन्हें हज़रत फ़ातेमा ने बयान किया। अपने दौर के मुद्दों को पेश करना, बहुत अहम फ़रीज़ा है।
22/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने लोक-परलोक में महिलाओं की सरदार हज़रत फ़ातेमा ज़हरा के शुभ जन्म दिवस पर ज़ाकिरों, वक्ताओं, मद्दाहों और शायरों की बड़ी तादाद से रविवार 22 दिसम्बर 2024 को, तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मुलाक़ात की, जिसमें उन्होंने हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा को "सत्य की राह में उठ खड़े होने, दृढ़ता, बहादुरी, स्पष्ट अंदाज़, तर्क और दलील की ताक़त दिखाने के लिए" पूरी मानवता के लिए आदर्श बताया।
22/12/2024
अमरीकी अधिकारियों में से एक कह रहा है जो भी ईरान में उपद्रव करेगा हम उसकी मदद करेंगे। मूर्खों को बिल्ली की तरह ख़्वाब में छीछड़ा नज़र आ रहा है। ईरानी क़ौम उस शख़्स को जो इस संबंध में अमरीका का पिट्ठू बनना गवारा करेगा, अपने पैरों तले कुचल देगी।
22/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने सिद्दीक़ए ताहेरा हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के जन्म दिवस पर ज़ाकिरों, वक्ताओं और अहले बैत के मद्दाहों और शायरों से मुलाक़ात की। 22 दिसम्बर 2024 को होने वाली इस मुलाक़ात में तक़रीर करते हुए इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने पैग़म्बरे इस्लाम की बेटी की महानताओं का ज़िक्र किया और क्षेत्रीय तथा वैश्विक हालात पर रौशनी डाली। (1)
21/12/2024
ज़ायोनी सरकार अपने विचार में, ख़ुद को सीरिया के रास्ते हिज़्बुल्लाह की फ़ोर्सेज़ को घेरने और जड़ से उखाड़ने की तैयारी कर रही है, लेकिन जो उखड़ेगा वो इस्राईल है।  
21/12/2024
आज हमारे समाज को इस बात को समझने की ज़रूरत है कि घरेलू ख़ातून होने का क्या मतलब है? हज़रत फ़ातेमा ज़हरा, उस शान, उस रुतबे, उस मक़ाम और उस महानता के साथ ही घरेलू ख़ातून भी हैं। उनकी एक शान, उनका एक काम दांपत्य जीवन गुज़ारना है, मातृत्व की ज़िंदगी गुज़ारना है और घरेलू ख़ातून होना है, इन बातों को इस आयाम से देखना चाहिए।  
17/12/2024
विभिन्न वर्गों की हज़ारों महिलाओं ने मंगलवार 17 दिसम्बर 2024 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई मुलाक़ात की।
ग़ज़ा और लेबनान में प्रतिरोध जारी रहने का ज़िक्र करते हुए इस्लामी क्रांति के नेता:

इस्राईल जड़ से उखड़ जाएगा

17/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने देश के विभिन्न वर्गों की हज़ारों महिलाओं से मंगलवार 17 दिसम्बर 2024 को मुलाक़ात के अवसर पर हज़रत फ़ातेमा ज़हरा के शुभ जन्म दिवस की बधाई पेश करते हुए उनकी सीरत के विभिन्न पहलुओं पर रौशनी डाली।
17/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने मंगलवार 17 दिसम्बर 2024 को हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के जन्म दिवस और महिला दिवस के उपलक्ष्य में पूरे देश के विभिन्न वर्गों की हज़ारों महिलाओं से मुलाक़ात में अहम स्पीच दी।(1)
15/12/2024
सीरिया में सिविल वार की आग, जिसके शोले सन 2011 में भड़के थे, बड़ी तेज़ी से विश्व की बड़ी ताक़तों के हस्तक्षेप के मैदान में बदल गयी। इस संकट में बुनियादी और क्रूर रोल अदा करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी ताक़त अमरीका था।
13/12/2024
इमाम महदी की हुकूमत का सबसे अहम नारा है, न्याय व इंसाफ़। इमाम महदी पूरी दुनिया को, किसी एक जगह को नहीं, न्याय से भर देंगे और हर जगह न्याय व इंसाफ़ क़ायम कर देंगे। इमाम महदी के बारे में जो रवायतें हैं, उनमें भी यही बात मिलती है। इसलिए इमाम महदी के ज़ाहिर होने का इंतेज़ार करने वालों की पहली अपेक्षा, पहले चरण में न्याय व इंसाफ़ क़ायम होना है। इमाम ख़ामेनेई 22/10/2002
12/12/2024
हम गए, हमारी फ़ोर्सेज़ दो वजहों से इराक़ भी गयीं, सीरिया भी गयीं। एक, पाक़ीज़ा रौज़ों की रक्षा करना था। दूसरी वजह सुरक्षा का विषय था। अधिकारी बहुत जल्दी, वक़्त पर समझ गए कि अगर अशांति को वहीं पर रोका न गया तो यह फैलेगी, यहाँ हमारे विशाल मुल्क में अशांति फैल जाएगी।  
12/12/2024
वे रेज़िस्टेंस और रेज़िस्टेंस मोर्चे को सही तरीक़े से नहीं समझते। उस पर जितना भी दबाव डालें, वह उतना ही मज़बूत होता जाएगा। अल्लाह की ताक़त से रेज़िस्टेंस का दायरा अतीत की तुलना में पूरे क्षेत्र में और भी फैल जाएगा।
11/12/2024
समाज के मुख़्तलिफ़ वर्ग के हज़ारों लोगों ने बुधवार की सुबह तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।  
11/12/2024
जो कुछ सीरिया में हुआ वह अमरीका और ज़ायोनी शासन की एक संयुक्त साज़िश का नतीजा है। सीरिया के ख़िलाफ़ अस्ल षड्यंत्रकारी तत्व और मुख्य कमांड रूम अमरीका और ज़ायोनी सरकार में है।  
11/12/2024
रेज़िस्टेंस मोर्चा ऐसा हैः जितना उससे लड़िएगा, उतना ही उसका दायरा फैलता जाएगा। अल्लाह की ताक़त से, अल्लाह की इजाज़त से ईरान ताक़तवर है और इससे ज़्यादा ताक़तवर होता जाएगा।   
11/12/2024
शक मत कीजिए ऐसा ही होगा। अल्लाह की तौफ़ीक़ और ताक़त से अमरीका की स्थिति मज़बूत नहीं होगी, अमरीका भी रेज़िस्टेंस मोर्चे के हाथों क्षेत्र से बाहर खदेड़ दिया जाएगा।  
आयतुल्लाह ख़ामेनेईः रेज़िस्टेंस मोर्चा अमरीका को क्षेत्र से खदेड़ देगा और ज़ायोनीवाद को जड़ से उखाड़ देगा

जो कुछ सीरिया में हुआ अमरीकी-ज़ायोनी साज़िश का नतीजा है

11/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने, बुधवार 11 दिसम्बर 2024 की सुबह समाज के मुख़्तलिफ़ वर्गों के लोगों से मुलाक़ात में सीरिया की घटनाओं के मुख़्तलिफ़ पहलुओं को बयान किया।
11/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने सीरिया की स्थिति में हाल में होने वाले बदलाव के बाद, 11 दिसम्बर 2024 को अवाम की सभा से ख़ेताब में अहम पहुलओं पर रौशनी डाली। (1)
10/12/2024
मानवाधिकार ऐसा विषय है कि अमरीका पूरी दुनिया में उसकी रक्षा का सबसे बड़ा दावेदार रहा है और पिछले दशकों में उसे उसने अपनी चौधराहट को फैलाने और दूसरी सरकारों की आलोचना के लिए हथकंडे के तौर पर इस्तेमाल करता रहा है। ऐसे राष्ट्रों की तादाद बहुत ज़्यादा है जिन पर पिछले दशकों में अमरीकी सरकार ने मानवाधिकार के उल्लंघनकर्ता का इल्ज़ाम लगाया और ऐसी सरज़मीनें भी बहुत हैं जहाँ अमरीका ने प्रजातंत्र और मानवाधिकार क़ायम करने के नाम पर चढ़ाई की। लेकिन हक़ीक़त में बहुत सी रिपोर्टें और ठोस डेटा इस बात के गवाह हैं कि आज अमरीका पूरी दुनिया में मानवाधिकार का सबसे बड़ा उल्लंघनकर्ता है। 
09/12/2024
हज़ारों की तादाद में अलग अलग अवामी तबक़ों के लोग बुधवार 11 दिसम्बर को रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात करेंगे। 
07/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के मौक़े पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली आख़िरी मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और बड़ी तादाद में अज़ादारों ने शिरकत की।
07/12/2024
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस की आख़िरी मजलिस शुक्रवार की शाम को आयोजित हुई, जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
06/12/2024
इमाम महदी का ज़ाहिर होना जिस चीज़ की ख़ुशख़बरी देता है वह एकेश्वरवादी दुनिया है जिसका निर्माण न्याय की बुनियाद पर और उन सभी सलाहियतों को इस्तेमाल करते हुए की गयी जो अल्लाह ने इंसान के वजूद में रखी हैं, हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम के ज़ाहिर होने का ज़माना ऐसा ज़माना होगा। वह एकेश्वरवादी समाज का ज़माना है, सही मानी में न्याय और अध्यात्म के पूरी तरह प्रभुत्व का ज़माना है। इमाम ख़ामेनेई 09/07/2011
05/12/2024
मुख़्तलिफ़ मैदानों में हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा का जेहाद, एक आइडियल जेहाद है। इस्लाम की रक्षा में, इमामत व विलायत की रक्षा में, पैग़म्बर के सपोर्ट में, इस्लाम के सबसे बड़े सरदार की देखभाल का उनका जेहाद, एक नमूना है।    इमाम ख़ामेनेई   16 दिसम्बर 1992
05/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा की मज़लूमाना शहादत की शाम को तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
05/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
04/12/2024
हज़रत ज़हरा सही मानी में एक मुजाहिद हैं, कभी न थकने वाली, संघर्ष करने वाली और कठिनाइयां बर्दाश्त करने वाली हैं।    इमाम ख़ामेनेई    13 दिसम्बर 1989
04/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के मौक़े पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली तीसरी मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।  यह मजलिस शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित हुयी। 
05/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
03/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा इस्लामी औरतों में सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचने वाली महिला हैं, यानी एक रहबर के स्तर पर हैं।     इमाम ख़ामेनेई    19 मार्च 2017  
03/12/2024
2 दिसम्बर को दास प्रथा के अंत का विश्व दिवस मनाया जाता है। इस दिन कोशिश की जाती है कि मानव तस्करी, लोगों के यौन शोषण, बाल शोषण, बच्चों की जबरन शादी और जंगों में उनके इस्तेमाल जैसी इस दौर की ग़ुलामी के रूपों पर ध्यान केन्द्रित किया जाए ताकि इन चीज़ों के ख़िलाफ़ विश्व स्तर पर आंदोलन शुरू हो सके।  इस बात में कोई शक नहीं है कि उक्त अपराध, इंसानों के ख़िलाफ़ होने वाले सबसे घिनौने अपराधों में शामिल हैं लेकिन क्या किसी काम के लिए इंसान को मजबूर किया जाना सिर्फ़ ग़ुलामी के रूप में ही होता है? क्या वैचारिक, आर्थिक और सांस्कृतिक जंजीरें, इंसान को ग़ुलामी में नहीं जकड़ सकतीं?
03/12/2024
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के मौक़े पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली दूसरी मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
ताज़ातरीन