इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 7 नवम्बर 2024 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का चयन और उनके क्रियाकलापों की निगरानी करने वाली छठी विशेषज्ञ असेंबली 'मजलिसे ख़ुब्रगाने रहबरी' के दूसरे सत्र के समापन पर इस असेंबली के सदस्यों से ख़ेताब किया। (1)
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 3 नवम्बर 2024 को ईरान में मनाए जाने वाले विश्व साम्राज्य के ख़िलाफ़ संघर्ष के राष्ट्रीय दिवस के उपलक्ष्य में 2 नवम्बर 2024 को यूनिवर्सिटियों और स्कूलों के स्टूडेंट्स से ख़ेताब किया।(1)
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने 23 अक्तूबर 2024 को फ़ार्स प्रांत के शहीदों पर राष्ट्रीय कान्फ़्रेंस के प्रबंधकों से मुलाक़ात में इस प्रांत के इतिहास, अज़ीम हस्तियों और शानदार अतीत के बारे में स्पीच दी। यह स्पीच कान्फ़्रेंस के आयोजन के दिन 29 अक्तूबर को कान्फ़्रेंस में दिखाई गयी।(1)
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने 27 अक्तूबर 2024 को सुरक्षा फ़ोर्सेज़ से तअल्लुक़ रखने वाले शहीदों के घर वालों से मुलाक़ात में सुरक्षा की अहमियत और सुरक्षा के अलग अलग स्वरूप पर बात की।
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 6 अक्टूबर 2024 को किरमानशाह प्रांत के शहीदों पर नेशनल सेमीनार की आयोजक कमेटी से मुलाक़ात में इस इलाक़े के योगदान और क़ुरबानियों पर बात की और अहम अनुशंसाएं कीं।(1)
फ़िलिस्तीन और क़ुद्स की आज़ादी के ध्वजवाहक हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन सैयद हसन नसरुल्लाह की मज़लूमाना शहादत के बाद और अलअक़्सा फ़्लड आप्रेशन(1) की पहली सालगिरह के मौक़े पर इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने 4 अक्तूबर 2024 को तेहरान की जुमे की नमाज़ पढ़ाई।
पाकीज़ा डिफ़ेंस सप्ताह के मौक़े पर पाकीज़ा डिफ़ेंस के दौर के सीनियर सिपाहियों और रेज़िस्टेंस मोर्चे के तहत सरगर्म लोगों ने 25 सितंबर 2024 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने अपने ख़ेताब में इस्लामी गणराज्य की साम्राज्यवाद विरोधी नीतियों और रुझान पर चर्चा की। (1)
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 21 सितम्बर 2024 को पैग़म्बरे इस्लाम और उनके फ़रज़ंद इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिन के मौक़े पर इस्लामी एकता कान्फ्रेंस के मेहमानों, वरिष्ठ ओहदेदारों और इस्लामी मुल्कों के राजदूतों से मुलाक़ात में तक़रीर करते हुए इस्लामी उम्मा और विशेष रूप से फ़िलिस्तीन संकट के बारे में बात की।
ईरान के कोहगिलूए व बुवैर अहमद प्रांत के शहीदों को श्रद्धांजलि पेश करने के लिए आयोजित की जाने वाली कान्फ़्रेंस के प्रबंधकों ने 14 अगस्त 2024 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस मौक़े पर आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने तक़रीर करके हुए इस प्रांत के लोगों, वहां के इतिहास और शहीदों के विषय पर बात की।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने राष्ट्रपति पेज़ेश्कियान और उनके मंत्रिमंडल से 27 अगस्त 2024 को मुलाक़ात में सरकार के कामकाज के तरीक़े, देश की क्षमताओं, संसाधनों और चुनौतियों के बारे में बात की।
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चेहलुम के दिन 25 अगस्त 2024 को इमाम ख़ुमैनी इमाम बारगाह में अज़ादारी के लिए एकत्रित होने वाली छात्र अंजुमनों की अज़ादारी के प्रोग्राम के बाद ज़ोहर और अस्र की नमाज़ पढ़ाई और दोनों नमाज़ों के बीच में संक्षिप्त तक़रीर की। (1)
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 21 जुलाई 2024 को बारहवीं संसद के स्पीकर और सांसदों से ख़ेताब में क़ानून साज़ी, संसद की ज़िम्मेदारियों, कार्यपालिका के साथ सार्थक सहयोग और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों के सिलसिले में संजीदा भूमिका अदा करने जैसे बिंदुओं पर ताकीद की। (1)
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 15 मई 2024 को तेहरान शहर और प्रांत के शहीदों पर सम्मेलन के आयोजकों से मुलाक़ात में अपने ख़ेताब में तेहरान की क़ुरबानियों का उल्लेख किया। (1)
इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 28 जुलाई 2024 को निर्वाचित राष्ट्रपति पेज़ेश्कियान को मिले जनादेश के अनुमोदन कार्यक्रम को संबोधित किया। (1)
राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी की शहादत के बाद सरकार का कार्यभार संभालने वाले उप राष्ट्रपति और प्रभारी राष्ट्रपति मुहम्मद मुख़बिर और 13वें मंत्रिमंडल के सदस्यों ने 7 जुलाई 2024 को रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने राष्ट्रपति रईसी और उनके मंत्रिमंडल की कार्यशैली, नीतियों और उनके जज़्बे की सराहना की।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता, आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने शुक्रवार 5 जुलाई 2024 को चौदहवें राष्ट्रपति चुनाव के दूसरे चरण में वोटिंग का वक़्त शुरू होते ही तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मतदान किया।
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 3 जुलाई 2024 को मदरसा-ए-आली शहीद मुतह्हरी के ओहदेदारों और उस्तादों से ख़ेताब में इस धार्मिक शैक्षणिक केन्द्र की सेवाओं और राष्ट्रपति चुनाव के विषय में बात की। (1)
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने इराक़ व सीरिया में पवित्र रौज़ों की हिफ़ाज़त के लिए अलग अलग मुल्कों से जाकर आतंकियों से मोर्चा लेने वाले मुजाहेदीन और रेज़िस्टेंस फ़्रंट के शहीदों पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की आयोजक कमेटी से मुलाक़ात में तक़रीर की। 19 जून 2024 को होने वाली यह तक़रीर 29 जून 2024 को कान्फ़्रेंस हाल में जारी की गई। (1)
ईदे ग़दीर के मौक़े पर और ईरान में 14वें राष्ट्रपति चुनाव से पहले 25 जून 2024 को रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में बड़ी जनसभा को संबोधित किया।
न्यायपालिका दिवस के अवसर पर न्यायपालिका प्रमुख और वरिष्ठ अधिकारियों ने रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। 22 जून 2024 की इस मुलाक़ात में तक़रीर करते हुए आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने न्यायपालिका की अहमियत ज़िम्मेदारियों, सुधार और कार्यशैली के बारे में बात की। (1)
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 15 जून 2024 को साइंस ओलम्पियाडों में मेडल जीतने वाले जवानों से मुलाक़ात में युवा वर्ग और उसकी क्षमताओं के बारे में बात की और साथ ही कुछ अनुशंसाएं कीं। (1)
इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह की 35वीं बरसी के मौक़े पर 3 जून 2024 को तक़रीर करते हुए रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने इमाम ख़ुमैनी के दृष्टिकोण और विचारधारा पर प्रकाश डाला।
अल्लाह, जनाब रईसी के दर्जे बुलंद करे इंशाअल्लाह। मैं जितना भी सोचता हूँ, ख़ुद मेरे लिए भी, मुल्क के लिए भी और ख़ास तौर पर उनकी फ़ैमिली के लिए भी इस नुक़सान की भरपाई ना मुमकिन नज़र आती है। यानी बहुत बड़ा नुक़सान है जिसकी भरपाई नहीं हो सकती, वाक़ई बहुत सख़्त है, बहुत बड़ा सदमा है। हमें उम्मीद है कि इंशाअल्लाह, अल्लाह उनके दर्जे बुलंद करे और आप लोगों को भी सब्र दे। मुसीबत जितनी सख़्त और बड़ी होती है, अल्लाह का अज्र भी उसी की तुलना में बड़ा और मीठा होता है, इंशाअल्लाह।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 6 मई 2024 को हज संस्था के अधिकारियों, सदस्यों और हज के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं से मुलाक़ात में हज के विषय पर अहम गुफ़तगू की और ग़ज़ा पर ज़ायोनियों के हमलों के परिप्रेक्ष्य में मुसलमानों की ज़िम्मेदारियों को रेखांकित किया। (1)
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 1 मई 2024 को ईरान में महान विचारक व लेखक आयतुल्लाह शहीद मुर्तज़ा मुतह्हरी के शहादत दिवस पर मनाए जाने वाले टीचर्ज़ डे पर देश के अध्यापकों से मुलाक़ात में शिक्षा, छात्रों की तरबियत, युनिवर्सिटियों के माहौल और टीचर्ज़ के महत्व जैसे विषयों पर बात की। (1)
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 10 अप्रैल 2024 को ईदुल फ़ित्र के दिन इस्लामी शासन व्यवस्था के अधिकारियों, इस्लामी देशों के राजदूतों और अवामी तबक़ों से मुलाक़ात में अपनी तक़रीर में ईदुल फ़ित्र, रमज़ानुल मुबारक और ग़ज़ा जंग के बारे में बात की। (1)
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी मुसल्ला काम्पलेक्स में 10 अप्रैल 2024 को ईदुल फ़ित्र की नमाज़ अदा की गई। नमाज़ के ख़ुतबों में रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने रमज़ानुल मुबारक की ख़ास रूहानी फ़ज़ा के बारे में बात की और ईरान के दूतावास पर इस्राईल के हमले के बारे में अहम एलान किया। (1)
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 8 अप्रैल 2024 बराबर 27 रमज़ान 1445 को मुल्क की अलग अलग युनिवर्सिटियों के छात्रों और छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाक़ात में देश, समाज और शैक्षिक संस्थानों से जुड़े अहम मुद्दों पर बात की। (1)
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 23 रमज़ान मुबारक मुताबिक़ 3 अप्रैल 2024 को मुल्क के अधिकारियों से ख़िताब किया। उन्होंने रमज़ान मुबारक से संबंधित आध्यात्मिक बिन्दु पेश किए और साथ ही मुल्क सहित क्षेत्रीय मुद्दों की समीक्षा की। ख़ेताब इस प्रकार है।
इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 25 मार्च 2024 को इमाम हसन अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिन के मौक़े पर शायरों और साहित्यकारों के साथ अपनी सालाना मुलाक़ात में शेर व अदब के बारे में बड़ी अहम तक़रीर की।(1)
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 1 फ़रवरदीन 1403 हिजरी शम्सी बराबर 20 मार्च 2024 को ईदे नौरोज़ के मौक़े पर अपने ख़ेताब में देश की आर्थिक स्थिति के बारे में विस्तार से बात की। उन्होंने ग़ज़ा की जंग के बारे में कई महत्वपूर्ण पहलुओं की निशानदेही की।
रमज़ानुल मुबारक के पहले दिन 12 मार्च 2024 को इमाम ख़ुमैनी इमाम बारगाह में क़ुरआन से उन्सियत की महफ़िल के नाम से एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने क़ुरआन और तिलावत के विषय पर तक़रीर की। उन्होंने ग़ज़ा की जंग के बारे में भी कुछ बिंदु बयान किए।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने, इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का चयन करने और उनके क्रियाकलापों पर नज़र रखने वाली विशेषज्ञ असेंबली के सदस्यों से अपने ख़ेताब में इस्लामी गणराज्य और पश्चिम की लिबरल डेमोक्रेसी के बुनियादी फ़र्क़ पर प्रकाश डाला। आपने कुछ अनुशंसाएं भी कीं।(1)