14/06/2025
मेजर जनरल अमीर अली हाजीज़ादे की शहादत के बाद, आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के सुप्रीम कमांडर आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने एक आदेश जारी कर ब्रिगेडियर सैयद मजीद मूसवी को आईआरजीसी की एरोस्पेस फ़ोर्स का कमांडर नियुक्त किया है।
14/06/2025
उनकी ज़िन्दगी यक़ीनन तल्ख़ हो कर रह जाएगी। वे यह न समझें कि वे हमला कर के बच निकलेंगे। नहीं!  
13/06/2025
न्याय की जहां तक बात है तो हज़रत अली अलैहिस्सलाम के न्याय को तो इन्सान बयान ही नहीं कर सकता। इमाम ख़ामेनेई 25 जून 2024
13/06/2025
ईरान के ख़िलाफ़ ज़ायोनिस्ट रेजीम के हमले के सिलसिले में रहबर-ए-इंक़िलाब आयतुल्लाह ख़ामनेई ने बेहद अहम पैग़ाम दिया है।
13/06/2025
ज़ायोनिस्ट रेजीम के हमले के सिलसिले में रहबर-ए-इंक़िलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई के पैग़ाम से सय्यद अली ख़ामेनेई  13 जून 2025
13/06/2025
इस्लामी क्रांति के नेता और आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के सुप्रीम कमांडर आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने जनरल मोहम्मद हुसैन बाक़ेरी की शहादत के बाद एक आदेश जारी करके जनरल सैय्यद अब्दुल-रहीम मूसवी को आर्म्ड फ़ोर्सेज़ का चीफ़ ऑफ़ जनरल स्टाफ़ नियुक्त किया है।
13/06/2025
इस्लामी इन्क़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामनेई ने मेजर जनरल हुसैन सलामी की शहादत के बाद एक हुक्मनामा जारी करते हुए जनरल मुहम्मद पाकपूर को सेपाहे पासदाराने इन्क़ेलाब आईआरजीसी का नया कमांडर नियुक्त किया है। 
13/06/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने मेजर जनरल ग़ुलाम अली रशीद की शहादत के बाद, एक आदेश जारी करते हुए मेजर जनरल अली शादमानी को ख़ातेमुल अंबिया सेंट्रल हेडक्वार्टर्ज़ का कमांडर नियुक्त किया।
13/06/2025
ज़ायोनिस्ट रेजीम ने आज सुबह अपने पलीद और ख़ून-आलूद हाथ से हमारे प्यारे मुल्क में एक और संगीन जुर्म अंजाम दिया और अपनी पस्त फ़ितरत को रिहाइशी इलाक़ों पर हमला कर के पहले से ज़्यादा बे-नक़ाब कर दिया। इमाम ख़ामेनेई 13 जून 2025
सिपाहे पासदाराने इंक़ेलाब आईआरजीसी के कमांडर इन्चीफ़ का रहबर-ए इंक़ेलाब के नाम ख़त:

बच्चों की क़ातिल ज़ायोनिस्ट रेजीम पर बहुत जल्द जहन्नम के दरवाज़े खोल दिए जाएँगे 

13/06/2025
सिपाहे पासदाराने इंक़ेलाब आईआरजीसी के कमांडर इन्चीफ़ ने रहबर-ए इंक़ेलाब के नाम ख़त में जल्द ही ज़ालिम और नाजाइज़ ज़ायोनिस्ट हुकूमत को एक दर्दनाक और विनाशकारी अंजाम से दोचार करने का अहद किया है।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का ईरानी क़ौम से टेलिवीजन पर ख़ेताबः

आर्म्ड फ़ोर्सेज़, ताक़त से जवाब देंगी और घटिया ज़ायोनी शासन को बेबस कर देंगी

13/06/2025
आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने आज शुक्रवार की रात टेलिवीजन पर ईरानी अवाम को ख़ेताब फ़रमाया जो इस प्रकार हैः
12/06/2025
ग़दीर का अर्थ, इलाही व इस्लामी शासन के सिलसिले को जारी रखना है ताकि यह शासन इमामत की मदद से विकसित इस्लामी जीवन शैली के आदर्श पेश करने का सिलसिला जारी रखे। इमाम ख़ामेनेई 25 जून 2024
12/06/2025
ईदे ग़दीर के संबंध में जिन विषयवस्तुओं पर ध्यान दिया जाना चाहिए उनका दायरा बहुत बड़ा है जिससे इस्लाम की पहचान हासिल होती है। इमाम ख़ामेनेई 25 जून 2024
11/06/2025
ईरानी संसद मजलिसे शूराए इस्लामी के स्पीकर और सदस्यों ने 11 जून 2025 की सुबह तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की।
11/06/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने बारहवीं संसद के प्रतिनिधियों और स्पीकर से आज 11 जून 2025 की सुबह मुलाक़ात की।
11/06/2025
सचमुच हमारी क़ौम अटल इरादे की मालिक क़ौम है, क्या आप किसी ऐसी क़ौम को जानते हैं जो उन ताक़तों के मुक़ाबले में जो दूसरों पर अपना हुक्म चला रही हैं, डट जाए, सीना तान कर खड़ी हो जाए और पूरी दृढ़ता से और स्पष्ट अंदाज़ में अपनी बात रखे? हमारी क़ौम के अलावा बहुत ढूंढने पर कोई ऐसी क़ौम मिलेगी।
09/06/2025
अहले-बैत वर्ल्ड असेंबली के महासचिव ने "इतिहास की सही दिशा में" मेडल घाना में फ़िलिस्तीनी कॉज़ के दो कार्यकर्ताओं को दिया।
09/06/2025
इंसाफ़- हमारे व्यक्तिगत फ़ैसलों से शुरू होता है, इंसाफ़ हमारे व्यक्तिगत अमल, हमारे बात करने, लोगों के कामों और शख़्सियतों के बारे में हमारी राय से शुरू होता है। ((ख़बरदार) किसी क़ौम से दुश्मनी तुम्हें इस बात पर आमादा न करे कि तुम इंसाफ़ न करो) (सूरए मायदा, आयत-8) अगर किसी के साथ हमारी मुख़ालेफ़त है, हम किसी से दुश्मनी भी रखते हैं, सोच व नज़रिया अलग अलग है, तब भी उसके संबंध में हम को ज़ुल्म नहीं करना चाहिए। बहुत बड़ी मुसीबत यह होगी क़ियामत के दिन कोई काफ़िर किसी शख़्स का गरेबान पकड़ ले कि जनाब! आपने मुझ पर फ़ुलां जगह ज़ुल्म किया है। हक़ीक़त में इससे ज़्यादा सख़्त बात कुछ और नहीं है या यह कि अल्लाह के दुश्मन का हमारी गर्दन पर कोई हक़ हो, हमारा गरेबान पकड़ ले और कहे कि तुमने हम पर ज़ुल्म किया है, यानी इंसाफ़ की स्थिति यह है। इमाम ख़ामेनेई 18 अप्रैल 2023
09/06/2025
हाजियों के नाम इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के पैग़ाम (4 जून 2025) पर एक नज़र
08/06/2025
अमरीका, ज़ायोनी सरकार के अपराधों में निश्चित तौर पर भागीदार है, इस इलाक़े में और दूसरे इस्लामी क्षेत्रों में अमरीका के संपर्क में रहने वाले लोग, मज़लूम के सपोर्ट के सिलसिले में क़ुरआन मजीद कीआवाज़ सुनें और अमरीका की साम्राज्यवादी सरकार को इस ज़ालेमाना व्यवहार को रोकने के लिए मजबूर करें। इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के सन 2025 के हज के पैग़ाम से
07/06/2025
आप सौभाग्यशाली हाजी, अल्लाह से ज़ालिम ज़ायोनियों और उनके समर्थकों पर विजय की दुआ कीजिए। इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के सन 2025 के हज के पैग़ाम से
07/06/2025
मुसलमान सरकारों को ज़ायोनी सरकार को मदद पहुंचाने वाले सारे रास्तों को बंद कर देना चाहिए और इस अपराधी को ग़ज़ा में उसकी निर्दयी करतूतों को जारी रखने से बाज़ रखना चाहिए। हज में बराअत का एलान, इस राह में एक क़दम है। इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के सन 2025 के हज के पैग़ाम से
05/06/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने हर साल की तरह इस साल भी सम्मानीय हाजियों के नाम एक पैग़ाम जारी करके, इस्लामी जगत के अहम मुद्दों की ओर उन्हें ध्यान दिलाया है।
05/06/2025
हैरत होती है कि इंसान कितना पस्त, दुष्ट, निर्दयी और शैतान हो जाए कि ऐसी करतूत करे। अलबत्ता इस अपराध में अमरीका भी भागीदार है। यही वजह है कि हमने कहा है, बारंबार कहा है और हम इसरार कर रहे हैं कि अमरीका इस इलाक़े से निकल जाए।
05/06/2025
रमिये जमरात (कंकड़ियाँ मारना) यानी शैतान को मारो, जहां भी हो, जिस शक्ल में भी हो, जहाँ भी शैतान मिले, उसे कुचल दो। शैतान को कुचल दो, शैतान को पहचानो और मार दो। इमाम ख़ामेनेई 4 मई 2025
05/06/2025
फ़िलिस्तीन पर क़ाबिज़ अपराधी ज़ायोनी गैंग ने नाक़ाबिले यक़ीन दरिंदगी, अभूतपूर्व निर्दयता और दुष्टता के साथ ग़ज़ा की त्रासदी को ऐसी स्थिति में पहुंचा दिया है कि जिस पर यक़ीन नहीं आता... इस मानव त्रासदी को रोकने के लिए किसे डटना चाहिए? इस बात में शक नहीं कि सबसे पहले यह इस्लामी हुकूमतों का फ़रीज़ा है और फिर क़ौमों का जो अपनी सरकारों से इस फ़रीज़े को अंजाम देने का मुतालेबा करें। इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के सन 2025 के हज के पैग़ाम से 30 मई 2025
04/06/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने बुधवार 4 जून 2025 की सुबह इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह के मज़ार पर उनकी छत्तीसवीं बरसी के प्रोग्राम में शिरकत की और अहम ख़िताब किया।
04/06/2025
इस्लामी क्रांति के नेता ने आज बुधवार 4 जून 2025 को इमाम ख़ुमैनी की 36वीं बरसी के मौक़े पर, उनके मज़ार पर तक़रीर में, उन्हें इस्लामी गणराज्य की शक्तिशाली, मज़बूत और विकसित हो रही व्यवस्था का महान निर्माता बताया।
04/06/2025
ज़ायोनी सरकार पर भरोसे से कोई भी सरकार सुरक्षित नहीं रह पाएगी। ज़ायोनी शासन अल्लाह के अटल फ़ैसले की वजह से बिखर रहा है और इंशाअल्लाह इसमें ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा।
04/06/2025
अमरीका की विवेकहीन और शोरग़ुल मचाने वाली सरकार की बकवास पर हमारा जवाब स्पष्ट हैः हमारा कुछ बिगाड़ नहीं सकते।
04/06/2025
दुश्मनों ने एनरिचमेंट को ही निशाना बनाया है। अगर एनरिचमेंट की सलाहियत न हो तो न्युक्लियर इंडस्ट्री बेकार है, क्योंकि फिर हमें अपने प्लांट्स के ईंधन के लिए दूसरों के आगे हाथ फैलाना पड़ेगा। 
04/06/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 4 जून 2025 को इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह की 36वीं बरसी की सभा से ख़िताब में इस्लामी इंक़ेलाब के वास्तुकार की शख़्सियत पर चर्चा की। आपने ग़ज़ा और फ़िलिस्तीन के हालात और ईरान के न्युक्लियर मसले के संबंध में अहम बिन्दु बयान किए। (1)
03/06/2025
ईरान के संसद सभापति मोहम्मद बाक़िर क़ालीबाफ़ ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई की तक़रीरों और तहरीरों के हिफ़ाज़त व प्रसार कार्यालय की ओर से सोमवार को, काराकास में वेनेज़ोएला के अधिकारियों को "इतिहास की सही दिशा में" नामक मेडल दिया।
03/06/2025
रहबरे इंक़िलाब आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामनेई ने 3 जून 2025 को हज़रत इमाम बाक़िर अलैहिस्सलाम के यौम-ए शहादत के मौक़े पर मजलिस-ए अज़ा के इख़्तिताम पर एक मुख़्तसर ख़िताब किया। आप ने अपने इस ख़िताब में इस नुक्ते पर रौशनी डाली कि कर्बला के  वाक़ए के बाद इमाम अलैहिमुस्सलाम ने उम्मत की इस्लाह के लिए किस तरीक़े से काम किया। ख़िताब के कुछ हिस्से पेश किए जा रहे हैं। 
01/06/2025
बराअत को हमने बाहर से हज में शामिल नहीं किया है। हज का हिस्सा, हज की आत्मा और हज की विशाल सभा के वास्तविक अर्थ में है।
31/05/2025
सफ़ा व मरवा के बीच सई (तेज़ क़दमों से चलना) एक इबादत है, लेकिन इसका एक गहरा प्रतीकात्मक संदेश है। (यानी) ज़िंदगी की मुश्किलों के पहाड़ों के बीच लगातार आगे बढ़ते रहिए, कोशिश करते रहिए।
31/05/2025
तवाफ़ आपको यह सबक़ देता है: ज़िंदगी का अस्ली सबक़ तौहीद है। और यह सबक़ सिर्फ़ मोमिनों के लिए नहीं, बल्कि पूरी इंसानियत के लिए हैः और लोगों में हज का एलान कर दीजिए। (सूरए हज, आयत-27)
29/05/2025
यदि कोई अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाए तो उसका नुक़सान और हानि दोगुनी होती है। उसी तरह अल्लाह की तरफ़ से सज़ा भी दोगुनी होती है। इमाम ख़ामेनेई 28 मई 2025
29/05/2025
एक साल पहले, इस्लामी क्रांति के नेता ने अमरीकी छात्रों के नाम एक पत्र लिखकर उनसे कहा था कि वे ग़ज़ा में हो रहे खुले अपराधों पर चुप न रहें। हालांकि, फ़िलिस्तीन के समर्थन की सराहना से अलग हट कर, यह ख़त अमरीकी समाज की स्थिति के गहन विश्लेषण पर आधारित था, जिसमें कहा गया था कि "आप छात्र इतिहास की सही दिशा में खड़े हैं और इतिहास इस पर गर्व करेगा।"
ताज़ातरीन