पैग़म्बरे इस्लाम एक चलते फिरते डॉक्टर की तरह काम करते थे। डॉक्टर अपनी क्लिनिक में बैठते हैं ताकि लोग उनके पास आएं जबकि पैग़म्बर बैठे नहीं रहते थे कि लोग उनके पास आएं बल्कि वे ख़ुद लोगों के पास जाते थे। इमाम ख़ामेनेई 12 जनवरी 2005