"तक़रीबे मज़ाहिबे इस्लामी" की उच्च परिषद के प्रमुख मौलवी इस्हाक़ मदनी ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता को एक ख़त लिखा जिसमें इस परिषद की बैठक और उसमें हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन शहरयारी साहब को एक और कार्यकाल के लिए चुने जाने पर इस परिषद के ज़्यादातर सदस्यों की सहमति पर आधारित रिपोर्ट पेश की, जिसके बाद आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने अंतर्राष्ट्रीय लीग "तक़रीबे मज़ाहिबे इस्लामी" के महासचिव के पद पर उन्हें एक टर्म के लिए बाक़ी रखने का फ़रमान जारी किया।