जो क़ौम भी चाहती है कि दुश्मन की बेबस कर देने वाली नाकाबंदी का शिकार न हो, उसे चाहिए कि पहले ही अपनी आँखें खुली रखे, जैसे ही देखे कि दुश्मन किसी दूसरी क़ौम की ओर बढ़ रहा है, ख़ुद को मज़लूम व पीड़ित क़ौम के दुख दर्द में शरीक जाने, उसकी मदद करे, उससे सहयोग करे ताकि दुश्मन वहाँ कामयाब न हो सके।
शैख़ अहमद यासीन, फ़त्ही शक़ाक़ी, रन्तीसी और इस्माईल हनीया जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों की शहादत के बाद इस मोर्चे की प्रगति में कोई रुकावट नहीं आयी तो सिनवार की शहादत से भी इंशाअल्लाह तनिक भी रुकावट नहीं आएगी।
वह रेज़िस्टेंस और जेहाद का चमकता चेहरा थे जो फ़ौलादी इरादे के साथ ज़ालिम व हमलावर दुश्मन के मुक़ाबले में डटे रहे, युक्तिपूर्ण कोशिशों और बहादुरी से उसके मुंह पर तमांचा मारा, इस क्षेत्र के इतिहास में 7 अक्तूबर जैसा वार यादगार के तौर पर छोड़ा, जिसकी भरपाई नामुमकिन है।
यहया सिनवार जैसा इंसान जिसने अपनी पूरी ज़िंदगी क़ाबिज़ व ज़ालिम दुश्मन के ख़िलाफ़ संघर्ष में बितायी, उसके लिए शहादत के अलावा कोई अंजाम मुनासिब नहीं था।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने शहीद अहमद यूसुफ़ी की पत्नी मोहतरमा फ़ख़रुस्सादात की यादों के संकलन पर आधारित किताब 'पतझड़ आ गया' का रिव्यू किया है। इस किताब को गुलिस्तान जाफ़रियान ने लिखा है।
मुजाहिद हीरो यहया सिनवार की शहादत पर इमाम ख़ामेनेई का सांत्वना का पैग़ामः
फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास के पोलित ब्यूरो चीफ़ यहया सिनवार की शहादत पर इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई का पैग़ाम
सैयद हसन नसरुल्लाह ज़ालिम और लुटेरे शैतानों के मुक़ाबले में प्रतिरोध का ऊंचा परचम थे। मज़लूमों की बोलती ज़बान और बहादुर रक्षक थे, मुजाहिदों और सत्य की राह पर चलने वालों के साहस और ढारस का सबब थे।
इस्लाम में इमाम महदी अलैहिस्सलाम से संबंधित अक़ीदा पूरी तरह मान्य अक़ीदों में है। सभी इस्लामी मतों का यह मानना है कि अंततः दुनिया में इमाम महदी के हाथों न्याय व इंसाफ़ का राज क़ायम होगा।
इमाम ख़ामेनेई
09/07/2011
अक्तूबर 2023 से ज़ायोनी सरकार ने ग़ज़ा में जातीय सफ़ाए की जंग में 16800 से ज़्यादा बच्चों को क़त्ल किया है।
कल्पना से परे यह जुर्म, भेड़िया समान, बच्चों की हत्यारी ज़ायोनी सरकार की अस्लियत है कि जिसका हल उसका विनाश और अंत है।
इमाम ख़ामेनेई
23 जुलाई 2014
अक्तूबर 2023 से ज़ायोनी सरकार ने ग़ज़ा में रोज़ाना अवसतन 45 से ज़्यादा बच्चों का क़त्ल किया है।
कल्पना से परे यह जुर्म, भेड़िया समान, बच्चों की हत्यारी ज़ायोनी सरकार की अस्लियत है कि जिसका हल उसका विनाश और अंत है।
इमाम ख़ामेनेई
23 जुलाई 2014
अलअक़्सा तूफ़ान आप्रेशन की सालगिरह पर Khamenei.ir की तरफ़ से ज़ायोनी सरकार पर निर्णायक वार करने वाले इस आप्रेशन से संबंधित इस्लामी इंक़ेलाब के नेता इमाम ख़ामेनेई के बयानों पर आधारित एक डाक्यूमेंट्री पब्लिश की जा रही है।
इस्लामी गणराज्य ईरान में 3000 सुन्नी ओलमा ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई के नाम ख़त में कामयाब आप्रेशन वादए सादिक़-2 का सपोर्ट किया और क़द्रदानी की।
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 6 अक्टूबर 2024 को किरमानशाह प्रांत के शहीदों पर नेशनल सेमीनार की आयोजक कमेटी से मुलाक़ात में इस इलाक़े के योगदान और क़ुरबानियों पर बात की और अहम अनुशंसाएं कीं।(1)
अगर इमाम महदी के प्रकट होने का अक़ीदा न हो तो इसका मतलब यह होगा कि पैग़म्बरों की सारी कोशिशें, यह सत्य की ओर दावत, ये पैग़म्बरों का भेजा जाना, ये सबके सब बेकार की कोशिश थी, बेफ़ायदा थी।
इमाम ख़ामेनेई
09/07/2011
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने राजनीति व इबादत के पहलुओं पर आधारित जुमे की नमाज़ में अवाम की भारी तादाद को ख़ेताब करते हुए मुसलमानों में एकता व एकजुटता को अल्लाह की तरफ़ से रहमत व इज़्ज़त मिलने और दुश्मन पर कामयाबी हासिल करने का सबब बताया और ताकीद की कि इस्लाम के रक्षा से संबंधित हुक्म, इस्लामी गणराज्य के संविधान के अनुसार ख़ूंख़ार ज़ायोनी सरकार को सज़ा देने की ईरान की आर्म्ड फ़ोर्सेज़ की कार्यवाही क़ानूनी और पूरी तरह सही थी। उन्होंने कहा कि इस्लामी गणराज्य ईरान इस संबंध में जिस ज़िम्मेदारी का एहसास करेगा, उसे किसी देरी या जल्दबाज़ी के बग़ैर पूरी ताक़त व दृढ़ता से अंजाम देगा।
हुज्जतुल इस्लाम वल मुसलेमीन सैयद हसन नसरुल्लाह की शहादत के बाद और तूफ़ान अलअक़सा आप्रेशन की पहली सालगिरह के मौक़े पर 4 अक्तूबर 2024 को तेहरान की नमाज़े जुमा मुसल्ला-ए-इमाम ख़ुमैनी में रहबरे इंक़ेलाब की इमामत में अदा की गई।
फ़िलिस्तीन और क़ुद्स की आज़ादी के ध्वजवाहक हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन सैयद हसन नसरुल्लाह की मज़लूमाना शहादत के बाद और अलअक़्सा फ़्लड आप्रेशन(1) की पहली सालगिरह के मौक़े पर इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने 4 अक्तूबर 2024 को तेहरान की जुमे की नमाज़ पढ़ाई।
हमारे इस इलाक़े में उस समस्या की जड़, जो संघर्ष, युद्ध, चिंताएं, शत्रुताएं वग़ैरा पैदा करती है उन लोगों की उपस्थिति है जो क्षेत्र के अमन व शांति का दम भरते हैं।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई के प्रतिनिधित्व में उनके बेटे, तेहरान आने वाले लेबनान के घायलों और हिज़्बुल्लाह के मुजाहिदों को देखने अस्पताल पहुंचे।
जीनियस और ज्ञान-विज्ञान के मैदान से संबंध रखने वाले सैकड़ों लोगों और छात्रों ने बुधवार 2 अक्तूबर 2024 की सुबह इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई:
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने बुधवार 2 अक्तूबर 2024 की सुबह ज्ञान-विज्ञान के मैदानों में सक्रिय, देश के सैकड़ों जीनियस व असाधारण प्रतिभा के धनी स्टूडेंट्स और जवानों से मुलाक़ात की।
इस हफ़्ते तेहरान की जुमे की नमाज़, इमाम ख़ुमैनी मुसल्ले में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई की इमामत में अदा की जाएगी, जिसमें नमाज़ से पहले रेज़िस्टेंस के मोर्चे के ध्वजवाहक शहीद सैयद हसन नसरुल्लाह को श्रद्धांजलि पेश करने का प्रोग्राम भी आयोजित होगा।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के बेटे 1 अक्तूबर की सुबह तेहरान में हिज़्बुल्लाह के दफ़्तर पहुंचे और उन्होंने इस आंदोलन के प्रतिनिधि जनाब सफ़ीउद्दीन से मुलाक़ात करके हिज़्बुल्लाह के जनरल सेक्रेटरी, महान मुजाहिद व प्रतिरोध के मोर्चे के ध्वजवाहक हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन सैयद हसन नसरुल्लाह और उनके शहीद साथियों की शहादत के दुखद वाक़ए पर आयतुल्लाह ख़ामेनेई की ओर से संवेदना और मुबारकबाद पेश की और शहीदों की पाकीज़ा रूह के लिए क़ुरआन तथा सूरए फ़ातेहा पढ़ा।
इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई की नुमाइंदगी में हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन मरवी, तबस शहर की एक खदान में हुई दुर्घटना की ताज़ा स्थिति की जानकारी हासिल करने और दुर्घटना में मरने वालें के परिवारों से हमदर्दी व संवेदना जताने के लिए तबस पहुँचे हैं।
रहबरे इंक़ेलाबे इस्लामी आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने एक पैग़ाम जारी करके बैरूत के ज़ाहिया इलाक़े पर ख़बीस ज़ायोनी सरकार के हमलों में बहादुर और विद्वान फ़ौजी सरदार जनरल अब्बास नीलफ़ुरूशान रहमतुल्लाह अलैह की शहादत पर ताज़ियत और मुबारकबाद पेश की है।
रहबरे इंक़ेलाब का शोक संदेश इस प्रकार है:
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह सैय्यद अली ख़ामेनेई ने लेबनान की हालिया घटनाओं के बारे में एक अहम संदेश जारी किया है।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का संदेश इस प्रकार है:
लेबनान के निहत्थे लोगों के जनसंहार ने जहाँ एक बार फिर ज़ायोनी पागल कुत्ते की हैवानियत को सबके सामने स्पष्ट कर दिया है, वहीं इससे अवैध क़ब्ज़े वाली सरकार के शासकों की छोटी सोच और मूर्खतापूर्ण नीति भी साबित हो गई है।
सैयद हसन नसरुल्लाह की शहादत पर अपने शोक संदेश में इमाम ख़ामेनेई:
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने हिज़्बुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरुल्लाह की शहादत पर एक शोक संदेश जारी किया है।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का शोक संदेश इस प्रकार है:
इंसानियत ने इन गुज़री हुयी सदियों के दौरान पैग़म्बरों की शिक्षाओं के प्रभाव में जो कुछ किया है वह हक़ीक़त में उस राजमार्ग की ओर बढ़ने की कोशिश है जो इमाम महदी अलैहिस्सलाम -अल्लाह उन्हें जल्द से जल्द ज़ाहिर करे- के ज़ाहिर होने के ज़माने में इंसानियत को उच्च लक्ष्यों की ओर ले जाएगी।
इमाम ख़ामेनेई
09-07-2011
(लेबनान और फ़िलिस्तीन की) इस जंग में भी काफ़िर और ख़बीस (ज़ायोनी) दुश्मन सबसे ज़्यादा हथियारों से लैस है। अमेरिका उसकी पीठ पर है। अमेरिकी कहते हैं कि हमारा कोई दख़ल नहीं है, हमें ख़बर नहीं है, वे झूठ बोलते हैं। उन्हें ख़बर भी है और वे दख़ल भी दे रहे हैं।
25 सितम्बर 2024