ऐ परवरदिगार! तुझे मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता इस मुबारक महीने के आख़िरी दिनों में पूरी ईरानी क़ौम पर मेहरबानी व रहमत नाज़िल कर। इस्लामी दुनिया को, शिया जगत को अपनी ख़ुसूसी मेहरबानी से नवाज़।
दुनिया की हर जंग में बड़ी ताक़तें लिप्त हैं। आज यूक्रेन, सीरिया, लीबिया और #सूडान की जंग के योजनाकार कौन हैं? इम्पेरियल ताक़तों के लोग हैं जो जंग शुरु करवाते हैं कि उसका फ़ायदा किसी और जगह हासिल करें। अमरीका ने इसी तरह इराक़ व अफ़ग़ानिस्तान में जंग शुरू की थी।
इमाम ख़ामेनेई
16 अप्रैल 2023
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से रमज़ान के महीने की मुलाक़ात के लिए मुल्क भर से युनिर्सिटी छात्र और स्टुडेंट्स युनियनों के प्रतिनिधि जमा हुए। 18 अप्रैल 2023 को होने वाली इस मुलाक़ात में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने युनिवर्स्टियों, स्टुडेंट्स और युवाओं के विषय पर बात की और देश की परिस्थितियों का जायज़ा लिया। (1)
क़ुरआन के मुताबिक़ हमेशा डिफ़ेंस की मज़बूती अल्लाह का फ़रमान और अल्लाह के दुश्मनों और मिल्लत के दुश्मनों के ख़ौफ़ का सबब भी है। मुल्क के ख़िलाफ़ ख़तरे कभी भी पूरी तरह ख़त्म नहीं होते इसलिए आर्म्ड फ़ोर्सेज़ को चाहिए कि जहां तक मुमकिन हो मुख़्तलिफ़ पहलुओं से अपनी तैयारी बढ़ाती रहें।
इमाम ख़ामेनेई
16 अप्रैल 2023
दुश्मन की शिकस्त का यक़ीन रखने के साथ साथ उसकी तरफ़ से ग़ाफ़िल न होना भी बहुत अहम है। किसी भी मरहले पर दुश्मनों की चालबाज़ी और साज़िशों से ग़ाफ़िल नहीं होना चाहिए।
इमाम ख़ामेनेई
16 अप्रैल 2023
ऐ परवरदिगार! तुझे मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता, तू अपनी ख़ुशनूदी के असबाब हमें अता कर। इस मुबारक महीने में हमें अपनी रमहत और मग़फ़ेरत से महरूम न कर।
आज पूरे इस्लामी जगत को चाहिए कि फ़िलिस्तीन के मुद्दे को अपना मुद्दा समझे। यह एक रहस्मय कुंजी है जिससे इस्लामी दुनिया की मुश्किलों के हल का दरवाज़ा खुल जाएगा।
क्यों दसियों लाख फ़िलिस्तीनी, 70 साल से अपने घर और वतन से दूर रहें और जिलावतनी की ज़िन्दगी गुज़ारें? और क्यों मुसलमानों के पहले क़िब्ले बैतुल मुक़द्दस का अनादर होता रहे? तथा कथित यूएनओ अपनी ज़िम्मेदारियों को नहीं निभा रहा है और तथा कथित मानवाधिकार संगठन मर चुके हैं।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 16 अप्रैल 2023 को मुबारक महीने रमज़ान के दौरान इस्लामी जुम्हूरिया ईरान की आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के कमांडरों और ओहदेदारों से मुलाक़ात में आर्म्ड फ़ोर्सेज़ की गतिविधियों को संतोषजनक बताया। आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने अपनी तक़रीर में रक्षा विभाग की अहमियत बयान की और क़ुरआनी शिक्षाओं की रौशनी में हमेशा रक्षा तैयारी मुकम्मल रखने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। (1)
क़ुद्स दिवस हक़ और बातिल की लामबंदी, ज़ुल्म के मुक़ाबले में न्याय की लामबंदी का नक़्शा पेश करता है। क़ुद्स दिवस सिर्फ़ फ़िलिस्तान का दिन नहीं है, यह इस्लामी जगत का दिन है। यह ज़ायोनीवाद के जानलेवा कैंसर के ख़िलाफ़ मुसलमानों के आवाज़ उठाने का दिन है जिसे क़ाबिज़ हमलावरों, हस्तक्षेप करने वालों और साम्राज्यवादी ताक़तों के ज़रिए इस्लामी जगत की जान के पीछे लगा दिया गया है।
इमाम ख़ामेनेई
11/07/2015
ऐ परवरदिगार! हम में से हर एक की, हमारी क्षमता भर, हमारी पोज़ीशन के मुताबिक़ और उस रोल के मुताबिक़ जो हम अदा कर सकते हैं, असत्य के मोर्चे के ख़िलाफ़, सत्य के मोर्चे की जीत में मदद कर।
फ़िलिस्तीनी क़ौम को यह फ़ख़्र हासिल है कि अल्लाह ने उस पर एहसान किया और इस पाक सरज़मीन और मस्जिदुल अक़्सा की रक्षा की अज़ीम ज़िम्मेदारी उसके कांधों पर रखी।
ऐ परवरदिगार! मोहम्मद व आले मोहम्मद के सदक़े में, थोपी गयी जंग के शहीदों की पाक आत्माओं को और बलिदान देने वालों की यादों को हमारे मन और हमारे इतिहास में अमर कर दे।
ऐ परवरदिगार! इन दिनों और इन रातों की बरकत का वास्ता, अमीरुल मोमेनीन अलैहिस्सलाम के पाक ख़ून की बरकत का वास्ता, हमारी क़ौम को दिन ब दिन सच्ची नजात व कामयाबी के क़रीब कर दे।
पालने वाले! हमारे भाइयों को, चाहे वे दुनिया में जहाँ भी हैं, कामयाब कर। ऐ परवरदिगार! इस्लाम के दुश्मनों को और मुसलमान क़ौमों के दुश्मनों को, वे दुनिया में जहाँ कहीं भी हैं, रूसवा और नाकाम कर।
वेस्ट को ईरानी महिलाओं से कोई हमदर्दी नहीं बल्कि दुश्मनी है। क्योंकि अगर महिलाओं की भागीदारी न होती तो इस्लामी इंक़ेलाब हरगिज़ कामयाब न होता। वाक़ई वेस्ट का औरतों के अधिकारों का दावा करना अच्छा नहीं लगता। आज भी पश्चिमी देशों में महिलाओं को बड़ी अहम मुश्किलों का सामना है।
इमाम ख़ामेनेई
5 अप्रैल 2023
ऐ परवरदिगार! मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता हमारी नीयतों को सच्ची बना दे। हमने जो कहा, जो किया, जो करेंगे और जो कहेंगे उसे अपने लिए और अपनी राह में क़रार दे।
इमाम ख़ामेनेई
ऐ परवरदिगार! तुझे हज़रत फ़ातेमा के हक़ का वास्ता हमें फ़ातेमी ज़िन्दा रख और फ़ातेमी हालत में मौत अता कर। ऐ परवरदिगार! तुझे मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता हमें फ़ातेमी महशूर कर।
ओबामा का अमरीका बुश के अमरीका से कमज़ोर था। ट्रम्प का अमरीका ओबामा के अमरीका से ज़्यादा कमज़ोर था। बाइडन का अमरीका ट्रम्प के अमरीका से भी ज़्यादा कमज़ोर है।
इमाम ख़ामेनेई
4 अप्रैल 2023
ज़ायोनी हुकूमत अपनी 75 साल की उम्र में कभी इतनी ख़ौफ़नाक मुसीबतों में नहीं फंसी जिनका आज उसे सामना है। संगीन सियासी अस्थिरता में गिरफ़तार है। चार साल में चार प्रधानमंत्री बदल गए। राजनैतिक एलायंस बनने से पहले टूट जाते हैं।
इमाम ख़ामेनेई
4 अप्रैल 2023
इमाम हसन अलैहिस्सलाम कि, जिन्हें करीमे अहलेबैत कहा जाता है, शुभ जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर फ़ारसी साहित्य की अहम हस्तियों और शायरों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से बुधवार की शाम मुलाक़ात की।
ऐ परवरदिगार! तुझे मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता! इस्लामी दुनिया को उसके हितों के बारे में जागरुक बना दे और मुसलमान अवाम, इस्लामी जगत, मुसलमान क़ौमों और मुसलमान शासकों की तरक़्क़ी और मसलेहत की राह की हिदायत कर।
ऐ अल्लाह! हम तेरे सबसे बड़े नाम के वास्ते से तुझसे मांगते हैं, या अल्लाह, या रहमान, या रहीम, ऐ दिलों को पलटने वाले, हमारे दिलों को अपने दीन पर क़ायम रख।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने मंगलवार की शाम तेहरान में मुल्क के आला अधिकारियों से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में उन्होंने दुनिया में राजनैतिक बदलाव को बहुत तेज़ और साथ ही इसको इस्लामी गणराज्य के दुश्मनों के मोर्चे को कमज़ोर करने वाला बताया और कहा कि इस मौक़े से फ़ायदा उठाने के लिए हमें अपनी विदेश नीति को और सरगर्म करना चाहिए और नई पहल करना चाहिए।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने मंगलवार की शाम तेहरान में मुल्क के आला अधिकारियों से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में उन्होंने दुनिया में राजनैतिक बदलाव को बहुत तेज़ और साथ ही इसको इस्लामी गणराज्य के दुश्मनों के मोर्चे को कमज़ोर करने वाला बताया और कहा कि इस मौक़े से फ़ायदा उठाने के लिए हमें अपनी विदेश नीति को और सरगर्म करना चाहिए और नई पहल करना चाहिए।
हम क्यों कह रहे हैं कि अमरीका कमज़ोर हो गया?
1. अमरीका भीतर से दो धड़ों में विभाजित है।
2. अमरीका ज़ायोनी हुकूमत का राजनैतिक संकट हल न कर सका।
3. अमरीका ईरान विरोधी संयुक्त अरब मोर्चा बनाने की कोशिश में था मगर इसका उल्टा हो रहा है।
इमाम ख़ामेनेई
4 अप्रैल 2023