07/10/2023
हां, क़ुरआन बुरी ताक़तों के लिए ख़तरा है। यह ज़ुल्म की भी निंदा करता है और ज़ुल्म सहने वाले की भी निंदा करता है कि उसने क्यों ज़ुल्म सहना गवारा किया। इमाम ख़ामेनेई 3 अक्तूबर 2023
06/10/2023
पैग़म्बरे इस्लाम ने इंसानियत की सारी बुनियादी समस्याओं और दर्द के इलाज का नुस्ख़ा पेश कर दिया। इमाम ख़ामेनेई 3 अक्तूबर 2023
06/10/2023
क़ुरआन इंसानों को ज़ुल्म से मुक़ाबले की दावत देता है। “वो न ज़ुल्म करते हैं और न ही ज़ुल्म सहते हैं।” इमाम ख़ामेनेई 3 अक्तूबर 2023
04/10/2023
आज ज़ायोनी सरकार की स्थिति ऐसी नहीं है जो उससे निकटता के लिए प्रेरित करे। ज़ायोनी सरकार जाने वाली है। इमाम ख़ामेनेई 3 अक्तूबर 2023
04/10/2023
इस्लामी जुम्हूरिया का निश्चत स्टैंड यह है कि जो सरकारें ज़ायोनी हुकूमत से संबंध बहाल करने का जुआ खेल रही हैं, नुक़सान उठाएंगी। यूरोपियों के शब्दों में हारने वाले घोड़े पर शर्त लगा रही हैं।
04/10/2023
पवित्र इस्लामी शरीयत में सिर्फ़ खाने की ज़रूरत के तहत शिकार की इजाज़त है। शिकार के सफ़र में नमाज़ पूरी पढ़नी है; यानी सफ़र, हराम सफ़र है; इसका यह मतलब हुआ।
03/10/2023
पैग़म्बरे इस्लाम और हज़रत इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम के मुबारक जन्म दिन पर अवाम, ओहदेदारों, तेहरान में मौजूद इस्लामी देशों के राजदूतों और इस्लामी एकता कान्फ़्रेंस में भाग लेने वाले विचारकों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की।
03/10/2023
पैग़म्बरे इस्लाम का, कायनात के इस चमकते सूरज का हर इंसान पर एहसान है। सही अर्थों में सारी इंसानियत इस अज़ीम हस्ती की क़र्ज़दार है। पैग़म्बरे इस्लाम ने इंसानियत के हर अहम दर्द व पीड़ा का इलाज मुहैया कर दिया। इमाम ख़ामेनेई 3 अक्तूबर 2023
03/10/2023
पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही वसल्लम और इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिवस के मौक़े पर इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने मंगलवार को मुल्क के अधिकारियों, ईरान में नियुक्त विदेशी राजदूतों, इस्लामी एकता कॉन्फ़्रेंस में भाग लेने वालों और अवाम के मुख़्तलिफ़ तबक़ों के लोगों से मुलाक़ात की।
03/10/2023
क़ुरआन भ्रष्ट ताक़तों के लिए ख़तरा शुमार होता है क्योंकि वह ज़ुल्म की भी निंदा करता है और ज़ुल्म सहने वाले की भी मलामत करता है कि उसने ज़ुल्म सहना क्यों गवारा किया। क़ुरआन लोगों को बेदार करने वाला है। क़ुरआन का दुश्मन इंसानों की बेदारी का मुख़ालिफ़ और ज़ुल्म से जंग किए जाने का मुफ़ालिफ़ है। इमाम ख़ामेनेई 3 अक्तूबर 2023
03/10/2023
आज इस्लाम से दुश्मनी, पहले से कहीं ज़्यादा ज़ाहिर है, जिसका एक जाहेलाना नमूना, क़ुरआन मजीद का अनादर है जो आपकी नज़रों के सामने है कि एक जाहिल बेवक़ूफ़ खुल्लम खुल्ला यह हरकत कर रहा है। अस्ल बात, पर्दे के पीछे मौजूद तत्वों की है। वो सोचते हैं कि इस तरह की हरकतों से क़ुरआन को कमज़ोर कर सकते हैं, यह उनकी ग़लतफ़हमी है। इमाम ख़ामेनेई
03/10/2023
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने पैग़म्बरे इस्लाम और उनके फ़रज़ंद इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिन के मौक़े पर देश के ओहदेदारों, इस्लामी मुल्कों के राजदूतों और इस्लामी एकता सम्मेलन में भाग लेने वालों से मुलाक़ात में पैग़म्बरे इस्लाम की शख़्सियत पर रौशनी डाली। 3 अक्तूबर 2023 के ख़ेताब में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने क़ुरआन के अनादर की साज़िश, ज़ायोनी हुकूमत की मौत और मुसलमानों की एकता के विषय पर बात की।(1)
02/10/2023
पैग़म्बरे इस्लाम का वजूद कहकशां जैसा है। इसमें महानता के हज़ारों बिन्दु पाए जाते हैं। पैग़म्बरे इस्लाम जैसी बेमिसाल शख़्सियत की ज़िन्दगी, इस्लामी इतिहास के हर दौर के लिए नमूना व पाठ है, हमेशा के लिए आइडियल है।
02/10/2023
हम दुनिया को यह सिखाना चाहते हैं, हम यह कहना चाहते हैं कि मुसलमान आपस में सहयोग करें। एक दूसरे के साथ मिलकर ज़िन्दगी गुज़ारें, इसका नमूना हमारे यहाँ सीस्तान व बलोचिस्तान में मौजूद है।
02/10/2023
  इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने रबीउल अव्वल महीने और पैग़म्बरे इस्लाम और इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिन के मौक़े पर 2 हज़ार से अधिक क़ैदियों की सज़ाएं माफ़ और उनमें कमी के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी।
01/10/2023
कहकशां यानी वह समूह जिसमें हज़ारों सौरमंडल और हज़ारों सूरज हैं। पैग़म्बरे इस्लाम का वजूद आकाशगंगा जैसा है जिसमें महानताओं के हज़ारों चमकते बिन्दु पाए जाते हैं। इमाम ख़ामेनेई 21/03/2006
30/09/2023
मुसलमानों में एकता, क़ुरआन का निश्चित फ़ैसला है, इसे एक ज़िम्मेदारी की नज़र से देखना चाहिए। मुसलमानों में एकता कोई टैक्टिक नहीं है कि कोई यह सोचे कि ख़ास हालात की वजह से हमें एकजुट होना चाहिए।
30/09/2023
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 24 अक्तूबर 2021 को इस्लामी एकता कान्फ़्रेंस के कुछ मेहमानों से मुलाक़ात में मुसलमानों के बीच एकता के मैदान में उल्लेखनीय योगदान देने वाले कुछ लोगों का ज़िक्र किया। ‏KHAMENEI.IR वेबसाइटन इस रिपोर्ट में इन हस्तियों का संक्षिप्त परिचय करा रही है।
30/09/2023
कुछ लोग सोचते हैं कि एकता एक राजनैतिक टैक्टिक है, नहीं, यह ईमान है। इमाम ख़ामेनेई 15/11/2019
29/09/2023
अगर हम मुसलमान पैग़म्बरे इस्लाम की शख़्सियत पर ध्यान दें, ग़ौर करें और सबक़ हासिल करना चाहें तो यह हमारी दुनिया और आख़ेरत के लिए काफ़ी है। इमाम ख़ामेनेई 2/10/2012
28/09/2023
दुनिया की बड़ी ताक़तें, उस ज़माने की सभी बड़ी ताक़तें एक मोर्चे पर इकट्ठा हो गयीं और हम पर, इस्लामी गणराज्य पर और इस्लामी इंक़ेलाब पर हमले में शरीक थीं। एक ऐसी जंग और एक ऐसे मुक़ाबले में ईरानी क़ौम फ़तह की चोटी पर पहुंची, वहाँ खड़ी हुयी और अपनी शान दुनिया को दिखा दी। महानता यह है। इमाम ख़ामेनेई
28/09/2023
इस्लामी इन्क़ेलाब के नेता ने गुरुवार 28 सितंबर 2023 को पाकीज़ा डिफ़ेन्स के शहीदों और घायलों को श्रद्धांजलि पेश करने के दिन, एक पैग़ाम जारी किया है, जो इस प्रकार है:
28/09/2023
इब्ने अब्बास से रिवायत है कि पैग़म्बरे इस्लाम ज़मीन पर बैठ जाते थे, ज़मीन पर बैठ कर खाते थे, चौपाये की रस्सी अपने हाथ में पकड़े रहते थे, ग़ुलाम की जौ की रोटी पर दावत को क़ुबूल कर लेते थे।
27/09/2023
शहीदों का पैग़ाम ख़ौफ़, ग़म व दुख को नकारने का पैग़ाम है... अल्लाह की राह में शहीद होने वालों का पैग़ाम, बशारत व ख़ुशख़बरी है ख़ुद अपने लिए भी और उनके लिए भी जिन से वो ख़ेताब करते हैं। यह जो इमाम ख़ुमैनी ने फ़रमाया कि जो क़ौम शहादत की राह पर चलती है, वह किसी की क़ैदी नहीं बनती, इसी वजह से है। इमाम ख़ामेनेई 12/12/2018
25/09/2023
कुछ अहले इरफ़ान व सुलूक यह मानते हैं कि रबीउल औवल का महीना हयात व ज़िंदगी की बहार है। क्योंकि इस महीने में पैग़म्बरे इस्लाम इसी तरह उनके फ़रज़ंद हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम की विलादत हुई। पैग़म्बर की विलादत उन बरकतों का आरंभ बिंदु है जो अल्लाह ने इंसानियत के लिए रखी हैं। इमाम ख़ामेनेई 29 जनवरी 2013
25/09/2023
पाकीज़ा डिफ़ेन्स के तथ्यों में फेरबदल कर दिए जाने ‎का ख़तरा है। फेरबदल करने वाले तत्व घात में हैं। इसलिए वक़्त के लेहाज़ से पाकीज़ा डिफ़ेन्स से जितना ज़्यादा दूर हो रहे हैं, उतना ही मारेफ़त के ‎लेहाज़ से हमें उससे ज़्यादा क़रीब होना चाहिए। 
24/09/2023
पाकीज़ा डिफ़ेन्स का इतिहास एक पूंजी है, इस पूंजी को मुल्क की तरक़्क़ी के लिए, क़ौमी तरक़्क़ी के लिए, हर क़ौम के सामने मौजूद मुख़्तलिफ़ मैदानों में आगे बढ़ने की तैयारी के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
24/09/2023
आप देखते हैं कि हज़रत इमाम अली नक़ी अलैहिस्सलाम को ‎मदीने से सामर्रा लाया गया और जवानी की उम्र में, 42 साल की उम्र में उन्हें शहीद कर दिया गया। ‎या हज़रत इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम को 28 साल की उम्र में शहीद किया गया। ये सारी ‎बातें इतिहास में इमामों, उनके साथियों और शियों के आंदोलन की महानता और वैभव की निशानियां ‎हैं। इमाम ख़ामेनेई 10 मई 2003
23/09/2023
पाक़ीज़ा डिफ़ेंस के वक़्त हमलावर कौन थे? अगर हम इस पहलू से पाकीज़ा डिफ़ेंस का जायज़ा लें तो इसकी अहमियत व अज़मत बख़ूबी उजागर होगी। अमरीका, यूरोपी मुल्क, सोवियत युनियन और उस ज़माने की सारी ताक़तों ने एक मोर्चा बनाया और उन्होंने इस्लामी गणराज्य पर हमले में भागीदारी की। इमाम ख़ामेनेई ‎20 सितम्बर 2023
23/09/2023
कुछ शिया सोचते थे कि इमाम असकरी अलैहिस्सलाम अपने बाप दादा के मिशन से पीछे हट जाएंगे गए हैं। इमाम असकरी अलैहिस्सलाम एक ख़त में उनसे फ़रमाते हैं: “हमारी नीयत और हमारा इरादा मज़बूत है। हमारा दिल तुम्हारी अच्छी नीयत और अच्छी सोच की ओर से मुतमइन है” देखिए यह बात शियों को कितनी ताक़त देने वाली है...ये इमाम और उनकी पैरवी करने वालों के बीच नेटवर्क का वही मज़बूत संपर्क है। इमाम ख़ामेनेई किताबः हमरज़्माने हुसैन, दसवां चैप्टर, पेज-346
23/09/2023
पाकीज़ा डिफ़ेंस के वक़्त हमारे मोर्चों की फ़्रंटलाइनें इबादत की मेहराब बनी हुई थीं। आधी रात को एक जवान, एक ‎कमांडर बैठकर इबादत करे, आंसू बहाए, इस तरह के बयान एक दो और दस बीस तक सीमित नहीं हैं। इस मोर्चे ‎के हर हिस्से में यही माहौल था। इमाम ख़ामेनेई 20 सितम्बर 2023‎
22/09/2023
  कहा जाता था कि सद्दाम को ईरान पर हमले के लिए उकसाने वाला अमरीका था। फिर जंग के दौरान इंटैलीजेंस सपोर्ट जो सबसे अहम होता है अमरीकियों ने ही किया। हमारी फ़ोर्सेज़ की पोज़ीशन के नक़्शे बनाकर सद्दाम को मुसलसल हवाई नक़्शे देते थे और उसे जंगी टैक्टिक्स बताते थे। इमाम ख़ामेनेई ‎20 सितम्बर 2023
20/09/2023
पाकीज़ा डिफ़ेंस और प्रतिरोध के मैदान में सक्रिय रहे हज़ारों लोगों और सीनियर सैनिकों ने बुधवार 20 सितम्बर की सुबह इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।