05/04/2023
अमरीका के भीतर दो तीन साल पहले इलेक्शन के मसले पर दो धड़े बन गए थे। यह विभाजन आज भी पूरी शिद्दत से बाक़ी है, यह कमज़ोरी ही तो है! यह बहुत अहम बात है।
05/04/2023
हम प्रतिरोध के मोर्चे के प्रति सपोर्ट का खुल कर एलान करते हैं और युक्रेन जंग में शिरकत के दावे को रद्द करते हैं।
05/04/2023
इमाम हसन अलैहिस्सलाम, जिन्हें करीमे अहलेबैत कहा जाता है, के शुभ जन्म की पूर्व संध्या पर फ़ारसी ज़बान के शायरों, साहित्यकारों और उस्तादों ने आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
05/04/2023
5/4/2023 पैग़म्बरे इस्लाम के नवासे इमाम हसन अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिन के मौक़े पर फ़ारसी ज़बान के शायरों और साहित्य के बड़े उस्तादों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। कुछ शायरों और शायराओं ने अपना कलाम पेश किया। 5 अप्रैल 2023 को होने वाली इस मुलाक़ात में रहबरे इंक़ेलाब ने ख़ेताब करते हुए फ़ारसी शायरी और साहित्य की वर्तमान स्थिति का जायज़ा लिया और कुछ बिंदुओं पर ज़ोर दिया। (1) 
04/04/2023
ऐ परवरदिगार! ईरानी क़ौम पर अपनी मदद नाज़िल कर। ऐ पालने वाले! इस्लामी उम्मत पर अपनी मदद नाज़िल कर। ऐ परवरदिगार! इस्लामी दुनिया में फ़ितना फैलाने वालों को ज़लील, अपमानित, बदनाम और रुस्वा कर दे।
04/04/2023
इस्लामी गणराज्य के कुछ बड़े अधिकारियों ने मंगलवार को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की है।
04/04/2023
ख़ुद उनके अधिकारी बार-बार लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि बिखराव क़रीब है। हमने कहा था कि बीस साल, पच्चीस साल…लेकिन उनको तो (मिट जाने की) और भी जल्दी पड़ी है।
04/04/2023
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 13 रमज़ानुल मुबारक 1444 हिरी क़मरी बराबर  4 अप्रैल 2023 को देश के उच्चाधिकारियों की एक बड़ी तादाद से मुलाक़ात में रमज़ान के महीने की अहमियत पर रौशनी डाली। आपने देश के हालात और आर्थिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने पश्चिमी देशों की तरफ़ से दुश्मनी की नीतियों का भी जायज़ा लिया। (1)
03/04/2023
ऐ परवरदिगार! मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता, इस रमज़ान के महीने को ईरानी क़ौम के लिए और इस्लामी उम्मत के लिए बरकत का रमज़ान क़रार दे।
03/04/2023
रमज़ान का महीना, दुआ का महीना है। दुआओं को मत भूलिए। रमज़ान के महीने के लिए जो दुआएं बतायी गयी हैं, वे उन नेमतों व मौक़ों में से हैं, जिनकी क़द्र करनी चाहिए। यह दुआए अबू हमज़ा सुमाली, दुआए इफ़्तेताह, दुआए जौशन कबीर और दूसरी दुआएं जो रमज़ान के महीने के दिनों, रातों और दूसरे ख़ास वक़्त के लिए बतायी गयी हैं, हक़ीक़त में अल्लाह की बड़ी नेमतों में से हैं।  इमाम ख़ामेनेई 23/02/1993
02/04/2023
पालने वाले! हमारे गुनाहों को माफ़ कर दे। हमारी नाफ़रमानियों, इसराफ़ और ज़्यादतियों को बख़्श दे। ऐ परवरदिगार! मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता, अपने वली और हुज्जत (इमाम महदी) की क़ुबूलशुदा दुआओं को हमारे शामिले हाल कर दे।
01/04/2023
ऐ परवरदिगार! हम तुझे मोहम्मद व आले मोहम्मद की क़सम देते हैं कि हमारे मुल्क में हमारे शहीदों की याद को दिन ब दिन और ज़िन्दा कर दे।
01/04/2023
पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम की एक मोतबर हदीस हैः रोज़ा नरक से बचाने वाली ढाल है। रोज़े की ख़ुसूसियत, इच्छाओं पर क़ाबू पाना है। गुनाहों के मुक़ाबले में सब्र और इच्छाओं पर कंट्रोल का प्रतीक रोज़ा है। सूरए बक़रह की आयत 153 में सब्र से मुराद रोज़ा बताया गया है। रोज़ा, इच्छाओं से मुंह फेर लेने का प्रतीक है।  इमाम ख़ामेनेई 27/10/2004
01/04/2023
जैसे ही हज़रत ख़दीजा ने अपनी पाक फ़ितरत के साथ पैग़म्बरे इस्लाम (स) को देखा कि वो उस अलग हालत में हिरा से लौटे हैं तो वो फ़ौरन मामले की सच्चाई को समझ गयीं और उनका पाकीज़ा दिल आकर्षित हो गया और वो ईमान ले आयीं। फिर वो पूरे वजूद से ईमान पर डटी रहीं। इमाम ख़ामेनेई 
31/03/2023
ऐ परवरदिगार! इन अज़ीज़ों को और मुझ नाचीज़ को इस मुबारक महीने में ख़ास तौर पर क़द्र की रातों में दिन ब दिन बढ़ती पाकीज़गी की तौफ़ीक़ अता कर।
30/03/2023
ऐ परवरदिगार! मोहम्मद व आले मोहम्मद के सदक़े में हमें इस्लामी इंक़ेलाब का क़द्रदान बना। ऐ परवरदिगार! हमें हमारे फ़रीज़ों से आगाह कर और उन पर अमल करने वाला बना।
30/03/2023
अगर हम मुसलसल अपने आप पर नज़र नहीं रख सकते और आत्म निर्माण नहीं कर सकते तो कम से कम रमज़ान के महीने को ग़नीमत समझें। रमज़ान के महीने में हालात अनुकूल होते हैं। इसमें सबसे अहम चीज़ यही रोज़ा है जो आप रखते हैं। यह अल्लाह की ओर से मिलने वाले सबसे क़ीमती मौक़ों में से एक है।  इमाम ख़ामेनेई 23/02/1993
30/03/2023
क़ुरआन ज़िंदगी की किताब, अक़्ल व दानिश की किताब और सीख देने वाली किताब है। ज़िदगी के हर पहलू के लिए क़ुरआन में सबक़ मौजूद हैं। ज़िंदगी के लिए दर्जनों बुनियादी बिंदु क़ुरआन के हर पेज पर इंसान तलाश कर सकता है।  इमाम ख़ामेनेई 23 मार्च 2023
30/03/2023
इस महीने में हमारी एक दरख़्वास्त सच्ची नीयत के बारे में है जिसकी झलक हमें इस महीने की दुआओं में मिलती है जो बयान की गई हैं।
29/03/2023
ऐ परवरदिगार! हमें क़ुरआन की बरकतों, क़ुरआन की नेमतों और क़ुरआन के रिज़्क़ से फ़ायदा पहुंचा। हमें उन लोगों में क़रार न दे जो क़ुरआन के सिर्फ़ लफ़्ज़ सीखते हैं और उसी पर रुक जाते हैं।
28/03/2023
रमज़ान का महीना बहुत क़ीमती मौक़ा है। यह कोई छोटी बात नहीं है कि पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम ने इस महीने को अल्लाह की मेहमानी का महीना क़रार दिया है। क्या ऐसा हो सकता है कि इंसान किसी दानी के दस्तरख़ान पर पहुंचे और वहाँ से ख़ाली हाथ लौट आए? सही मानी में वह महरूम है जो रमज़ान के महीने में अल्लाह से अपने गुनाहों की माफ़ी न करवा पाए। इमाम ख़ामेनेई 27/4/1990
28/03/2023
ऐ परवरदिगार! इमाम महदी के पाक दिल को हमसे राज़ी व ख़ुश कर दे। उनकी दुआओं को हमारे शामिले हाल कर दे।
27/03/2023
परवरदिगार! हम तुझे मोहम्मद व आले मोहम्मद की क़सम देते हैं, शहीदों की पाक आत्माओं और इमाम ख़ुमैनी की पाक आत्मा को मोहम्मद व आले मोहम्मद की पाक आत्माओं के साथ महशूर कर।
27/03/2023
रमज़ान का महीना, मुबारक महीना है। रमज़ान की बरकतें, इस महीने में अल्लाह की दावत में शिरकत का इरादा रखने वाले मुसलमानों से शुरू होती हैं, दिलों से शुरू होती हैं। इस महीने की बरकतों से प्रभावित होने वाली सबसे पहली चीज़ मोमिनों, रोज़ेदारों और इस पाक महीने में दाख़िल होने वालों के मन व आत्मा हैं। इमाम ख़ामेनेई 24/12/1997
26/03/2023
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई की  रौज़ए इमाम रज़ा में 21 मार्च 2023 की तक़रीर के वक़्त लोगों का इंतेज़ार व इशतियाक़ और जोश व जज़्बा देखने के क़ाबिल था
26/03/2023
बरसों से दुश्मन का मोर्चा गला फाड़ रहा है कि हम इस्लामी गणराज्य को घुटनों पर लाना चाहते हैं, उसके मुक़ाबले में रहबरे इंक़ेलाब का कहना है कि तुम कुछ बिगाड़ नहीं सकते यह घिसी पिटी बात नहीं है, यह दृढ़ता है।
26/03/2023
परवरदिगार! हम सबका, हमारी ज़िन्दगी का और हमारी उम्र का अंजाम नेक क़रार दे। मुझ नाचीज़ की और जो भी चाहता है, उसकी ज़िन्दगी की आख़िरी सीढ़ी शहादत क़रार दे।
25/03/2023
परवरदिगार! रमज़ान के मुबारक महीने की इस तीसरे पहर में, इन रोज़ादारों पर, इन भूखे पेट और इन प्यासे होठों पर अपनी रहमत और फ़ज़्ल नाज़िल कर!
24/03/2023
परवरदिगार! हमें क़ुरआन के साथ ज़िन्दा रख, क़ुरआन के साथ मौत दे, क़ुरआन के साथ उठा
23/03/2023
पिछले बरसों की तरह इस साल भी रमज़ान मुबारक के पहले दिन आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई की मौजूदगी में पवित्र कुरआन से लगाव शीर्षक के तहत कार्यक्रम आयोजित होगा।
23/03/2023
हम #यूरोप से नाराज़ नहीं हैं। जो भी यूरोपीय देश और हुकूमत अमरीका की पालीसियों का अंधा अनुसरण न करे हम उसके साथ काम करने के लिए तैयार हैं। इमाम ख़ामेनेई 21 मार्च 2023
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