अगर अमरीका की तरफ़ से सामरिक मदद और समर्थन न होता तो भ्रष्ट, जाली और झूठी ज़ायोनी सरकार (7 अक्तूबर के बाद) पहले ही हफ़्ते में ख़त्म हो जाती, गिर जाती। अगर अमरीका की मदद न हो तो तय है कि ज़ायोनी सरकार कुछ ही दिनों में पैरालाइज़्ड हो जाएगी। इमाम ख़ामेनेई 1नवम्बर 2023