इस्लामी गणराज्य ईरान की आर्मी की समुद्री सेना के कुछ कमांडरों और अधिकारियों ने आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के सुप्रीम कमांडर आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
28 नवम्बर 2023
इस्लामी जगत यह न भूले कि इस अहम व निर्णायक मामले में जो इस्लाम के ख़िलाफ़, इस्लामी मिल्लत के ख़िलाफ़, मज़लूम फ़िलिस्तीन के ख़िलाफ़ खड़ा है, वह अमरीका है, फ़्रांस है, ब्रिटेन है, अकेला ज़ायोनी शासन नहीं है।
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में सुप्रीम लीडर का प्रवेश, खिलाड़ियों, मेडल जीतने वालों और खेल के मैदान के कार्यकर्ताओं के स्वागत में स्पोर्ट्स का माहौल
22/11/2023
हमास ने एक सरकार की हैसियत ने नहीं, एक देश की हैसियत से नहीं, एक संघर्षशील गिरोह की हैसियत से, क़ाबिज़ ज़ायोनी सरकार को, उसके इतने सारे संसाधनों के साथ नॉकआउट कर दिया।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने एशियन गेम्ज़ और पैरा एशियन गेम्ज़ में मेडल जीतने वाले ईरानी खिलाड़ियों और स्पोर्ट्स के क्षेत्र से संबंधित लोगों से मुलाक़ात में उनकी सराहना की और कुछ निर्देश भी दिए। 22 नवम्बर 2023 की इस तक़रीर में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने तूफ़ान अलअक़सा आप्रेशन और उसके बाद ग़ज़ा पट्टी पर ज़ायोनी शासन के हमले के बारे में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला।
महान विद्वान, लेखक और विचारक आयतुल्लाह अल्लामा सैयद मुहम्मद हुसैन तबातबाई पर अंतर्राष्ट्रीय कांफ़्रेंस के आयोजकों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। 8 नवम्बर 2023 को होने वाली इस मुलाक़ात में स्पीच देते हुए आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने महान आलिमे दीन के व्यक्तित्व को बयान किया। (1)
ज़ायोनी, फ़िलिस्तीन में इस्लामी आस्था का मुसलमसल अनादर करते हैं, मस्जिदुल अक़्सा पर ज़ायोनियों के हमले से हर मुसलमान के दिल को चोट पहुंचती है, ऐसे ज़ुल्म पर एक ग़ैरतमंद क़ौम का रिएक्शन क्या होगा? ज़ाहिर सी बात है कि वह तूफ़ान बरपा कर देगी।
ईरानी आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के सुप्रीम कमांडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने रविवार 19 नवंबर 2023 की सुबह सिपाहे पासदाराने इंक़ेलाब की ‘आशूरा एरोस्पेस साइंसेज़ यूनिवर्सिटी’ पहुंच कर डेढ़ घंटे तक आईआरजीसी की एरोस्पेस फ़ोर्स की उपलब्धियों की प्रदर्शनी का मुआइना किया।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने एरोस्पेस साइंस एंड टेक्नालोजी युनिवर्सिटी 'आशूरा' का दौरा किया और सिपाहे पासदाराने इंक़ेलाब की एरोस्पेस फ़ोर्स की नई उपलब्धियों का मुआइना किया।
19 नवम्बर 2023
अमरीका के राष्ट्रपति, जर्मनी के चांसलर, फ़्रांस के राष्ट्रपति और ब्रिटेन के प्रधान मंत्री, ये सबके सब नस्लपरस्ती को मानते हैं और नस्लपरस्ती का किसी भी तरह विरोध नहीं करते हैं।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 19 नवम्बर 2023 को सिपाहे पासदाराने इंक़ेलाब की एरोस्पेस फ़ोर्स की उपलब्धियों और आविष्कारों की प्रदर्शनी का मुआइना करने के बाद स्पीच दी। उन्होंने रिसर्च के बारे में कुछ निर्देश दिए और साथ ही ग़ज़ा पट्टी पर ज़ायोनी शासन के हमलों के बारे में भी बात की।
यह जंग ग़ज़ा और इस्राईल की जंग नहीं सत्य और असत्य की जंग है, साम्राज्यवाद और ईमान की जंग है। इम्पेरियलिस्ट ताक़तें बमों, सैनिक दबाव, त्रास्दियों और अपराधों के साथ आगे आती हैं और ईमान की ताक़त अल्लाह की मदद से इन सब पर विजय हासिल करेगी।
इमाम ख़ामेनेई
1 नवम्बर 2023
ग़ज़ा के अवाम ने अपने सब्र से पूरी इंसानियत के ज़मीर को झिंझोड़ दिया। यहां तक कि ब्रिटेन, फ़्रांस और अमरीका में जनसैलाब निकलता है और इस्राईल के ख़िलाफ़ और अमरीकी सरकार के ख़िलाफ़ नारे लगाता है।
इमाम ख़ामेनेई
अल्लामा तबातबाई को श्रद्धांजली देने के लिए बुधवार 15 नवम्बर 2023 को आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजकों ने 8 नवम्बर 2023 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की थी। इस मौक़े पर आयतुल्लाह ख़ामेनेई का ख़ेताब आज सुबह पवित्र नगर क़ुम में सम्मेलन के आरंभ पर दिखाया गया।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने संविधान के आर्टिकल 110 के पहले अनुच्छेद के तहत एक्सपीडिएंसी डिसर्नमेंट काउंसिल से विमर्श के बाद समुद्री विभाग से संबंधित जनरल डेवलप्मेंट पॉलीसियों का नोटिफ़िकेशन अमली जामा पहनाने के लिए तीनों पालिकाओं के प्रमुखों और इसी तरह एक्सपीडिएंसी डिसर्नमेंट काउंसिल के प्रमुख को जारी कर दिया।
ग़ज़ा में इस बड़े पैमाने पर क़त्ले आम के बाद भी अब तक इस लड़ाई में हारा हुआ पक्ष ज़ायोनी शासन ही है क्योंकि वो मिट्टी में मिल चुकी इज़्ज़त दोबारा हासिल नहीं कर सका और आइंदा भी यह काम नहीं कर पाएगा।
इमाम ख़ामेनेई
6 नवम्बर 2023
ग़ज़ा के अवाम ने अपने सब्र से पूरी इंसानियत के ज़मीर को झिंझोड़ दिया। यहां तक कि ख़ुद पश्चिमी देशों में, ब्रिटेन, फ़्रांस और संयुक्त राज्य अमरीका में जनसैलाब निकलता है और इस्राईल के ख़िलाफ़ और अमरीकी सरकार के ख़िलाफ़ नारे लगाता है। दुनिया में यह लोग बेइज़्ज़त हो गए।
इमाम ख़ामेनेई
1 नवम्बर 2023
अमरीकी ग़ज़ा में जारी ज़ायोनियों के अपराधों में शरीक हैं। अगर उनकी सामरिक व राजनैतिक मदद न हो तो ज़ायोनी सरकार अपनी कार्यवाहियां जारी रख पाने के क़ाबिल नहीं रहेगी।
इमाम ख़ामेनेई
6 नवम्बर 2023
ग़ज़ा में इस बड़े पैमाने पर क़त्ले आम के बाद भी अब तक इस लड़ाई में हारा हुआ पक्ष ज़ायोनी शासन ही है क्योंकि वो मिट्टी में मिल चुकी इज़्ज़त दोबारा हासिल नहीं कर सका और आइंदा भी यह काम नहीं कर पाएगा।
इमाम ख़ामेनेई
6 नवम्बर 2023