इस्लामी जगत यह न भूले कि इस अहम व निर्णायक मामले में जो इस्लाम के ख़िलाफ़, इस्लामी मिल्लत के ख़िलाफ़, मज़लूम फ़िलिस्तीन के ख़िलाफ़ खड़ा है, वह अमरीका है, फ़्रांस है, ब्रिटेन है, अकेला ज़ायोनी शासन नहीं है।