हमने अपना फ़ारमूला पेश कर दिया है। फ़िलिस्तीन में रेफ़्रेंडम। क़ाबिज़ ज़ायोनियों को इसमें शिरकत का हक़ नहीं है ... अगर यही रेज़िस्टेंस के युनिट्स अपने पुख़्ता इरादे से अपनी मांगें पूरी करने के लिए काम करें तो यह होकर रहेगा। फ़िलिस्तीन के मसले का हल इंशाअल्लाह नया पश्चिमी एशिया देखेगा। इमाम ख़ामेनेई 29 नवम्बर 2023
कीवर्ड्ज़