दो अहम वैश्विक संगठनों (#ब्रिक्स और #शंघाई_सहयोग_संगठन) में बहुत कम अंतराल में सदस्यता मिलना बहुत बड़ी कामयाबी थी और इससे ज़ाहिर हुआ कि मुल्क इस पोज़ीशन में है कि संगठनों के संस्थापक चाहते बल्कि कभी तो ज़ोर देते हैं कि हमारा मुल्क उनमें शामिल हो।
इमाम ख़ामेनेई
30 अगस्त 2023
ईरान के पूर्व राष्ट्रपति शहीद रजाई और पूर्व प्रधान मंत्री बाहुनर की शहादत की बरसी के अवसर पर राष्ट्रपति और मंत्रिमंडल के सदस्यों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने बुधवार की सुबह राष्ट्रपति और कैबिनेट के सदस्यों से मुलाक़ात में इंफ़्रास्ट्रक्चर के कामों, बड़े आर्थिक इंडेक्सेज़ में प्रगति और विदेश नीति सहित अनेक क्षेत्रों में सरकार की अच्छी परफ़ार्मेंस को सराहते हुए कहा कि खेद की बात यह है कि सरकार के प्रशंसनीय अहम कामों के बावजूद आर्थिक समस्याएं धुंध की तरह उसके बुनियादी कामों के दिखाई देने में रुकावट बन जाती हैं।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने ईरान में मनाए जाने वाले सरकार के हफ़्ते के मौक़े पर राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी और उनकी कैबिनेट के सदस्यों से मुलाक़ात में सरकार के कामकाज का जायज़ा लिया और कुछ सिफ़ारिशें कीं। 30 अगस्त 2023 को होने वाली इस मुलाक़ात में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने पूर्व राष्ट्रपति शहीद मुहम्मद अली रजाई और पूर्व प्रधानमंत्री शहीद जवाब बाहुनर की शख़्सियत पर रौशनी डाली।
इस्लामी गणराज्य ईरान के अर्दबील प्रांत के शहीदों पर नेश्नल सेमीनार की आयोजक कमेटी के सदस्यों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 13 अगस्त 2023 को होने वाली इस मुलाक़ात में अपने ख़ेताब में अर्दबील के इलाक़े की ख़ासियतों और शहीद व शहादत के विषय पर बात की। इस्लामी इंक़ेलाब के नेता की यह तक़रीर 20 अगस्त 2023 को सेमीनार के उद्घाटन समारोह में जारी की गई। (1)
कुछ वर्ग ऐसे हैं कि अगर उनसे कोई ग़लती हो तो अल्लाह उसे दो ग़लती शुमार करता है। हम अमामे वाले इसी तबक़े में आते हैं। हमारी एक ख़ता दो ख़ता है। एक ख़ुद गुनाह का और एक हमारे गुनाह से बाहर होने वाले असर का। इस पर ध्यान देने की ज़रूरत है।
इमाम ख़ामेनेई
इस्लामी गणराज्य के अर्दबील प्रांत के शहीदों पर राष्ट्रीय सेमिनार की आयोजन कमेटी के सदस्यों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। यह मुलाक़ात 13 अगस्त 2023 को हुयी थी।
लगातार संकट खड़ा करने की प्रक्रिया आज तक जारी है। परमाणु मुद्दा, सन 2009 का फ़ितना, ज़्यादा से ज़्यादा दबाव, पेट्रोल और महिला अधिकार का मसला लेकिन आज तक ये सब नाकाम ही रहे हैं।
इमाम ख़ामेनेई
हर इंसान के अंदर उसकी शख़्सियत में कुछ कमज़ोरियां होती हैं। अगर उनका मुक़ाबला न करें तो हम पर छा जाती हैं और हमें शिकस्त दे देती हैं। इसलिए हमें अपनी निगरानी करनी चाहिए।
आज सिपाहे पासदारान दुनिया का सबसे बड़ा आतंकवाद निरोधक संस्थान है। पूरी तरह उपकरणों से लैस सैनिक संस्थान है। एक कारामद और अलग संस्थान जो ऐसे काम करने में सक्षम है जो दुनिया की बड़ी सेनाओं के बस के बाहर हैं।
इमाम ख़ामेनेई
17 अगस्त 2023
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने गुरूवार की सुबह सिपाहे पासदाराने इंक़ेलाब आईआरजीसी के कमांडरों की जनरल असेंबली की चौबीसवीं बैठक में शामिल अधिकारियों और इस फ़ोर्स के वरिष्ठ कमांडरों से मुलाक़ात की।
इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़ा तेहरान, 2 अक्तूबर 2019 को सिपाहे पासदाराने इंक़ेलाब की सुप्रीम असेंबली के सदस्यों की इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात, शहीदों की याद में नौहा ख़्वानी के रिक़्क़त आमेज़ मंज़र।
हमें बहुत एहतियात करना चाहिए, दुश्मन की पहचान में ग़लती न हो। इमाम ख़ुमैनी ने अपनी दूरगामी नज़र के आधार पर कहा था कि जितना ग़ुस्सा निकालना है, अमरीका पर निकालिए।
इमाम ख़ामेनेई
17 अगस्त 2023
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने आईआरजीसी फ़ोर्स के कमांडरों और अधिकारियों की सुप्रीम असेंबली की बैठक के मौक़े पर इस संस्था के सदस्यों से ख़ेताब किया। 17 अगस्त 2023 को इस ख़िताब में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने आईआरजीसी के स्वरूप, ख़ुसूसियतों, प्रदर्शन और ज़िम्मेदारियों पर चर्चा की। उन्होंने कुछ सिफ़ारिशें भी कीं। (1)
अगर इतने पस्त न हुए होते तो सरकारें, चाहें वे कितनी भी बुरी क्यों न होतीं, कितनी ही बेदीन व ज़ालिम क्यों न होतीं, इतनी बड़ी त्रासदी व घटना अंजाम नहीं दे सकती थीं। यानी पैग़म्बर के नवासे और फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के बेटे को क़त्ल न सकतीं।
इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने ईरान की नौसेना के फ़्लोटीला 86 के वैश्विक मिशन की कामयाबी के बाद क्रू मेम्बर्ज़ और उनके परिवारों से मुलाक़ात में लगभग आठ महीने में दुनिया का चक्कर लगाने में कामयाब होने वाले फ़्लोटीला 86 की तारीफ़ की। 6 अगस्त 2023 की इस तक़रीर में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने समुद्र, समुद्री रास्तों और दूसरे कई विषयों पर विस्तार से प्रकाश डाला। (1)
ईरान की 5800 किलोमीटर की तटवर्ती पट्टी है जिसमें 4900 किलोमीटर मुल्क के दक्षिणी हिस्से में है जो आज़ाद समुद्री क्षेत्र से जुड़ी है। दुनिया से संपर्क के लिए ईरान को किसी भी मुल्क की इजाज़त की ज़रूरत नहीं है।
हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम (उन पर हमारी जानें क़ुर्बान) की नज़रे करम की बरकत से इस साल का मोहर्रम अक़ीदत के जोश से भरा रहा। वह काम जो अल्लाह के लिए किया जाता है, जिसका मक़सद पाक होता है, अल्लाह उसमें मदद करता है।
फ़्लोटीला 86 के स्टाफ़ के हर सदस्य का दिल की गहराई से शुक्रिया अदा करता हूं जिसने बड़ा मिशन पूरा किया और धरती का चक्कर लगाया। इसी तरह आपके परिवारों का भी शुक्रगुज़ार हूं। जो काम आपने किया वो बड़ा गौरव है। यह कारनामा मुल्क की नौसेना के इतिहास में पहले कभी नहीं अंजाम पाया।
इमाम ख़ामेनेई
6 अगस्त 2023