ऐ परवरदिगार! मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता हमारी नीयतों को सच्ची बना दे। हमने जो कहा, जो किया, जो करेंगे और जो कहेंगे उसे अपने लिए और अपनी राह में क़रार दे।
इमाम ख़ामेनेई
ऐ परवरदिगार! तुझे हज़रत फ़ातेमा के हक़ का वास्ता हमें फ़ातेमी ज़िन्दा रख और फ़ातेमी हालत में मौत अता कर। ऐ परवरदिगार! तुझे मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता हमें फ़ातेमी महशूर कर।
ओबामा का अमरीका बुश के अमरीका से कमज़ोर था। ट्रम्प का अमरीका ओबामा के अमरीका से ज़्यादा कमज़ोर था। बाइडन का अमरीका ट्रम्प के अमरीका से भी ज़्यादा कमज़ोर है।
इमाम ख़ामेनेई
4 अप्रैल 2023
ज़ायोनी हुकूमत अपनी 75 साल की उम्र में कभी इतनी ख़ौफ़नाक मुसीबतों में नहीं फंसी जिनका आज उसे सामना है। संगीन सियासी अस्थिरता में गिरफ़तार है। चार साल में चार प्रधानमंत्री बदल गए। राजनैतिक एलायंस बनने से पहले टूट जाते हैं।
इमाम ख़ामेनेई
4 अप्रैल 2023
इमाम हसन अलैहिस्सलाम कि, जिन्हें करीमे अहलेबैत कहा जाता है, शुभ जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर फ़ारसी साहित्य की अहम हस्तियों और शायरों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से बुधवार की शाम मुलाक़ात की।
ऐ परवरदिगार! तुझे मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता! इस्लामी दुनिया को उसके हितों के बारे में जागरुक बना दे और मुसलमान अवाम, इस्लामी जगत, मुसलमान क़ौमों और मुसलमान शासकों की तरक़्क़ी और मसलेहत की राह की हिदायत कर।
ऐ अल्लाह! हम तेरे सबसे बड़े नाम के वास्ते से तुझसे मांगते हैं, या अल्लाह, या रहमान, या रहीम, ऐ दिलों को पलटने वाले, हमारे दिलों को अपने दीन पर क़ायम रख।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने मंगलवार की शाम तेहरान में मुल्क के आला अधिकारियों से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में उन्होंने दुनिया में राजनैतिक बदलाव को बहुत तेज़ और साथ ही इसको इस्लामी गणराज्य के दुश्मनों के मोर्चे को कमज़ोर करने वाला बताया और कहा कि इस मौक़े से फ़ायदा उठाने के लिए हमें अपनी विदेश नीति को और सरगर्म करना चाहिए और नई पहल करना चाहिए।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने मंगलवार की शाम तेहरान में मुल्क के आला अधिकारियों से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में उन्होंने दुनिया में राजनैतिक बदलाव को बहुत तेज़ और साथ ही इसको इस्लामी गणराज्य के दुश्मनों के मोर्चे को कमज़ोर करने वाला बताया और कहा कि इस मौक़े से फ़ायदा उठाने के लिए हमें अपनी विदेश नीति को और सरगर्म करना चाहिए और नई पहल करना चाहिए।
हम क्यों कह रहे हैं कि अमरीका कमज़ोर हो गया?
1. अमरीका भीतर से दो धड़ों में विभाजित है।
2. अमरीका ज़ायोनी हुकूमत का राजनैतिक संकट हल न कर सका।
3. अमरीका ईरान विरोधी संयुक्त अरब मोर्चा बनाने की कोशिश में था मगर इसका उल्टा हो रहा है।
इमाम ख़ामेनेई
4 अप्रैल 2023
इमाम हसन अलैहिस्सलाम, जिन्हें करीमे अहलेबैत कहा जाता है, के शुभ जन्म की पूर्व संध्या पर फ़ारसी ज़बान के शायरों, साहित्यकारों और उस्तादों ने आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
5/4/2023
पैग़म्बरे इस्लाम के नवासे इमाम हसन अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिन के मौक़े पर फ़ारसी ज़बान के शायरों और साहित्य के बड़े उस्तादों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। कुछ शायरों और शायराओं ने अपना कलाम पेश किया। 5 अप्रैल 2023 को होने वाली इस मुलाक़ात में रहबरे इंक़ेलाब ने ख़ेताब करते हुए फ़ारसी शायरी और साहित्य की वर्तमान स्थिति का जायज़ा लिया और कुछ बिंदुओं पर ज़ोर दिया। (1)
ऐ परवरदिगार! ईरानी क़ौम पर अपनी मदद नाज़िल कर। ऐ पालने वाले! इस्लामी उम्मत पर अपनी मदद नाज़िल कर। ऐ परवरदिगार! इस्लामी दुनिया में फ़ितना फैलाने वालों को ज़लील, अपमानित, बदनाम और रुस्वा कर दे।
ख़ुद उनके अधिकारी बार-बार लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि बिखराव क़रीब है। हमने कहा था कि बीस साल, पच्चीस साल…लेकिन उनको तो (मिट जाने की) और भी जल्दी पड़ी है।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 13 रमज़ानुल मुबारक 1444 हिरी क़मरी बराबर 4 अप्रैल 2023 को देश के उच्चाधिकारियों की एक बड़ी तादाद से मुलाक़ात में रमज़ान के महीने की अहमियत पर रौशनी डाली। आपने देश के हालात और आर्थिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने पश्चिमी देशों की तरफ़ से दुश्मनी की नीतियों का भी जायज़ा लिया। (1)
रमज़ान का महीना, दुआ का महीना है। दुआओं को मत भूलिए। रमज़ान के महीने के लिए जो दुआएं बतायी गयी हैं, वे उन नेमतों व मौक़ों में से हैं, जिनकी क़द्र करनी चाहिए। यह दुआए अबू हमज़ा सुमाली, दुआए इफ़्तेताह, दुआए जौशन कबीर और दूसरी दुआएं जो रमज़ान के महीने के दिनों, रातों और दूसरे ख़ास वक़्त के लिए बतायी गयी हैं, हक़ीक़त में अल्लाह की बड़ी नेमतों में से हैं।
इमाम ख़ामेनेई
23/02/1993
पालने वाले! हमारे गुनाहों को माफ़ कर दे। हमारी नाफ़रमानियों, इसराफ़ और ज़्यादतियों को बख़्श दे। ऐ परवरदिगार! मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता, अपने वली और हुज्जत (इमाम महदी) की क़ुबूलशुदा दुआओं को हमारे शामिले हाल कर दे।
पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम की एक मोतबर हदीस हैः रोज़ा नरक से बचाने वाली ढाल है। रोज़े की ख़ुसूसियत, इच्छाओं पर क़ाबू पाना है। गुनाहों के मुक़ाबले में सब्र और इच्छाओं पर कंट्रोल का प्रतीक रोज़ा है। सूरए बक़रह की आयत 153 में सब्र से मुराद रोज़ा बताया गया है। रोज़ा, इच्छाओं से मुंह फेर लेने का प्रतीक है।
इमाम ख़ामेनेई
27/10/2004
जैसे ही हज़रत ख़दीजा ने अपनी पाक फ़ितरत के साथ पैग़म्बरे इस्लाम (स) को देखा कि वो उस अलग हालत में हिरा से लौटे हैं तो वो फ़ौरन मामले की सच्चाई को समझ गयीं और उनका पाकीज़ा दिल आकर्षित हो गया और वो ईमान ले आयीं। फिर वो पूरे वजूद से ईमान पर डटी रहीं।
इमाम ख़ामेनेई
ऐ परवरदिगार! मोहम्मद व आले मोहम्मद के सदक़े में हमें इस्लामी इंक़ेलाब का क़द्रदान बना। ऐ परवरदिगार! हमें हमारे फ़रीज़ों से आगाह कर और उन पर अमल करने वाला बना।
अगर हम मुसलसल अपने आप पर नज़र नहीं रख सकते और आत्म निर्माण नहीं कर सकते तो कम से कम रमज़ान के महीने को ग़नीमत समझें। रमज़ान के महीने में हालात अनुकूल होते हैं। इसमें सबसे अहम चीज़ यही रोज़ा है जो आप रखते हैं। यह अल्लाह की ओर से मिलने वाले सबसे क़ीमती मौक़ों में से एक है।
इमाम ख़ामेनेई
23/02/1993
क़ुरआन ज़िंदगी की किताब, अक़्ल व दानिश की किताब और सीख देने वाली किताब है। ज़िदगी के हर पहलू के लिए क़ुरआन में सबक़ मौजूद हैं। ज़िंदगी के लिए दर्जनों बुनियादी बिंदु क़ुरआन के हर पेज पर इंसान तलाश कर सकता है।
इमाम ख़ामेनेई
23 मार्च 2023
ऐ परवरदिगार! हमें क़ुरआन की बरकतों, क़ुरआन की नेमतों और क़ुरआन के रिज़्क़ से फ़ायदा पहुंचा। हमें उन लोगों में क़रार न दे जो क़ुरआन के सिर्फ़ लफ़्ज़ सीखते हैं और उसी पर रुक जाते हैं।
रमज़ान का महीना बहुत क़ीमती मौक़ा है। यह कोई छोटी बात नहीं है कि पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम ने इस महीने को अल्लाह की मेहमानी का महीना क़रार दिया है। क्या ऐसा हो सकता है कि इंसान किसी दानी के दस्तरख़ान पर पहुंचे और वहाँ से ख़ाली हाथ लौट आए?
सही मानी में वह महरूम है जो रमज़ान के महीने में अल्लाह से अपने गुनाहों की माफ़ी न करवा पाए।
इमाम ख़ामेनेई
27/4/1990