इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से न्यायपालिका के प्रमुख और अधिकारियों ने तेहरान में मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने समाजों में अल्लाह की अटल परंपराओं की ओर इशारा करते हुए कहाः सन 1981 की बड़ी कटु घटनाओं के मुक़ाबले में ईरानी राष्ट्र और इस्लामी गणराज्य व्यवस्था की हैरतनाक कामयाबी की वजह दुश्मन से न डरना, उसके मुक़ाबले में डट जाना और सतत कोशिश थी।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने ईरान में मनाए जाने वाले न्यायपालिका सप्ताह के मौक़े पर 28 जून 2022 को न्यायपालिका के प्रमुख और ओहदेदारों से मुलाक़ात में इस विभाग की ज़िम्मेदारियों और अहमियत को बयान किया। आपने इस्लामी जुमहूरिया के ख़िलाफ़ दुश्मनों की साज़िशों और उनकी नाकामी के बारे में गुफ़तुगू की। इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने सुन्नते इलाही और क़ानूने क़ुदरत के बारे में मार्गदर्शक टिप्पणी की।
तक़रीर का अनुवाद पेश हैः
यह अरब व ग़ैर अरब हुकूमतें जिन्होंने ज़ायोनियों से हाथ मिलाया, उन्हें गले लगाया, उनके साथ मीटिंगें कीं, कुछ भी हासिल नहीं कर पाएंगी। नुक़सान के अलावा उन्हें कुछ मिलने वाला नहीं है। पहली चीज़ तो यह कि ख़ुद उनके अवाम ख़िलाफ़ हैं। इसके अलावा ज़ायोनी सरकार उनका ख़ून चूस रही है, उनका शोषण कर रही है। यह समझ नहीं रही हैं।
इमाम ख़ामेनेई
8 जून 2022
ज़ियारत क़ुबूल होने का मतलब यह है कि इमाम से मुलाक़ात का जो फ़ायदा, मुलाक़ात करने वाले को मिलता है, वह आपको हासिल हो। ज़ियारत क़ुबूल होने का मतलब यह है। इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने पासदाराने इंक़ेलाब फ़ोर्स आईआरजीसी से 23 अगस्त सन 2003 को हुई अपनी मुलाक़ात में इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की ज़ियारत के आदाब या संस्कार बयान किए जो पेश किए जा रहे हैं।
दीन इत्तेहाद का सबब है, प्रगति का कारण है, त्याग और बलिदान की वजह है। दीन के जज़्बे ने क़बीलों को इस अंदाज़ से मैदानों में एक दूसरे के साथ ला खड़ा किया। जातीय फ़र्क़ वग़ैरा को जुदाई की वजह नहीं बनने दिया, मतभेद पैदा नहीं होने दिया
इमाम ख़ामेनेई
21 जून 2022
महान विद्वान, मुजाहिद और राजनेता शहीद डाक्टर मुसतफ़ा चमरान के शहादत दिवस 31 ख़ुरदाद बराबर 21 जून पर और इसी दिन मनाए जाने वाले स्वयंसेवी प्रोफ़ेसरों के राष्ट्रीय दिन के उपलक्ष्य में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने प्रोफ़ेसरों और शिक्षकों के लिए एक संदेश जारी किया।
शहीद चमरान एक महान इल्मी हस्ती थे। वह महान आर्टिस्ट भी थे। उन्होंने ख़ुद मुझ से कहा कि मैं फ़ोटोग्राफ़र हूं। इसके बाद वो मैदाने जंग में आ गए, फ़ौजी वर्दी पहनी और फ़ौजी जवान बन गए। लेकिन इस मैदान में उतरने से पहले वो एक बड़े स्कालर थे। इस मैदान (जेहाद) ने उनको आसमानों पर पहुंचा दिया।
इमाम ख़ामेनेई2
7 नवम्बर 2018
साम्राज्यवाद और ज़ायोनीवाद ने लैटिन अमरीका में प्रगतिशील क्रांति प्रक्रिया ख़ास तौर पर बोलिवर इंक़ेलाब के ख़िलाफ़ साज़िशें की हैं और अब भी कर रहे हैंः निकोलस मादुरो
दूसरे मुल्कों की स्वाधीनता और संप्रभुता अमरीका व पश्चिम के निशाने परअमरीका और पश्चिमी देश, पूर्वी और पश्चिमी एशिया समेत अलग-अलग इलाक़ों में अपने रसूख़ का दायरा बढ़ाने और दूसरे मुल्कों की स्वाधीनता और संप्रभुता पर हमला करने की कोशिश में लगे रहते हैं।
#यूक्रेन
#UKRAINE
इमाम ख़ामेनेई
19 जून 2022
वेनेज़ोएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने अपने हालिया तेहरान दौरे पर सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से भी मुलाक़ात की। उन्होंने इस मुलाक़ात में इस्लामी गणराज्य के स्टैंड और मदद का शुक्रिया अदा करते हुए, अपनी सरकार की साम्राज्य विरोधी नीतियों पर ताकीद की। Khamenei.ir ने इसी संबंध में वेनेज़ोएला के राष्ट्रपति से बातचीत की।
तेहरान के दौरे पर आए कज़ाख़िस्तान के राष्ट्रपति क़ासिम जोमार्त तोकाएफ़ ने रविवार की शाम अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ इस्लामी इंक़ेलाब के लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
ईरान और तुर्कमनिस्तान के बीच रिश्तों में विस्तार और गहराई पैदा करना पूरी तरह दोनों मुल्कों के हित में है और पड़ोसी देशों से दोस्ताना रिश्तों को मज़बूत बनाना इस्लामी गणराज्य ईरान की पालीसी है।
इमाम ख़ामेनेई
15 जून 2022
ईरान और वेनेज़ोएला के किसी भी देश के साथ इतने क़रीबी रिश्ते नहीं हैं और इस्लामी गणराज्य ईरान ने साबित कर दिया कि दोस्तों को ख़तरे में देखे तो रिस्क लेता है और दोस्तों का हाथ थामता है।
इमाम ख़ामेनेई
11 जून 2022
अमरीका से कड़े मुक़ाबले और #वेनेज़ोएला के ख़िलाफ़ बहुआयामी हाइब्रिड जंग में वेनेज़ोएला की सरकार और क़ौम की फ़तह और जनाब मादोरो और वेनेज़ोएला के अवाम का प्रतिरोध क़ीमती है। प्रतिरोध से क़ौम और नेताओं का क़द बढ़ता है। आज वेनेज़ोएला के बारे में अमरीका की निगाह अतीत से अलग है।
इमाम ख़ामेनेई
11 जून 2022
अमरीका के सख़्त दबाव और बहुआयामी जंग के मुक़ाबले के ईरान और वेनेज़ोएला के कामयाब अनुभव से साबित हुआ कि उनसे निपटने का रास्ता प्रतिरोध और दृढ़ता ही है।
इमाम ख़ामेनेई
11 जून 2022
क़बायली बिरादरी के शहीदों को श्रद्धांजलि पेश करने के लिए कान्फ़्रेन्स के आयोजकों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने ईरान में क़बायली समाज की सेवाओं, वफ़ादारी और क़ुरबानियों की क़द्रदानी की। आपने शहीदों और शहादत के जज़्बे के बुनियादी कारकों के बारे में गुफ़्तुगू की और कुछ निर्देश दिए। (1)
तक़रीर का अनुवाद पेश हैः
दुनिया की बहुत सी मुसीबतें और मुश्किलें रईसाना ज़िंदगी और दिखावे के कारण हैं। दुनिया की दौलत का बड़ा हिस्सा हर जगह इन चीज़ों पर ख़र्च हो रहा है। #हज आपको सादा जीवन गुज़ारना सिखाता है।
इमाम ख़ामेनेई
8 जून 2022