परवरदिगार! हम सबका, हमारी ज़िन्दगी का और हमारी उम्र का अंजाम नेक क़रार दे। मुझ नाचीज़ की और जो भी चाहता है, उसकी ज़िन्दगी की आख़िरी सीढ़ी शहादत क़रार दे।

 

कीवर्ड्ज़