03/01/2023
शहीद सुलैमानी बड़े ज़ेहीन इंसान थे। इस्लामिक रेज़िस्टेंस फ़्रंट के ख़िलाफ़ एक बज़ाहिर मसलकी रुजहान रखने वाली तहरीक के अस्तित्व में आने का अंदाज़ा उन्होंने लगा लिया था। मुझसे उन्होंने कहा था कि जो कुछ मैं इस्लामी दुनिया में देख रहा हूं उसके मुताबिक़ एक नई तहरीक शुरू हो गयी है। कुछ ही समय बाद दाइश ने सर उभारा। इमाम ख़ामेनेई 16 दिसम्बर 2020
03/01/2023
अल्लाह करे कि आख़ेरत में भी ‎इंशाअल्लाह हमारी यही क़ुरबत रहे, शहीद क़ासिम सुलैमानी के बारे में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के जज़्बात।
02/01/2023
फ़ौजी संगठनों में ट्रेनिंग पाने और ऊंचे ओहदों तक पहुंचने वाले ज़्यादातर लोगों के पास, जो इस माहौल में पहुंचने से पहले जो भी नज़रिया और मेज़ाज रखते हों, फ़ौजी संगठन और माहौल में ख़ुद को ढालने के लिए अपने रवैये और नज़िरये को बदलने के अलावा कोई चारा नहीं होता।
02/01/2023
‏यूरोप में ईरानी स्टूडेंट्स की इस्लामी अंजुमनों की युनियन के सदस्यों ने सोमवार को दोपहर के समय इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
02/01/2023
यूरोप में स्टूडेंट्स की इस्लामी अंजुमनों की सेन्ट्रल युनियन के सदस्यों ने सोमवार को तेहरान में इस्लामी इन्क़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
02/01/2023
इस्लामिक रेज़िस्टेंस फ़्रंट की रूह, क़ासिम सुलैमानी।
01/01/2023
अमरीका दुनिया पर हावी ताक़त थी मगर आज नहीं है। इलाक़े में अमरीका शिकस्त खा चुका है। हर कोशिश के बावजूद, हर हथकंडा इस्तेमाल करने के बावजूद बड़ा शैतान इस इलाक़े में अपना मक़सद हासिल न कर सका। इस काम के चैम्पियन सुलैमानी थे। इमाम ख़ामेनेई
01/01/2023
इस्लामी इन्क़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने रविवार दोपहर को शहीद क़ासिम सुलैमानी के घरवालों और उनकी याद में प्रोग्राम आयोजित करने वाली कमेटी के मेंबर्स से मुलाक़ात की।
01/01/2023
विश्व विख्यात कमांडर जनरल क़ासिम सुलैमानी की तीसरी बरसी के मौक़े पर शहीद के परिवार और बर्सी के कार्यक्रमों का आयोजन करने वाली कमेटी के सदस्यों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। 1 जनवरी 2023 को होने वाली इस मुलाक़ात में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने शहीद सुलैमानी के व्यक्तित्व और उनकी ख़ुसूसियतों के बारे में बात की और कुछ अहम निर्देश दिए। (1) स्पीच का हिंदी अनुवादः
30/12/2022
इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में पैग़म्बर इस्लाम की बेटी हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (अ.स.) की शहादत की मुनासेबत से गुरुवार की रात भी मजलिस का आयोजन किया गया। ये इस सिलसिले की आख़री मजलिस थी।
29/12/2022
इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में पैग़म्बर इस्लाम की बेटी हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (अ.स.) की शहादत की मुनासेबत से बुधवार की रात एक मजलिस का आयोजन किया गया।
28/12/2022
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में पैग़म्बर इस्लाम की बेटी ‎हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स.अ.) की शहादत के दिन की मुनासेबत से ‎मंगलवार की शाम एक मजलिस का आयोजन किया गया।
28/12/2022
अमरीका से इख़्तेलाफ़ ख़त्म होने का एक ही रास्ता है, उसे ग़ुंडा टैक्स देना।
28/12/2022
बहुत कम मुद्दत के अंदर पैग़म्बरे इस्लाम के दिल को हज़रत ख़दीजा और हज़रत अबू तालिब की वफ़ात से दो गहरे सदमे पहुंचे। पैग़म्बर को शिद्दत से तनहाई का एहसास हुआ। उन दिनों हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा सहारा बनीं और अपने नन्हें हाथों से पैग़म्बर के चेहरे पर पड़ी दुख और पीड़ा की गर्द हटाई। उम्मे अबीहा यानी अपने वालिद की मां, पैग़म्बर की ढारस बंधाने वाली। यह लक़ब उसी दौर का है। इमाम ख़ामेनेई 24 नवम्बर 1994
27/12/2022
पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम की बेटी हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा की शहादत की मुनासेबत पर तेरहान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में सोमवार की रात मजलिस हुयी, जिसमें इस्लामी इन्क़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई और सीमित तादाद में अवाम शरीक हुए।
27/12/2022
रवायतों में नज़र आता है कि हज़रत ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के पास बस नबूवत व इमामत की ज़िम्मेदारी नहीं थी वरना रूहानी बुलंदी के एतेबार से उनमें और पैग़म्बर व अमीरुल मोमेनीन अलैहिमुस्सलाम में कोई फ़र्क़ न था। इससे औरत के बारे में इस्लाम के नज़रिए का पता चलता है। एक औरत इस मक़ाम पर पहुंच सकती है वह भी इस नौजवानी की उम्र में। इमाम ख़ामेनेई 29 नवम्बर 1993
26/12/2022
यह रिवायत, जिसे कभी इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह ने भी नक़्ल किया था कि पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम के इंतेक़ाल के बाद, जिबरईल हज़रत ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के पास आते थे, एक सही रवायत है।
26/12/2022
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामतुल्लाह अलैहा की शहादत की मुनासेबत से दूसरी मजलिस कल रात तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में हुई।
26/12/2022
इस्लामी इन्क़ेलाब के नेता की मुख़्तलिफ़ मौक़ों की तक़रीरों की रौश्नी में हज़रत ज़हरा की शख़्सियत और सीरत का जायज़ा
26/12/2022
अल्लाह के करम से इस्लामी इंक़ेलाब के बाद हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा का नाम इंक़ेलाब से पहले के दौर की तुलना में दस गुना नहीं दर्जनों बल्कि सैकड़ों गुना ज़्यादा दोहराया जाता है। यानी समाज फ़ातेमी समाज बन चुका है। इमाम ख़ामेनेई 23 जनवरी 2022
26/12/2022
महान धर्मगुरू, दक्ष लेखक मरहूम आयतुल्लाह मिस्बाह यज़्दी के परिवार ने 26 दिसम्बर 2022 को इस्लामी इन्क़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने मरहूम की शख़्सियत, उनकी इल्मी सेवाओं और उनकी अख़लाक़ी ख़ूबियों के बारे में बातचीत की। इस मुलाक़ात में दी गयी स्पीच इस तरह हैः
25/12/2022
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस की मुनासेबत से शनिवार की रात तेहरान ‎में पहली मजलिस का आयोजन हुआ, जिसमें इस्लामी इन्क़ेलाब के नेता सैय्यद अली ख़ामनेई और ‎कुछ शहीदों के परिवार शरीक हुए।
24/12/2022
अगर औरतों को क़ुरआन से लगाव हो जाए तो समाज की बहुत सी मुश्किलें हल हो जाएंगी, ‎इंशाअल्लाह क़ुरआन पर रिसर्च करने वाली महिलाओं की ट्रेनिंग के अज़ीम क़दम की बरकत से हमारे ‎समाज का मुस्तक़बिल आज से कहीं ज़्यादा क़ुरआनी हो जाएगा। इमाम ख़ामेनेई 20 अक्तूबर 2009
23/12/2022
अमरीकियों ने साफ़ लफ़्ज़ों में कहा कि दाइश का गठन उन्होंने किया और अब ह्यूमन राइट्स का परचम उठाए मानवाधिकार और महिलाओं के अधिकारों के विषय पर बात करते हैं। यह सब शाहचेराग़ के आतंकी हमले में बेनक़ाब हो गए। इमाम ख़ामेनेई 20 दिसम्बर 2022
23/12/2022
इमामे ज़माना का सिपाही बनने के लिए, अपने किरदार को संवारने की ज़रूरत है...