सवालः फ़ुटबाल जैसे खेलों में खिलाड़ियों का एक दूसरे से टकराना लाज़मी है और न चाहते हुए भी दूसरे खिलाड़ी के जिस्म को नुक़सान पहुंचता है और उसके जिस्म का कोई हिस्सा लाल या नीला पड़ जाता है या उससे भी बुरी चोट पहुंचती है। जब खिलाड़ी इस बात को जानते हुए भी खेल में हिस्सा लेते हैं तो चोट लगने की हालत में क्या दूसरे खिलाड़ी पर चोट की दियत देना वाजिब है?
जवाबः स्वाभाविक रूप से सामान्य हद तक चोट लगने की हालत में दियत नहीं है, लेकिन अगर जानबूझ कर चोट पहुंचायी गयी है तो दियत देनी होगी।