स्टूडेंट्स की पॉइज़निंग, बहुत गंभीर व नज़रअंदाज़ न किए जाने वाला जुर्म है। मुजरिमों को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जानी चाहिए, क्योंकि यह कोई मामूली जुर्म नहीं है। यह समाज के सबसे मासूम तत्व यानी बच्चों के ख़िलाफ़ भी एक जुर्म है और साथ ही समाज की मानसिक असुरक्षा और परिवारों की चिंता का भी सबब है।

कीवर्ड्ज़