इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने तबरेज़ के अवाम के 18 फ़रवरी 1978 के ऐतिहासिक आंदोलन की सालगिरह पर पूर्वी आज़रबाइजान प्रांत से आने वाले हज़ारों लोगों से इमाम ख़ुमैनी इमाम बारगाह में खेताब किया। 18 फ़रवरी 2024 को अपनी इस तक़रीर में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने ऐतिहासिक आंदोलन के बारे में बात की। आपने इस्लामी इंक़ेलाब की उपलब्धियों को बयान किया और 1 मार्च 2024 को संसद और विशेषज्ञ असेंबली के चुनावों के बारे में कुछ निर्देश दिए। (1)
पैग़म्बरे इस्लाम की ‘बेसत’ (पैग़म्बरी के एलान) की सालगिरह के मौक़े पर मुल्क के ओहदेदारों, इस्लामी देशों के राजदूतों, प्रतिनिधियों और समाज के अलग अलग वर्गों के लोगों ने इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से 8 फ़रवरी 2024 को इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मुलाक़ात की।
इस मौक़े पर अपने ख़ेताब में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने ‘बेसत’ के बारे में महत्वपूर्ण बिंदु बयान किए। उन्होंने फ़िलिस्तीन और ग़ज़ा की जंग के बारे में बात की। (1)
एयरफ़ोर्स के कर्मचारियों की ओर से 8 फ़रवरी 1979 को इमाम ख़ुमैनी की ऐतिहासिक बैअत (आज्ञापलन के वचन) की सालगिरह के मौक़े पर मुल्क की एयरफ़ोर्स और फ़ौज के एयर डिफ़ेन्स विभाग के कुछ कमांडरों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से 5 फ़रवरी 2024 को इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने इस ऐतिहासिक वाक़ये की अहमियत और इस्लामी समाज के ख़वास और विशिष्ट लोगों के वर्ग की मुख्य हैसियत और ज़िम्मेदारियों पर रौशनी डाली।(1)
इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 30 जनवरी 2024 को कारख़ानों के मालिकों और व्यवसियों से मुलाक़ात में आर्थिक विकास में प्राइवेट सेक्टर के योगदान के महत्व के बारे में बात की। आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने प्राइवेट सेक्टर और सरकार को इसी संदर्भ में कुछ निर्देश दिए।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 17 जनवरी 2024 को मुल्क के नमाज़े जुमा के इमामों से मुलाक़ात में नमाज़े जुमा के महत्व और नमाज़े जुमा के इमामों की ज़िम्मेदारियों पर बात की। आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने ग़ज़ा जंग और यमन की ओर से फ़िलिस्तीनियों के समर्थन में उठाए गए महत्वपूर्ण क़दमों का भी ज़िक्र किया।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 23 जनवरी 2024 को तेहरान के शहीदों पर सेमीनार के आयोजकों से मुलाक़ात में अहम और निर्णायक मसलों में तेहरान के अवाम और अहम हस्तियों के मूल्यवान योगदान का ज़िक्र किया। आपने शहीद और शहादत के विषय पर बड़ी अहम गुफ़्तगू की साथ ही ग़ज़ा के हालात के बारे में कुछ बिंदुओं को रेखांकित किया। (1)
इस्लामी गणराज्य ईरान की सिपाहे पासदाराने इंक़ेलाब आईआरजीसी की क़ुद्स फ़ोर्स के पूर्व कमांडर शहीद जनरल क़ासिम सुलैमानी की चौथी बरसी से पहले शहीदों के घरवालों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। 31 दिसंबर 2023 को होने वाली इस मुलाक़ात में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने शहीद सुलैमानी की शख़्सियत और उनकी ओर से की गयी सेवा के बारे में बात की और इस राह में उनके घरवालों के रोल और सहयोग का ज़िक्र किया। (1)
9 जनवरी 1978 को ईरान के पवित्र नगर क़ुम के अवाम ने ऐतिहासिक आंदोलन किया। इस आंदोलन की सालगिरह के मौक़े पर क़ुम के लोगों ने 9 जनवरी 2024 को इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस सालाना मुलाक़ात में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने आंदोलन के बारे में बात की और कुछ अन्य विषयों पर प्रकाश डाला।
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के जन्म दिवस पर अहलेबैत अलैहिमुस्सलाम की शान में क़सीदे और शेर पढ़ने वाले मद्दाहों और नौहाख़्वानों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। 3 जनवरी 2024 को होने वाली इस मुलाक़ात में तक़रीर करते हुए आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा की शख़्सियत के बारे में गुफ़्तगू की और कुछ अहम निर्देश दिए। (1)
ज़ायोनी शासन, अमरीका के समर्थन की वजह से अपराध कर रहा है
ईरान के किरमान व ख़ूज़िस्तान प्रांतों के अवाम ने एक बड़ी तादाद में 23 दिसम्बर 2023 को रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने अपनी तक़रीर में दोनों प्रांतों की ख़ूबियों, क़रीब आ चुके चुनावों और ग़ज़ा में जारी जंग के बारे में गुफ़्तगू की।
पैग़म्बरे इस्लाम की बेटी हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शुभ जन्म दिवस से पहले विभिन्न विभागों में काम करने और विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व करने वाली महिलाओं ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। 27 दिसंबर 2023 को होने वाली इस मुलाक़ात में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा की महान शख़्सियत के बारे में बात की, औरतों से संबंधित विषयों की समीक्षा की और राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय अहमियत के कुछ मुद्दों पर प्रकाश डाला। (1)
पूर्वी आज़रबाइजान प्रांत के 10000 शहीदों को श्रद्धांजलि पेश करने की कॉन्फ़्रेंस के आयोजकों से मुलाक़ात में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने ख़ेताब करते हुए इन कान्फ़्रेंसों को बहुत महत्वपूर्ण क़रार दिया। 6 दिसम्बर 2023 के अपने इस ख़ेताब में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने कुछ निर्देश दिए। यह तक़रीर 14 दिसम्बर 2023 को कान्फ़्रेंस हाल में दिखाई गई। (1)
आयतुल्लाह ख़ामेनेई की तक़रीर
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 29 नवम्बर 2023 को बसीज फ़ोर्स के ओहदेदारों और जवानों से ख़ेताब में इस विशाल संगठन के महत्व, शानदार योगदान, विशेषताओं और उसकी व्यापकता के बारे में बात की। आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने अपने ख़ेताब में तूफ़ान अलअक़सा आप्रेशन और ग़ज़ा पर ज़ायोनी शासन के हमलों की समीक्षा की।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने एशियन गेम्ज़ और पैरा एशियन गेम्ज़ में मेडल जीतने वाले ईरानी खिलाड़ियों और स्पोर्ट्स के क्षेत्र से संबंधित लोगों से मुलाक़ात में उनकी सराहना की और कुछ निर्देश भी दिए। 22 नवम्बर 2023 की इस तक़रीर में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने तूफ़ान अलअक़सा आप्रेशन और उसके बाद ग़ज़ा पट्टी पर ज़ायोनी शासन के हमले के बारे में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला।
महान विद्वान, लेखक और विचारक आयतुल्लाह अल्लामा सैयद मुहम्मद हुसैन तबातबाई पर अंतर्राष्ट्रीय कांफ़्रेंस के आयोजकों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। 8 नवम्बर 2023 को होने वाली इस मुलाक़ात में स्पीच देते हुए आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने महान आलिमे दीन के व्यक्तित्व को बयान किया। (1)
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 19 नवम्बर 2023 को सिपाहे पासदाराने इंक़ेलाब की एरोस्पेस फ़ोर्स की उपलब्धियों और आविष्कारों की प्रदर्शनी का मुआइना करने के बाद स्पीच दी। उन्होंने रिसर्च के बारे में कुछ निर्देश दिए और साथ ही ग़ज़ा पट्टी पर ज़ायोनी शासन के हमलों के बारे में भी बात की।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने चार नवम्बर बराबर 13 आबान को मनाए जाने वाले विश्व साम्राज्यवाद से संघर्ष के राष्ट्रीय दिवस के उपलक्ष्य में 1 नवम्बर 2023 को देश के छात्रों से मुलाक़ात में तक़रीर करते हुए ईरान से अमरीका की पुरानी दुश्मनी के इतिहास और कारणों का जायज़ा लिया और साथ ही ग़ज़ा पर ज़ायोनी शासन के हमलों के बारे में बात की। (1)