14/10/2023
इस्राईल एक मुल्क नहीं, बल्कि फ़िलिस्तीनी क़ौम और दूसरी मुसलमान क़ौमों के ख़िलाफ़, आतंकवाद की एक छावनी है। इस बर्बर सरकार के ख़िलाफ़ जद्दोजेहद, हक़ीक़त में ज़ुल्म के ख़िलाफ़ संघर्ष और आतंकवाद के ख़िलाफ़ जंग है और यह सबका सामूहिक फ़रीज़ा है।
14/10/2023
जनाब शैख़ ज़कज़की साहब! जनाबे आली और आपके परिवार से मुलाक़ात पर बड़ी ख़ुशी है। आप अल्लाह की राह के मुजाहिद का वास्तविक उदाहरण हैं और उम्मीद करता हूं कि आपकी जद्दोजेहद जारी रहेगी। इमाम ख़ामेनेई 14 अक्तूबर 2023
13/10/2023
दुश्मन का यह अंदाज़ा भी ग़लत है कि अगर वह विक्टिम कार्ड खेलेगा तो इस तरह वो अपने अपराधिक हमले जारी रख सकेगा। यक़ीनी तौर पर इस्लामी दुनिया को इन अपराधों के सामने चुप नहीं रहना चाहिए, प्रतिक्रिया दिखानी चाहिए।
12/10/2023
इस ज़ालिम हुकुमत ने फ़िलिस्तीनी औरतों, मर्दों, बच्चों, बूढ़ों पर रहम नहीं किया, मस्जिदुल अक़्सा के सम्मान का ख़्याल नहीं रखा, उसने ज़ायोनी कालोनियों में रहने वालों को पागल कुत्तों की तरह फ़िलिस्तीनियों पर छोड़ दिया, नमाज़ियों को पैरों तले रौंदा गया, तो इतने ज़ुल्म और अपराधों के मुक़ाबले में एक क़ौम क्या करे?
12/10/2023
जो हुकूमतें ज़ायोनी सरकार से रिश्ते क़ायम करने के जुए को अपनी रणनीति बना रही हैं, वो ग़लती कर रही हैं। यूरोप वालों के बक़ौल हारने वाले घोड़े पर शर्त लगा रही हैं। क़ाबिज़ सरकार मिट जाने वाली है।   इमाम ख़ामेनेई  
13/10/2023
7 अक्तूबर से शुरू होने वाले इस वाक़ए (अलअक़सा तूफ़ान आप्रेशन) में क़ाबिज़ ज़ायोनी सरकार को फ़ौजी पहलू से भी और इंटैलीजेंस के पहलू से भी वो शिकस्त हुई है जिसकी भरपाई मुमकिन नहीं।  इमाम ख़ामेनेई  
11/10/2023
यह आफ़त ख़ुद ज़ायोनियों ने अपनी हरकतों से ख़ुद अपने सरों पर नाज़िल की है। जब ज़ुल्म और अपराध हद से गुज़र जाएं, जब दरिंदगी अपनी हद पार कर ले तो फिर तूफ़ान के लिए तैयार रहना चाहिए।
10/10/2023
इस्लामी गणराज्य ईरान की इमाम अली अलैहिस्सलाम आर्मी युनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन समारोह को संबोधित करते हुए इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के महत्व को बयान किया। 10 अक्तूबर 2023 को उन्होंने फ़िलिस्तीन के हालात पर बात करते हुए कहा कि ज़ायोनी सरकार को इंटेलीजेंस और सामरिक पहलू से इतना बड़ा नुक़सान पहुंचा है कि जिसकी भरपाई आसान नहीं है। 7 अक्तूबर के बाद का ज़ायोनी शासन इस तारीख़ से पहला वाला ज़ायोनी शासन नहीं रह गया है। (1) आयतुल्लाह ख़ामेनेई की स्पीच का अनुवाद पेश हैः
09/10/2023
मोहतरमा मर्ज़िया दब्बाग़ उन लोगों में से एक हैं जो इस्लामी समाज में औरत के वास्तविक रुझान को चित्रित कर सकती हैं।
09/10/2023
शहीदों के नाम का तक़ाज़ा ही बाक़ी रहना और अमर हो जाना है। यानी अल्लाह की राह में क़ुरबानी की ख़ुसूसियत ही यह है कि वह दुनिया में बाक़ी रहती है। इमाम ख़ामेनेई 27 सितम्बर 2023
09/10/2023
ज़ायोनी सरकार मिट जाने वाली है। आज फ़िलिस्तीनी आंदोलन इन 70-80 बरसों में पहले से ज़्यादा अच्छी पोज़ीशन में है। आज फ़िलिस्तीनी नौजवान और फ़िलिस्तीनी आंदोलन नाजायज़ क़ब्ज़े के ख़िलाफ़, ज़ुल्म के ख़िलाफ़ और ज़ायोनीवाद के ख़िलाफ़ पहले से ज़्यादा ताक़तवर, मज़बूत और तैयार है और इंशाअल्लाह यह कैंसर जड़ से ख़त्म हो जाएगा। इमाम ख़ामेनेई 3/10/2023
09/10/2023
यह महिला उन लोगों में से एक हैं जो इस्लामी समाज में औरत के वास्तविक रुझान को चित्रित कर सकती हैं।
08/10/2023
जैसा कि इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह ने क़ाबिज़ हुकूमत को कैंसर कहा है, अल्लाह के करम से इंशाअल्लाह निश्चित तौर पर फ़िलिस्तीनी अवाम के हाथों और रेज़िस्टेन्स फ़ोर्सेज़ के हाथों इस कैंसर को जड़ से काट दिया जाएगा। इमाम ख़ामेनेई
08/10/2023
यक़ीनन इस्राईल, यह ‘झूठा और जाली इज़ाफ़ा’ भूगोल से मिट जाएगा, इसमें किसी संदेह की गुंजाइश नहीं। इमाम ख़ामेनेई 15 अगस्त 2012
08/10/2023
मैं पूरे यक़ीन से कहता हूं कि इन कोशिशों का कोई फ़ायदा नहीं होगा, दुश्मन ज़ायोनी सरकार के पतन व अंत का प्रॉसेस शुरू हो चुका है जो रुकेगा नहीं। इमाम ख़ामेनेई
08/10/2023
क्या उन मुल्कों में जहां क़ुरआन की तौहीन करने की इजाज़त दी जाती है, ज़ायोनियों के प्रतीकों को निशाना बनाने की इजाज़त दी जाएगी? इमाम ख़ामेनेई 3 अक्तूबर 2023
08/10/2023
हमदान प्रांत के 8 हज़ार शहीदों को श्रद्धांजलि पेश करने के लिए दूसरे नेशनल सेमीनार के प्रबंधकों ने 27 सितम्बर 2023 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस मौक़े पर अपनी तक़रीर में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने हमदान प्रांत के अवाम के ख़ूबियों, इस्लामी क्रांति और आठ साल तक चले पाकीज़ा डिफ़ेंस के दौरान इसी तरह अलग अलग अहम मौक़ों पर हमदान के लोगों के योगदान को रेखांकित किया। यह स्पीच 8 अक्तूबर 2023 को सेमीनार हाल में दिखाई गई। (1)
07/10/2023
अगर इस्लामी मुल्क एकजुट हो जाएं तो कौन सा मुल्क है जो मुंहज़ोरी और चोरी नहीं कर पाएगा? अमरीका!अगर ईरान, सीरिया, इराक़, लेबनान, सऊदी अरब, मिस्र और जार्डन वग़ैरा जैसे मुल्क अपने बुनियादी मुद्दों में संयुक्त रणनीति अपनाएं तो धौंस जमाने वाली ताक़तें उनके मसलों में हस्तक्षेप नहीं कर पाएंगी। इमाम ख़ामेनेई 3 अक्तूबर 2023
07/10/2023
ज़ायोनी हुकूमत ग़ुस्से से भरी हुयी है, सिर्फ़ हमारे सिलसिले में ही नहीं, मिस्र, सीरिया और इराक़ से भी द्वेष रखती है, क्यों? क्योंकि “नील से फ़ुरात तक” का उनका लक्ष्य पूरा नहीं हुआ। क़ुरआन कहता है कि ग़ुस्से से मर जाओ। यही होगा भी, वो मर रहे हैं। इमाम ख़ामेनेई
07/10/2023
हां, क़ुरआन बुरी ताक़तों के लिए ख़तरा है। यह ज़ुल्म की भी निंदा करता है और ज़ुल्म सहने वाले की भी निंदा करता है कि उसने क्यों ज़ुल्म सहना गवारा किया। इमाम ख़ामेनेई 3 अक्तूबर 2023
06/10/2023
पैग़म्बरे इस्लाम ने इंसानियत की सारी बुनियादी समस्याओं और दर्द के इलाज का नुस्ख़ा पेश कर दिया। इमाम ख़ामेनेई 3 अक्तूबर 2023
06/10/2023
क़ुरआन इंसानों को ज़ुल्म से मुक़ाबले की दावत देता है। “वो न ज़ुल्म करते हैं और न ही ज़ुल्म सहते हैं।” इमाम ख़ामेनेई 3 अक्तूबर 2023
04/10/2023
आज ज़ायोनी सरकार की स्थिति ऐसी नहीं है जो उससे निकटता के लिए प्रेरित करे। ज़ायोनी सरकार जाने वाली है। इमाम ख़ामेनेई 3 अक्तूबर 2023
04/10/2023
इस्लामी जुम्हूरिया का निश्चत स्टैंड यह है कि जो सरकारें ज़ायोनी हुकूमत से संबंध बहाल करने का जुआ खेल रही हैं, नुक़सान उठाएंगी। यूरोपियों के शब्दों में हारने वाले घोड़े पर शर्त लगा रही हैं।
04/10/2023
पवित्र इस्लामी शरीयत में सिर्फ़ खाने की ज़रूरत के तहत शिकार की इजाज़त है। शिकार के सफ़र में नमाज़ पूरी पढ़नी है; यानी सफ़र, हराम सफ़र है; इसका यह मतलब हुआ।
03/10/2023
पैग़म्बरे इस्लाम और हज़रत इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम के मुबारक जन्म दिन पर अवाम, ओहदेदारों, तेहरान में मौजूद इस्लामी देशों के राजदूतों और इस्लामी एकता कान्फ़्रेंस में भाग लेने वाले विचारकों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की।
03/10/2023
पैग़म्बरे इस्लाम का, कायनात के इस चमकते सूरज का हर इंसान पर एहसान है। सही अर्थों में सारी इंसानियत इस अज़ीम हस्ती की क़र्ज़दार है। पैग़म्बरे इस्लाम ने इंसानियत के हर अहम दर्द व पीड़ा का इलाज मुहैया कर दिया। इमाम ख़ामेनेई 3 अक्तूबर 2023
03/10/2023
पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही वसल्लम और इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिवस के मौक़े पर इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने मंगलवार को मुल्क के अधिकारियों, ईरान में नियुक्त विदेशी राजदूतों, इस्लामी एकता कॉन्फ़्रेंस में भाग लेने वालों और अवाम के मुख़्तलिफ़ तबक़ों के लोगों से मुलाक़ात की।
03/10/2023
क़ुरआन भ्रष्ट ताक़तों के लिए ख़तरा शुमार होता है क्योंकि वह ज़ुल्म की भी निंदा करता है और ज़ुल्म सहने वाले की भी मलामत करता है कि उसने ज़ुल्म सहना क्यों गवारा किया। क़ुरआन लोगों को बेदार करने वाला है। क़ुरआन का दुश्मन इंसानों की बेदारी का मुख़ालिफ़ और ज़ुल्म से जंग किए जाने का मुफ़ालिफ़ है। इमाम ख़ामेनेई 3 अक्तूबर 2023
03/10/2023
आज इस्लाम से दुश्मनी, पहले से कहीं ज़्यादा ज़ाहिर है, जिसका एक जाहेलाना नमूना, क़ुरआन मजीद का अनादर है जो आपकी नज़रों के सामने है कि एक जाहिल बेवक़ूफ़ खुल्लम खुल्ला यह हरकत कर रहा है। अस्ल बात, पर्दे के पीछे मौजूद तत्वों की है। वो सोचते हैं कि इस तरह की हरकतों से क़ुरआन को कमज़ोर कर सकते हैं, यह उनकी ग़लतफ़हमी है। इमाम ख़ामेनेई
03/10/2023
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने पैग़म्बरे इस्लाम और उनके फ़रज़ंद इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिन के मौक़े पर देश के ओहदेदारों, इस्लामी मुल्कों के राजदूतों और इस्लामी एकता सम्मेलन में भाग लेने वालों से मुलाक़ात में पैग़म्बरे इस्लाम की शख़्सियत पर रौशनी डाली। 3 अक्तूबर 2023 के ख़ेताब में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने क़ुरआन के अनादर की साज़िश, ज़ायोनी हुकूमत की मौत और मुसलमानों की एकता के विषय पर बात की।(1)
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