इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने 8 फ़रवरी सन 1979 को एयरफ़ोर्स के विशेष दस्ते "हुमाफ़रान" की ओर से इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह की ‘बैअत’ (आज्ञापालन का एलान) किए जाने की घटना की सालगिरह के मौक़े पर हर साल की तरह इस साल भी इस्लामी गणराज्य ईरान की एयरफ़ोर्स और एयर डिफ़ेंस विभाग के कमांडरों और जवानों से शुक्रवार 7 फ़रवरी 2025 को तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मुलाक़ात की और इस ऐतिहासिक दिन को कामयाब, आत्मनिर्भर और पहचान से समृद्ध सेना का जन्म दिवस कहा।
हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम के जन्म दिवस पर कि जिन्हें क़मर बनी हाशिम कहा जाता है, इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के प्रतिनिधियों की 7 टीमें तेहरान और रय शहर में, थोपी गयी जंग के दौरान अपने अंगों का नज़राना पेश करने वाले कुछ जांबाज़ सिपाहियों से मिलने उनके घर पहुंचीं और इन ज़िंदा शहीदों और उनके घर वालों की क़द्रदानी की।
क़ुरआन प्रतियोगिता में भाग लेने वालों से मुलाक़ात में इस्लामी इंक़ेलाब के नेताः
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने रविवार की सुबह इक्तालीसवीं अंतर्राष्ट्रीय क़ुरआन प्रतियोगिता में भाग लेने वाले उस्तादों, क़ारियों और हाफ़िज़ों से मुलाक़ात में इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के जन्म दिवस की मुबारकबाद दी और क़ुरआन के शब्द, क्रम, अर्थ, अल्लाह की परंपराओं के बयान सहित सभी चीज़ों को चमत्कार बताया।
पैग़म्बरे इस्लाम की पैग़म्बरी के एलान की ईद, ईदे बेसत के मौक़े पर मंगलवार 28 जनवरी 2025 की सुबह मुल्क की कार्यपालिका, विधिपालिका और न्यायपालिका के अध्यक्षों, मुल्क के आला अधिकारियों, तेहरान में नियुक्त इस्लामी मुल्कों के राजदूतों और समाज के मुख़्तलिफ़ वर्ग के लोगों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने बुधवार को सुबह मुल्क के उद्योगपतियों और आर्थिक क्षेत्र में सक्रिय लोगों से मुलाक़ात की। उन्होंने इस मुलाक़ात में ग़ज़ा में संघर्ष विराम और कामयाबी को रेज़िस्टेंस के ज़िंदा होने और ज़िंदा बाक़ी रहने की भविष्यवाणी के व्यवहारिक होने की खुली निशानी बताया।
प्राइवेट सेक्टर की उपलब्धियों और क्षमताओं की नुमाइश में इस्लामी इंक़ेलाब के नेताः
इस्लामी इंक़ेलाब के नेताआयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने रविवार 19 जनवरी 2025 की रात में ईरान के 2 बड़े अहम जजों हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन अलहाज शैख़ अली राज़ीनी और आक़ाए अलहाज शैख़ मोहम्मद मोक़ीसा की नमाज़े जनाज़ा पढ़ाई।
न्यायपालिका के दो बड़े अहम जजों की शहादत पर इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने एक सांत्वना संदेश जारी किया है, जो इस प्रकार हैः
इस्लामी इंक़ेलाब के नेताःहम अमरीका से वार्ता क्यों नहीं करते
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने आज बुधावर की सुबह, 9 जनवरी 1978 के क़ुम के अवाम के आंदोलन की सालगिरह पर इस शहर के लोगों से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में उन्होंने ईरानी क़ौम के संबंध में अमरीका के 46 साल से जारी ग़लत अंदाज़े और नीतियों को, क़ुम के ऐतिहासिक आंदोलन की समीक्षा में अमरीका के उसी ग़लत अंदाज़े का जारी रहने वाला एक सिलसिला बताया।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने बुधवार 8 जनवरी 2025 की शाम को इराक़ी प्रधानमंत्री मोहम्मद शियाअ अस्सूदानी से मुलाक़ात में मुल्क के निर्माण और सुरक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा उठाए गए अच्छे क़दम की सराहना करते हुए कहा कि इराक़ जितना विकसित और जितना ज़्यादा सुरक्षित व शांतिपूर्ण होगा, इस्लामी गणराज्य ईरान के हित में उतना ही बेहतर है।
इमाम अली नक़ी अलैहिस्सलाम के शहादत दिवस की मजलिस के बाद इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने इमाम मुहम्मद तक़ी, इमाम अली नक़ी और इमाम हसन अस्करी अलैहेमुस्सलाम के बारे में रिसर्च और लेखन पर ताकीद की।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने बुधवार 1 जनवरी 2025 की सुबह शहीद क़ासिम सुलैमानी की पांचवीं बरसी के मौक़े पर शहीद क़ासिम सुलैमानी और हरम की रक्षा और रेज़िस्टेंस मोर्चे के कुछ दूसरे शहीदों के घर वालों से मुलाक़ात में शहीद क़ासिम सुलैमानी की शख़्सियत और उनके चरित्र की कुछ ख़ुसूसियतों की व्याख्या करते हुए कहा कि इन ख़ुसूसियतों से सबक़ लेकर सुलैमानी मत के मुख्य लक्ष्य यानी इस्लाम और क़ुरआन को फैलाने की राह में क़दम बढ़ाना चाहिए।
राष्ट्रपति मसऊद पेज़िश्कियान ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई के साथ सोमवार को हुयी अपनी बैठक के बारे में Khamenei.ir से बात करते हुए कहा कि हम मुल्क के सभी मुद्दों और मुश्किलों को हल कर सकते हैं।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने लोक-परलोक में महिलाओं की सरदार हज़रत फ़ातेमा ज़हरा के शुभ जन्म दिवस पर ज़ाकिरों, वक्ताओं, मद्दाहों और शायरों की बड़ी तादाद से रविवार 22 दिसम्बर 2024 को, तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मुलाक़ात की, जिसमें उन्होंने हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा को "सत्य की राह में उठ खड़े होने, दृढ़ता, बहादुरी, स्पष्ट अंदाज़, तर्क और दलील की ताक़त दिखाने के लिए" पूरी मानवता के लिए आदर्श बताया।
ग़ज़ा और लेबनान में प्रतिरोध जारी रहने का ज़िक्र करते हुए इस्लामी क्रांति के नेता:
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने देश के विभिन्न वर्गों की हज़ारों महिलाओं से मंगलवार 17 दिसम्बर 2024 को मुलाक़ात के अवसर पर हज़रत फ़ातेमा ज़हरा के शुभ जन्म दिवस की बधाई पेश करते हुए उनकी सीरत के विभिन्न पहलुओं पर रौशनी डाली।
आयतुल्लाह ख़ामेनेईः रेज़िस्टेंस मोर्चा अमरीका को क्षेत्र से खदेड़ देगा और ज़ायोनीवाद को जड़ से उखाड़ देगा
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने, बुधवार 11 दिसम्बर 2024 की सुबह समाज के मुख़्तलिफ़ वर्गों के लोगों से मुलाक़ात में सीरिया की घटनाओं के मुख़्तलिफ़ पहलुओं को बयान किया।
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के मौक़े पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली आख़िरी मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और बड़ी तादाद में अज़ादारों ने शिरकत की।
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा की मज़लूमाना शहादत की शाम को तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के मौक़े पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली तीसरी मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की। यह मजलिस शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित हुयी।
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के मौक़े पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली दूसरी मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के मौक़े पर तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाली पहली मजलिस में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
ईरान की आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के सुप्रीम कमांडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने नौसेना दिवस पर बुधवार 27 नवम्बर 2024 को नौसेना के कमांडरों और आला अधिकारियों से तेहरान में मुलाक़ात में, नौसेना को आज की दुनिया में बहुत ही अहम व निर्णायक फ़ोर्स बताया और मुख़्तलिफ़ आप्रेशनल, इंटेलिजेंस, सपोर्ट और इनोवेशन के क्षेत्रों में नौसेना की सरगर्मियों की सराहना करते हुए कहा कि सभी सरगर्मियों और योजनाओं में आर्म्ड फ़ोर्सेज़ ख़ास तौर पर नौसेना का टार्गेट जंगी तैयारी और क्षमता होना चाहिए।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का लेबनान और ग़ज़ा में ज़ायोनी शासन के युद्ध अपराध की ओर इशाराः
20 नवम्बर को "राष्ट्रीय नायक" दिवस और रेज़िस्टेंस मोर्चे की फ़तह तथा दाइश के ख़ात्मे की सालगिरह के मौक़े पर इस्लामी इंक़ेलाब कल्चरल रिसर्च सेंटर ने एक समारोह में रेज़िस्टेंस मोर्चे के तीन शहीदों की जीवनी पर आधारित किताबों का इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के रिव्यू के साथ लोकार्पण किया।इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का रिव्यू इस प्रकार हैः
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने बुधवार 20 नवम्बर 2024 को लड़कियों के मदरसे जामेअतुज़्ज़हरा की प्रिंसपल, शिक्षकाओं और स्टूडेंट्स से तेहरान में मुलाक़ात में इस प्रभावी संस्था को इस्लामी इंक़ेलाब की बरकत से वजूद में आने वाली बेमिसाल संस्थाओं में और धार्मिक शिक्षा के स्तर को बढ़ाने और महिलाओं पर प्रभाव डालने वाली बताया। उन्होंने समाज की ज़रूरत के साथ मदरसों में बदलाव और अपटूडेट होने की ज़रूरत की ओर इशारा करते हुए कहा कि मदरसों की आर्थिक, प्रशासनिक और पारिवारिक मामलों सहित समाज के अहम मसलों में राय होनी चाहिए।
प्रतिरोध मोर्चे की हालिया विजयों और अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में दुश्मन की नाकामी के साथ इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह अली ख़ामेनेई ने इस मोर्चे की निश्चित जीत और ज़ायोनी शासन की दुष्टता के अंत के लिए कुछ दुआएं पढ़ने में मार्गदर्शन के एक अनुरोध के जवाब में, क़ुरआने मजीद के सूरए फ़त्ह, सहीफ़ए सज्जादिया की चौदहवीं दुआ, और दुआए तवस्सुल पढ़ने की सिफ़ारिश की है। यह ख़बर हुज्जतुल इस्लाम वल मुसलेमीन हाज अली अकबरी ने किरमान में शहीद अलहाज क़ासिम सुलैमानी के मज़ार पर कुछ युवाओं के बीच दी जिसे इस्लामी इंक़ेलाब के नेता की वेबसाइट KHAMENEI.IR पेश कर रही है।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने रविवार 17 नवम्बर 2024 को तेहरान में, दोपहर को अपनी सामान्य मुलाक़ात के प्रोग्राम के तहत, लेबनान में इस्लामी गणराज्य ईरान के राजदूत जनाब मुजतबा अमानी से मुलाक़ात और गुफ़्तगू की।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने 19 अगस्त सन 2024 को हज़रत जाफ़र बिन अबी तालिब अलैहिमस्सलाम के संबंध में आयोजित होने वाली अंतर्राष्ट्रीय कान्फ़्रेंस के प्रबंधकों से मुलाक़ात की थी। इस मुलाक़ात में दी गयी उनकी स्पीच गुरूवार 7 नवम्बर 2024 की सुबह क़ुम में कान्फ़्रेंस के आयोजन स्थल पर प्रसारित की गई।
ज़ायोनी सेना के शैतानी हमले का मुक़ाबला करते हुए हाल ही में शहीद होने वालों के घर वालों ने, रविवार 3 नवम्बर 2024 को दोपहर तेहरान में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने साम्राज्यवाद के ख़िलाफ़ संघर्ष के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर स्कूलों और यूनिवर्सिटियों के स्टूडेंट्स से 2 नवम्बर 2024 को सुबह तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मुलाक़ात की।
शहीदों के घर वालों से मुलाक़ात में इस्लामी इंक़ेलाब के नेताः
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने रविवार 27 अक्तूबर 2024 को तेहरान में सुरक्षा विभाग के शहीदों के घर वालों से मुलाक़ात में समाज के सभी मामलों और अवाम की ज़िंदगी के सभी आयामों में सुरक्षा को बुनियादी लेहाज़ से अहम बताया और बल दिया कि एक ताक़तवर ईरान ही मुल्क और क़ौम को सुरक्षा मुहैया करा सकता है, तरक़्क़ी दिला सकता है और इसे सुनिश्चित कर सकता है इसलिए सभी तरह के आर्थिक, वैज्ञानिक, राजनैतिक, सुरक्षा और प्रशासनिक आयाम से ईरान को दिन ब दिन ज़्यादा से ज़्यादा ताक़तवर होना चाहिए।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के बेटे सांत्वना देने के लिए तेहरान में फ़िलिस्तीनी रेज़िस्टेंस आंदोलन हमास के दफ़्तर पहुंचे
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता सैयद अली ख़ामेनेई के बेटे तेहरान में इस्लामी रेज़िस्टेंस आंदोलन हमास के दफ़्तर पहुंचे और इस आंदोलन के प्रतिनिधि को आयतुल्लाह ख़ामेनेई का सलाम पहुंचाने के साथ ही फ़िलिस्तीन के मुजाहिद कमांडर और हमास के पोलित ब्यूरो प्रमुख यहया सिनवार की शहादत पर तेहरान में इस आंदोलन के प्रतिनिधि को मुबारकबाद व सांत्वना पेश की।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने बुधवार की सुबह फ़ार्स प्रांत के 15 हज़ार शहीदों को श्रद्धांजलि पेश करने की कान्फ़्रेंस की प्रबंधन कमेटी के सदस्यों से तेहरान में मुलाक़ात में क्षेत्र के वाक़यों और रेज़िस्टेंस मोर्चे की दृढ़ता व संघर्ष को इलाक़े के भविष्य और इतिहास में बदलाव का सबब बताया और 50 हज़ार से ज़्यादा बेक़ुसूर इंसानों के नरसंहार के बावजूद रेज़िस्टेंस को ख़त्म करने में ज़ायोनी सरकार की शिकस्त पर बल देते हुए पश्चिमी सभ्यता और पश्चिमी अधिकारियों की रुसवाई को ज़्यादा बड़ी शिकस्त क़रार दिया और कहा कि शैतानी मोर्चे के मुक़ाबले में जीत रेज़िस्टेंस के मोर्च की हुई है।