बिस्मिल्लाह अर्रहमान अर्रहीम

आलिमे मुजाहिद जनाब हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन आक़ाए अलहाज शैख़ अली राज़ीनी और उनके बहादुर सहयोगी जनाब आक़ाए शैख़ मोहम्मद मोक़ीसा रिज़वानुल्लाह अलैहेमा की शहादत पर उनके आदरणीय घर वालों की सेवा में मुबारकबाद और उनकी जुदाई पर सांत्वना पेश करता हूं।

शहीद राज़ीनी विगत में भी दुश्मनों के हमलों का निशाना बने थे और वह बरसों तक उस हमले की वजह से होने वाली तकलीफ़ को बर्दाश्त करते रहे। उनके दो सम्मानीय भाई इससे पहले शहीद हो चुके हैं।

अल्लाह की रहमत और मर्ज़ी इन सभी के और इनके धैर्यवान घर वालों के शामिले हाल हो।

सैयद अली ख़ामेनेई

18 जनवरी 2025