हमास के पोलित ब्यूरो प्रमुख जनाब इस्माईल हनीया और जेहादे इस्लामी आंदोलन के सेक्रेटरी जनरल जनाब ज़्याद अन्नख़ाला ने मंगलवार 30 जुलाई 2024 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से तेहरान में मुलाक़ात की।
ईरान के दौरे पर आए ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमाम अली रहमान और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार की सुबह तेहरान में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से मुलाक़ात की जिसमें, इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने इस्लामी गणराज्य की अस्ल नीति और प्राथमिकता, क्षेत्रीय मुल्कों ख़ास तौर पर हमज़बान और संयुक्त ज़बान, इतिहास और धर्म रखने वाले मुल्कों से संबंध को बढ़ावा देना बताया।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने मंगलवार की सुबह आर्मीनिया के प्रधान मंत्री निकोल पाशीनियान और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात में कहा कि इस्लामी गणराज्य ईरान की स्वाधीन व निश्चित नीति पड़ोसी मुल्कों ख़ास तौर पर आर्मीनिया से संबंध को बढ़ावा देने की है और हम आर्मीनिया से अपने रिश्तों को बढ़ाने में गंभीर हैं और दोनों मुल्कों के बीच सहयोग, दूसरों की नीतियों को नज़र में रखे बिना द्विपक्षीय हितों की बुनियाद पर पूरी ताक़त से जारी रहेगा।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने मंगलवार 30 जुलाई 2024 को हमास के पोलित ब्यूरो प्रमुख जनाब इस्माईल हनीया और जेहादे इस्लामी आंदोलन के सेक्रेटरी जनरल जनाब ज़्याद अन्नख़ाला से मुलाक़ात में ग़ज़ा के मज़लूम अवाम की बेमिसाल दृढ़ता व प्रतिरोध की सराहना करते हुए कहा कि आज इस्लाम का सबसे ऊंचा परचम फ़िलिस्तीनी क़ौम और ग़ज़ा के लोगों के हाथ में हैं और इस प्रतिरोध की बरकत से इस्लाम के पहले से ज़्यादा प्रसार की राह समतल हो गयी है।
इराक़ी प्रधान मंत्री जनाब मोहम्मद शियाअ अस्सूदानी और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार 30 जुलाई 2024 की शाम को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से तेहरान में मुलाक़ात की।
लेबनान के हिज़्बुल्लाह सगंठन के उपसचिव शैख़ नईम क़ासिम ने मंगलवार 30 जुलाई 2024 को दोपहर बाद इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से तेहरान में भेंटवार्ता की।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने मंगलवार 30 जुलाई 2024 की शाम को इराक़ी प्रधान मंत्री जनाब मोहम्मद अलशिया अस्सूदानी और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात में करोड़ों लोगों की शिरकत से अर्बईन मार्च के पसंदीदा व शानदार आयोजन की राह समतल करने के लिए इराक़ी अवाम और सरकार की ओर से की जाने वाली कोशिशों और उठाई जाने वाली ज़हमतों की सराहना की।
लेबनान के हिज़्बुल्लाह आंदोलन के डिप्टी जनरल सेक्रेट्री जनाब हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन नईम क़ासिम ने मंगलवार की शाम इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
दुनिया, ग़ज़ा के मसले में ज़्यादा गंभीर क़दम उठाए। सरकारों, राष्ट्रों, मुख़्तलिफ़ क्षेत्रों की वैचारिक और राजनैतिक हस्तियों को गंभीर क़दम उठाना चाहिए। तब इस निगाह से समझ में आएगा कि परसों अमरीकी कांग्रेस ने इस अपराधी का भाषण सुनकर कितना ज़्यादा ख़ुद को कलंकित किया है। यह बहुत बड़ा कलंक है।
इमाम ख़ामेनेई
28 जुलाई 2024
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 15 मई 2024 को तेहरान शहर और प्रांत के शहीदों पर सम्मेलन के आयोजकों से मुलाक़ात में अपने ख़ेताब में तेहरान की क़ुरबानियों का उल्लेख किया। (1)
किसी भी आंतरिक मसले को किसी विदेशी मसलें पर निर्भर नहीं करना चाहिए। आप विश्व स्तर पर जो भी काम कर सकते हैं, कीजिए, अच्छे काम, इज़्ज़त बढ़ाने वाले काम, सज्जनता से भरे काम कीजिए लेकिन मुल्क की सलाहियत, मुल्क की ताक़त और मुल्क के इनोवेशन की ओर से ग़फ़लत न कीजिए।
चौदहवीं कार्यपालिका, इस्लामी क्रांति के नेता की ओर से, निर्वाचित राष्ट्रपति को मिले जनादेश को आज रविवार 28 जुलाई 2024 को अनुमोदित किए जाने और उन्हें दिए जाने वाले आदेशपत्र के बाद, आधिकारिक तौर पर अपना काम शुरू करेगी।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने निर्वाचित राष्ट्रपति मसऊद पिज़िश्कियान को राष्ट्रपति चुनाव में मिलने वाले जनादेश को अनुमोदित किया और उन्हें राष्ट्रपति पद का आदेशपत्र दिया।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 28 जुलाई 2024 को एक प्रोग्राम में निर्वाचित राष्ट्रपति को चुनाव में मिले जनादेश को अनुमोदित किया और उन्हें राष्ट्रपति के ओहदे के लिए नियुक्त किया।
इस्लामी गणराज्य में वरिष्ठ नेता की ओर से राष्ट्रपति के आदेशपत्र का अनुमोदन होता। जनादेश का अनुमोदन सिर्फ़ एक औपचारिकता है या इसकी अहमियत है? इस बारे में लेख पेश है।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने 28 जुलाई 2024 की सुबह तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मुल्क के सिविल व सैन्य अधिकारियों, कुछ शहीदों के घर वालों और तेहरान में तैनात कुछ विदेशी राजदूतों की मौजूदगी में आयोजित होने वाले समारोह में, संविधान की धारा 110 के नवें अनुच्छेद के तहत जनाब डाक्टर मसऊद पिज़िश्कियान को राष्ट्रपति चुनाव में मिले जनादेश को अनुमोदित किया और उन्हें राष्ट्रपति पद के लिए नियुक्त किया।
इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 28 जुलाई 2024 को निर्वाचित राष्ट्रपति पेज़ेश्कियान को मिले जनादेश के अनुमोदन कार्यक्रम को संबोधित किया। (1)
ग़ज़ा की घटना में अमरीका निश्चित तौर पर अपराधियों के साथ शरीक है, यानी इस अपराध में अमरीका के हाथ कोहनियों तक मज़लूमों और बच्चों के ख़ून से सने हुए हैं। हक़ीक़त में...अमरीका ही संचालन कर रहा है।
इमाम ख़ामेनेई
25/10/2023
इन लोगों ने जो काम किया है वह इतना बड़ा है कि दिखावा छोड़, अपनी अस्लियत पर उतर आया है अमरीका। दुनिया में अमरीका की फ़ज़ीहत हो गयी है, उसकी बातों को झुठलाया जा रहा है।
हम एहतियात और तकल्लुफ़ से काम लें और खुलकर यह बात न कहें या न कह सकें लेकिन दूसरे खुलकर यह बात कह रहे हैं कि ये वाक़ए जो दुनिया में फ़िलिस्तीन के हित में हो रहे हैं, उनमें से ज़्यादातर का स्रोत इस्लामी इंक़ेलाब की आत्मा और इस्लामी गणराज्य की आत्मा है।
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई इस्लामी जम्हूरिया ईरान के शहीद विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान की क़ब्र पर गए। शहरे रय में हज़रत अब्दुल अज़ीम हसनी के मज़ार की ज़ियारत करते वक़्त आयतुल्लाह ख़ामेनेई विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान की क़ब्र पर गए और फ़ातेहा पढ़ा।
अगर ओस्लो समझौते के बाद ज़ायोनी सरकार की गतिविधियों की समीक्षा की जाए तो हम देखेंगे कि यह सरकार किसी भी हालत में, टू स्टेट फ़ारमूले को मानने के लिए तैयार नहीं थी, बल्कि यह समझौता फ़िलिस्तीनियों के ज़्यादा से ज़्यादा इलाक़ों पर नाजायज़ क़ब्ज़े के लिए वक़्त हासिल करने की उसकी यह चाल थी। इस बारे में लेख पेश है।
सच्चाई बयान करने का मिशन, दुश्मन की चाल और उसकी कोशिशों को नाकाम बनाने वाला है। आप में से हर एक, एक ज़िम्मेदारी के तौर पर एक चेराग़ की तरह, एक प्रकाश की तरह अपने आस-पास के माहौल को रौशन कर दे।
क़ाबिज़ ज़ायोनी सरकार की पीठ पर अमरीका जैसी एक बड़ी फ़ौजी, राजनैतिक और आर्थिक ताक़त, प्रतिरोध करने वाले एक गिरोह से लड़ रही है लेकिन वह उसे घुटने टेकने पर मजबूर न कर सकी। वे अपनी भड़ास आम लोगों पर निकाल रहे हैं।
सरकार के सामने मुख़्तलिफ़ मसलों में चुनौतियां हो सकती हैं, ऐसी स्थिति में संसद सरकार को भरपूर सहारा दे सकती है, सरकार के हाथ मज़बूत कर सकती है। स्ट्रैटेजिक ऐक्शन का क़ानून, संसद के बेहतरीन कामों में से एक था।
बुधवार को तेहारन के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में ग्यारहवीं मोहर्रम की मजलिस हुयी। यह मजलिस इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम की शबे शहादत में हुयी जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई और हुसैनी अज़ादारों ने शिरकत की।
बुधवार को तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम की शबे शहादत की मजलिस हुयी जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की। यह मजलिसे अज़ा के सिलसिले की आख़िरी मजलिस थी।
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में शबे आशूर को मजलिस हुयी जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।