13/07/2024
जहां भी इस्लाम के लिए, अल्लाह की निर्धारित सीमाओं को लागू करने के लिए, इस्लाम को बचाने के लिए कोई काम अंजाम पाता है तो वह हुसैनी अभियान है। 12/10/1984
13/07/2024
शहीद मुतह्हरी इंक़ेलाब से बर्सों पहले चीख़ चीख़ के कहते थेः “आज के दौर का शिम्र –उस वक़्त के इस्राईली प्रधानमंत्री का नाम लेते थे- फ़ुलां है।” हक़ीक़त भी यही है। हम शिम्र पर लानत भेजते हें ताकि शिम्र बनने और शिम्र जैसा अमल करने की जड़ इस दुनिया में काट दी जाए।  9 जनवरी 2008
13/07/2024
किस तरह ग़ज़ा की स्थिति से पश्चिम के प्रजातंत्र, मानवाधिकार और सबसे बढ़कर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जैसे अर्थों की पोल खुल गयी है? इस बारे में लेख पेश है।
12/07/2024
मोमिन को इस बात की इजाज़त नहीं है कि वो काफ़िरों के सामने झुकने का अपमान और काफ़िरों की मर्ज़ी और उनके ओर से दवाब को क़ुबूल करे। 01/09/1983
12/07/2024
शहीद रईसी कभी न थकने वाले, विनम्र, दुआ से लगाव रखने वाले, इंक़ेलाबी और दीनी स्टैंड खुल कर बयान करने वाले थे और प्रतिष्ठित विदेश नीति की शैली पर चलते थे।  7  जुलाई 2024
11/07/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने एक आदेशपत्र जारी करके हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन शैख़ अहमद मुतह्हरी अस्ल को पूर्वी आज़रबाइजान प्रांत में वलीए फ़क़ीह के प्रतिनिधि और तबरेज़ के इमामे जुमा के तौर पर नियुक्त किया है।
11/07/2024
इमाम हुसैन का अभियान, सम्मान का अभियान था, यानी हक़ का सम्मान, धर्म का सम्मान, इमामत का सम्मान और उस राह का सम्मान जिसे पैग़म्बरों ने दिखाया था। 29/03/2002
10/07/2024
इस्लाम का बाक़ी रहना, अल्लाह के रास्ते का बाक़ी रहना, अल्लाह के बंदों की ओर से इस राह पर चलते रहने पर निर्भर है, इस राह ने इमाम हुसैन बिन अली अलैहिस्सलाम और हज़रत ज़ैनब के कारनामे से मदद और ऊर्जा हासिल की है।
10/07/2024
इस्राईल ने ग़ज़ा में पानी पहुंचाने वाली सभी पाइप लाइनों को बंद कर, फ़िलिस्तीनियों को समुद्र का खारा पानी पीने पर मजबूर कर दिया है जिसके स्वास्थय के लेहाज़ से बहुत नुक़सान हैं। इस्राईल की यह करतूत, फ़िलिस्तीनियों के जातीय सफ़ाए का नया हथकंडा है। इस बारे में एक लेख पेश है।  
09/07/2024
चाहे हम मारे जाएं, चाहे फ़तह पाएं, कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता, हम अपना फ़र्ज़ अदा कर रहे हैं। 09/06/1995  
09/07/2024
पूरे इतिहास में जिसने भी हुसैनी तौर तरीक़े को अपने व्यवहार की बुनियाद क़रार दिया, निश्चित तौर पर उसने फ़तह पायी। 14/08/1988
09/07/2024
राष्ट्रपति रईसी सहयोग करने वाले इंसान थे लेकिन आत्मसम्मान के साथ, न इतना सख़्त और दूर कर देने वाला रवैया कि संबंध टूट जाएं और न ही फ़ुज़ूल में किसी को रिआयत देना और ख़ुद को कमतर समझना।
09/07/2024
आज दुनिया को इस तौर तरीक़े और सोच की ज़रूरत है, इमाम हुसैन का यह पैग़ाम, दुनिया की नजात का पैग़ाम है। 18/09/2019
08/07/2024
वह साफ़ तरीक़े से अपने इंक़ेलाबी रुख़ को, जिन पर उनका विश्वास था, उन्हें पूरी तरह ख़ुलकर बयान करते थे।
07/07/2024
तेरहवीं कैबिनेट के सदस्यों ने रविवार 7 जुलाई 2024 को रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
07/07/2024
राष्ट्रपति रईसी अवाम से जुड़े हुए थे और यह चीज़ हम सबके लिए, सरकारों के लिए, सरकारों के प्रमुखों के लिए, कैबिनेट के सदस्यों के लिए आदर्श होना चाहिए।
07/07/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने रविवार 7 जुलाई 2024 की सुबह कार्यवाहक राष्ट्रपति मुख़बिर और तेरहवें मंत्रीमंडल के सदस्यों से मुलाक़ात की। 
07/07/2024
रईसी साहब इसी राह पर चलते थे, इसी पर आगे बढ़ रहे थे, यह बहुत क़ीमती है, यह बहुत अच्छा है, सचमुच आइडियल है, हम सबको यह काम सीखना चाहिए।
07/07/2024
राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी की शहादत के बाद सरकार का कार्यभार संभालने वाले उप राष्ट्रपति और प्रभारी राष्ट्रपति मुहम्मद मुख़बिर और 13वें मंत्रिमंडल के सदस्यों ने 7 जुलाई 2024 को रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने राष्ट्रपति रईसी और उनके मंत्रिमंडल की कार्यशैली, नीतियों और उनके जज़्बे की सराहना की।
ग़ज़ा की त्रासदी की ओर इशारा करते हुए स्टूडेंट्स यूनियन के नाम इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का पैग़ाम:

पश्चिम की नैतिक व राजनैतिक शिकस्त आज का सबसे नुमायां विषय है

06/07/2024
06/07/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने सभी उम्मीदवारों और चुनाव के मैदान में सरगर्म लोगों का शुक्रिया करते हुए निर्वाचित राष्ट्रपति को अवाम के कल्याण और मुल्क की तरक़्क़ी के लिए मुल्क की असीम संभावनाओं को उपयोग करने की अनुशंसा करते हुए शहीद रईसी की राह को जारी रखने पर बल दिया।
05/07/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने, चौदहवें राष्ट्रपति चुनाव के दूसरे चरण में वोटिंग का वक़्त शुरू होते ही तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मतदान किया।
05/07/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता, आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने शुक्रवार 5 जुलाई 2024 को चौदहवें राष्ट्रपति चुनाव के दूसरे चरण में वोटिंग का वक़्त शुरू होते ही तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मतदान किया। 
05/07/2024
इंशाअल्लाह हमारे अज़ीज़ अवाम वोट देने और बेहतरीन उम्मीदवार का चयन करने में कामयाब होंगे और इस राउंड में अवाम का इरादा और हौसला ज़्यादा होना चाहिए ताकि वो इस काम को पूरा कर सकें और इंशाअल्लाह कल मुल्क को एक नया राष्ट्रपति मिले।
03/07/2024
बुधवार 3 जुलाई 2024 को मदरसे आली शहीद मुतह्हरी के अधिकारियों और उस्तादों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से तेहरान में मुलाक़ात की।
03/07/2024
शहीद सुलैमानी ने अपनी ज़िंदगी में भी साम्राज्यवाद को शिकस्त दी और अपनी शहादत से भी उसे शिकस्त दी। शायद कुछ दोस्तों को न पता हो कि उन्होंने क्षेत्र की क़ौमों की मदद से वेस्ट एशिया के क्षेत्र में अमरीका की सभी अवैध योजनाओं पर पानी फेर दिया।
03/07/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने बुधवार 3 जुलाई 2024 की सुबह मदरसे आली शहीद मुतह्हरी के अधिकारियों और टीचरों से तेहरान में मुलाक़ात में, चुनाव के दूसरे राउंड के बारे में एक संक्षिप्त बयान में बल दिया कि यह इलेक्शन बहुत अहम है और जो भी इस्लाम, इस्लामी गणराज्य, मुल्क की तरक़्क़ी, मुल्क के हालात में बेहतरी और कमियों के अंत को पसंद करता है वह शुक्रवार के दिन चुनाव में हिस्सा लेकर अपनी चाहत का इज़हार करे।
03/07/2024
हमें उम्मीद है कि इंशाअल्लाह इलेक्शन के इस दूसरे राउंड में लोग भरपूर अंदाज़ में शिरकत करेंगे और यह चीज़ इस्लामी सिस्टम की इज़्ज़त को बढ़ाएगी।
03/07/2024
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 3 जुलाई 2024 को मदरसा-ए-आली शहीद मुतह्हरी के ओहदेदारों और उस्तादों से ख़ेताब में इस धार्मिक शैक्षणिक केन्द्र की सेवाओं और राष्ट्रपति चुनाव के विषय में बात की। (1)
01/07/2024
रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने इराक़ व सीरिया में पवित्र रौज़ों की हिफ़ाज़त के लिए अलग अलग मुल्कों से जाकर आतंकियों से मोर्चा लेने वाले मुजाहेदीन और रेज़िस्टेंस फ़्रंट के शहीदों पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की आयोजक कमेटी से मुलाक़ात में तक़रीर की। 19 जून 2024 को होने वाली यह तक़रीर 29 जून 2024 को कान्फ़्रेंस हाल में जारी की गई। (1)
01/07/2024
ईदे ग़दीर के दिन तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में ‘विलायत व बंधुत्वʼ शीर्षक के तहत एक जश्न का आयोजन हुआ जिस पर एक लेख पेश है।
29/06/2024
हरम के मुहाफ़िज़ शहीदों पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजकों ने रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।  19 जून 2024
29/06/2024
ख़ामेनेई, सैयद अली पुत्र सैयद जवाद, इस्लामी क्रांति के दूसरे सुप्रीम लीडर ईरान की इस्लामी क्रांति के दूसरे सुप्रीम लीडर सैयद अली ख़ामेनेई पुत्र सैयद जवाद (पैदाइशः 19 अप्रैल 1939 ईसवी / 29 फ़रवरदीन 1318 हिजरी शमसी / 28 सफ़र 1358 हिजरी क़मरी)
28/06/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने 28 जून 2024 को मुल्क के चौदहवें राष्ट्रपति चुनाव के लिए पोलिंग का वक़्त शुरू होते ही अपना वोट डाला।
28/06/2024
दुनिया में इस्लामी गणराज्य का बाक़ी रहना, इस्लामी गणराज्य की मज़बूती और उसकी इज़्ज़त, अवाम की भागीदारी पर निर्भर है।
28/06/2024
दुनिया में इस्लामी गणराज्य का बाक़ी रहना, इस्लामी गणराज्य की मज़बूती और उसकी इज़्ज़त, अवाम की भागीदारी पर निर्भर है।
28/06/2024
इमामत के सिलसिले को पैग़म्बरे इस्लाम अल्लाह के हुक्म से आगे बढ़ाते हैं, अलबत्ता इस इमामत के लिए सत्ता व शासन ज़रूरी है। इसीलिए ख़िलाफ़त का एलान करते हैं, विलायत के एलान के वक़्त फ़रमाते हैं: "जिस जिस का मैं मौला हूं उसके ये अली मौला हैं।"
ताज़ातरीन