आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के चीफ़ कमांडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई की एयरफ़ोर्स और फ़ौज की एयर डिफ़ेन्स छावनी केइस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने वायु सेना के कमांडरों और जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि अभिव्यक्ति और बयान का जेहाद तत्कालिक ज़रूरत और बड़ा अवसर है।
सुप्रीम लीडर ने इस्लामी क्रांति की सफलता से ठीक तीन दिन पहले वायु सेना के कमांडरों और जवानों की ओर से इमाम ख़ुमैनी से अपनी वफ़दारी के एलान की घटना की सालगिरह पर 8 फ़रवरी 2022 को मुलाक़ात के लिए आने वाले वायु सेना के अफ़सरों और जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि आज दुश्मन हमला करके तथ्यों को बदलने इस्लामी शासन व्यवस्था की उपलब्धियों, सफलताओं और प्रगति पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है और इस हमले के जवाब में बयान और अभिव्यक्ति का जेहाद तत्कालिक ज़रूरत है।(1)
सुप्रीम लीडर की स्पीचः
पैग़म्बरे इस्लाम के चचा और इस्लाम के महान मुजाहिद हज़रत हमज़ा पर सेमीनार का आयोजन करने वाली समिति के सदस्यों ने इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। 25 जनवरी 2022 को होने वाली इस मुलाक़ात में बोलते हुए सर्वोच्च नेता ने हज़रत हम्ज़ा अलैहिस्सलाम की क़ुरबानियों और उनकी ख़ूबियों के बारे में बताया और पैग़म्बरे इस्लाम के उन सहाबियों के जीवन को प्रकाश में लाने पर ज़ोर दिया जिनके जीवन के मूल्यवान पहलुओं के बारे में शोध कार्य नहीं किया गया है। (1)
सुप्रीम लीडर की स्पीचः
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई ने 30 जनवरी 2022 को देश के कुछ उद्योगपतियों और कारखानों के मालिकों से मुलाक़ात की।
इस मुलाक़ात में सुप्रीम लीडर ने इंटरप्रीन्योर्ज़ और उद्योगपतियों को, अमरीका के साथ आर्थिक युद्ध में, पवित्र रक्षा के पवित्र सिपाहियों के समान बताया और इस युद्ध में हार स्वीकार करने पर आधारित अमरीकी अधिकारियों के बयानों का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारे मेहनती अधिकारियों को चाहिए कि वह औद्योगिक प्रगति का रोडमैप तैयार करके, उत्पादन को सही दिशा दें और उसकी निगरानी और समर्थन करके, नुक़सान को कम से कम करने और रोज़गार सृजन की रफ्तार को तेज़ करने की अपनी कोशिश जारी रखें ताकि इसका असर आम लोगों की ज़िंदगी में नज़र आए।
इस स्पीच का तरजुमा पेश हैः
हज़रता फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शुभ जन्म दिवस के मौक़े पर 23 जनवरी 2022 को देश के वक्ताओं, शायरों और अहलेबैत की शान में क़सीदा और नौहा पढ़ने वालों के एक ग्रुप ने आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से तेहरान में मुलाक़ात की।
इस मौक़े पर इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने लोगों के बीच स्पीच दी। सुप्रीम लीडर ने अपनी स्पीच के दौरान हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स.अ.) की शख़्सियत के कुछ अहम पहलुओं जैसे सामाजिक सरगर्मियां और अवाम की निःस्वार्थ सेवा की तरफ़ इशारा किया।(1)
सर्वोच्च नेता की स्पीचः
इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने क़ुम वासियों के ऐतिहासिक आंदोलन की सालगिरह पर क़ुम के अवाम की सभा को विडियो लिंक के ज़रिए संबोधित किया। 19 देय 1356 बराबर 9 जनवरी 1978 क़ुम के अवाम के ऐतिहासिक आंदोलन का दिन है।
सुप्रीम लीडर ने 9 जनवरी 2022 के अपने भाषण में ऐसी ऐतिहासिक घटनाओं की याद को बाक़ी रखना ज़रूरी बताया जिसमें आने वाली नस्लों के लिए गहरे संदेश छिपे हुए हैं। उन्होंने अपने भाषण में बड़े महत्वपूर्ण राष्ट्रीय व क्षेत्रीय मुद्दों पर प्रकाश डाला।
इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 1 जनवरी 2022 की सुबह शहीद क़ासिम सुलैमानी की बर्सी के प्रोग्रामों का आयोजन करने वाली कमेटी और शहीद के परिवार के लोगों से मुलाक़ात में सच्चाई और ख़ुलूस को सुलैमानी विचारधारा का निचोड़, प्रतीक और शिनाख़्त बताया और इलाक़े के युवाओं की नज़र में शहीद सुलैमानी के एक आइडियल की हैसियत अख़तियार कर लेने का हवाला देते हुए कहा कि प्रिय क़ासिम सुलैमानी ईरान की सबसे बड़ी राष्ट्रप्रेमी और इस्लामी जगत की सबसे बड़ी उम्मत प्रेमी हस्ती थे और हैं।(1)
हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा के शुभ जन्म दिन और नर्स डे के अवसर पर नर्सों और कोरोना से संक्रमितों के इलाज के दौरान शहीद हो जाने वाले मेडिकल स्टाफ़ के परिजनों ने सुप्रीम लीडर से मुलाक़ात की। 12 दिसम्बर 2021 को तेहरान की इमाम ख़ुमैनी इमाम बारगाह में होने वाली इस मुलाक़ात में आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनेई ने हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा के व्यक्तित्व के बड़े अहम पहलुओं पर रौशनी डाली।
सुप्रीम लीडर ने अपने संबोधन में नर्सों की सेवाओं की सराहना की और उसकी अहमियत और जीवनदायक आयामों को बयान किया।(1)
तक़रीर निम्नलिखित हैः
ईलाम प्रांत के तीन हज़ार शहीदों की याद में सेमीनार की आयोजक कमेटी के सदस्यों से मुलाक़ात में सुप्रीम लीडर की तक़रीर, जो 21 नवम्बर 2021 को हुई थी, गुरुवार 2 दिसम्बर 2021 की सुबह इस सेमिनार के आयोजन स्थल पर जारी की गई।
स्पीच का अनुवाद पेश हैः
17 नवम्बर को इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने देश के युवा वैज्ञानिकों व असाधारण प्रतिभाशाली लोगों के एक समूह को संबोधित किया।(1)
तक़रीर का अनुवाद पेश हैः
इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह ख़ामेनई ने 16 अक्तूबर 2021 को ज़ंजान प्रांत के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित सेमीनार की आयोजक कमेटी और कुछ शहीदों के परिजनों से मुलाक़ात की। इस अवसर पर आयतुल्लाह ख़ामेनई ने संक्षिप्त भाषण दिया जो गुरुवार 28 अक्तूबर 2021 को सेमीनार के उदघाटन कार्यक्रम में जारी किया गया। (1)
24 अक्तूबर 2021 को इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने इस मुलाक़ात में पैग़म्बरे इस्लाम की पैदाइश की मुबारकबाद दी और इस शुभ जन्म दिन को पूरी इंसानियत की ज़िन्दगी में नए दौर का आग़ाज़ बताया।
सर्वोच्च नेता के भाषण का हिंदी अनुवाद पेश हैः
पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम और उनके छठे उत्तराधिकारी इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम की पैदाइश के मुबारक दिन पर तीनों पालिकाओं के चीफ़, इस्लामी व्यवस्था के अधिकारियों और पैंतीसवी अंतर्राष्ट्रीय इस्लामी एकता कॉन्फ़्रेंस में भाग लेने वाले मेहमानों ने रविवार को आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।