12/06/2022
क़बायली बिरादरी के शहीदों को श्रद्धांजलि पेश करने के लिए कान्फ़्रेन्स के आयोजकों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने ईरान में क़बायली समाज की सेवाओं, वफ़ादारी और क़ुरबानियों की क़द्रदानी की। आपने शहीदों और शहादत के जज़्बे के बुनियादी कारकों के बारे में गुफ़्तुगू की और कुछ निर्देश दिए। (1) तक़रीर का अनुवाद पेश हैः
08/06/2022
इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 8 जून 2022 को हज संस्था के अधिकारियों और कर्मचारियों से मुलाक़ात में हज के आध्यात्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक पहलुओं पर रौश्नी डाली और महत्वपूर्ण अनुशंसाएं कीं।(1) उनकी तक़रीर का अनुवाद पेश हैः
04/06/2022
इस्लामी इंक़ेलाब के संस्थापक इमाम ख़ुमैनी की 33वीं बरसी पर इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने श्रद्धालुओं के बहुत बड़े मजमे में तक़रीर की। 4 जून 2022 को अपनी इस तक़रीक में आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने इमाम ख़ुमैनी के व्यक्तित्व, उनकी विचारधारा के अनेक पहलुओं और साथ ही दूसरे कई विषयों पर रौशनी डाली।(1) तक़रीर का अनुवाद पेश हैः
02/06/2022
प्रतिरोध और डट जाने की विशेषता, ये वो चीज़ है जिसने इमाम ख़ुमैनी को एक नज़रिए के रूप में, एक विचारधारा की शक्ल में, एक सोच के तौर पर और एक रास्ते की हैसियत से पहचनवाया।
25/05/2022
इस्लामी इंक़ेलाब के लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने शहीद धर्मगुरुओं को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित होने वाले सेमीनार के आयोजकों से मुलाक़ात में धर्मगुरुओं की शहादत की भावना और इसकी अहमियत पर रौशनी डाली। इस्लामी क्रांति के नेता की यह तक़रीर 13 जनवरी 2020 को हुई। (1)
25/05/2022
इस्लामी गणराज्य ईरान की संसद मजलिस-ए-शूरा-ए-इस्लामी के सदस्यों बुधवार 25 मई 2022 को इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। मुलाक़ात इमाम ख़ुमैनी इमामाबाड़े में हुई जिसमें सांसदों का प्रतिनिधित्व करते हुए संसद सभापति मुहम्मद बाक़िर क़ालीबाफ़ ने सदन की गतिविधियों की ब्रीफ़िंग दी। इसके बाद आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने स्पीच दी।(1)
15/05/2022
अगर घर के अंदर औरत को मानसिक और नैतिक शांति हासिल हो, सुकून और चैन हासिल हो, शौहर वाक़ई बीवी के लिए ‘लिबास’ का किरदार अदा कर रहा हो और इसी तरह बीवी भी शौहर के लिए ‘लिबास’ की भूमिका निभा रही हो।  दोनों के बीच उसी अंदाज़ की मुहब्बत हो जिस पर क़ुरआन ने ताकीद की है। अगर ख़ानदान के अंदर इस क़ुरआनी उसूल पर अमल किया जा रहा हो कि उनको जितनी ज़िम्मेदारी दी गई है उसी मात्रा में उन्हें साधन और अधिकार भी मुहैया कराए जाएं तो ख़ानदान से बाहर का वातावरण और हालात महिला के लिए सहन करने योग्य होंगे। वह उन हालात का सामना कर ले जाएगी। अगर औरत अपने आवास के अंदर, अपने असली मोर्चे के भीतर अपनी मुश्किलों को कम करने में कामयाब हो जाए तो यक़ीनन समाज के स्तर पर भी वह इसमें कामयाब होगी। इमाम ख़ामेनेई 4 जनवरी 2012
09/05/2022
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 9 मई 2022 को हाल में गुज़रे मज़दूर दिवस के उपलक्ष्य में देश के श्रमिक वर्ग के लोगों से अपनी सालाना मुलाक़ात में इस वर्ग के महत्व, योगदान, ज़रूरतों, अधिकारों और ज़िम्मेदारियों पर रौशनी डाली।(1) सुप्रीम लीडर की स्पीच
29/04/2022
विश्व क़ुद्स दिवस के मौक़े पर इस्लामी इंक़ेलाब के लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने फ़िलिस्तीन के मसले के संबंध में अहम बिंदुओं पर प्रकाश डाला। 27 रमज़ान 1443 हिजरी क़मरी बराबर 29 अप्रैल 2022 को आयतुल्लाह ख़ामेनेई की यह तक़रीर टीवी चैनलों से लाइव प्रसारित की गई। तक़रीर का अनुवादः
28/04/2022
फ़िलिस्तीन का मसला हल करने और इस पुराने घाव को ठीक करने के लिए इस्लामी गणराज्य ईरान का सुझाव बिल्कुल साफ़, तर्कपूर्ण और विश्व जनमत के स्तर पर मान्य राजनैतिक पैमानों के मुताबिक़ है जिसे पहले भी विस्तार से पेश किया जा चुका है।
26/04/2022
इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से युनिवर्सिटियों के छात्रों और छात्र युनियनों के प्रतिनिधियों ने इमाम ख़ुमेनी इमाम बारगाह में तफ़सीली मुलाक़ात और अलग अलग विषयों पर खुलकर अपनी राय रखी। 26 अप्रैल 2022 की इस मुलाक़ात में सुप्रीम लीडर ने छात्रों के सवालों के जवाब दिए, कुछ सिफ़ारिशें कीं और प्रमुख राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी नीतिगत बात पेश की। सुप्रीम लीडर की स्पीचः
19/04/2022
इस्तेग़फ़ार के बारे में हमारी सोच सिर्फ़ यह न हो कि यह केवल व्यक्तिगत गुनाहों की माफ़ी और हमारे दिलों की पाकीज़गी के लिए है। इस्तेग़फ़ार का राष्ट्रीय स्तर के मैदानों में, सामाजिक मैदानों में गहरा असर है और यह हमें बड़ी बड़ी कामयाबियां दिलाता है।
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