न्यायपालिका प्रमुख हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मोहसिनी एजेई ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई को एक ख़त लिखा था जिसमें उन्होंने 1526 क़ैदियों की सज़ा को माफ़ करने या कम करने या सज़ा को बदलने का प्रस्ताव दिया था। इन क़ैदियों को फ़ौजी अदालतों और विभागीय कोर्ट सहित मुख़्तलिफ़ अदालतों से सज़ाएं मिली थीं।