24/03/2022
इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने वरिष्ठ धर्मगुरु हुज्जतुल इस्लाम रय शहरी की नमाज़े जनाज़ा अदा की।
23/03/2022
#यूक्रेन के मसले में पश्चिमी सरकारों की नस्ल परस्ती सब ने देखी। ट्रेन रोकते हैं कि जंग के संकट से जान बचाकर भागने वाले शरणार्थियों में से कालों को गोरों से अलग करें और ट्रेन से उतार दें। इमाम ख़ामेनेई 21 मार्च 2022
23/03/2022
पश्चिमी मीडिया में खुले आम अफ़सोस ज़ाहिर करते हैं कि इस बार जंग मध्यपूर्व में नहीं यूरोप में है। यानी अगर जंग, रक्तपात और भाई-भाई की लड़ाई मध्यपूर्व में हो तो कोई हरज नहीं, यूरोप में हो तो बहुत बुरी है। इतनी खुली और स्पष्ट नस्ल परस्ती! #यूक्रेन ... इमाम ख़ामेनेई 21 मार्च 2022
22/03/2022
इंतेज़ार के लिए ज़रूरी है कि अमल किया जाए, सुधार किया जाए। हमें अपना सुधार करना चाहिए। हमें उन चीज़ों ‎पर अमल करना चाहिए जो इमाम को ख़ुश करें। जब हम इस अंदाज़ से अमल करेंगे और अपने अंदर सुधार लाएंगे ‎तो यक़ीनन व्यक्तिगत कामों तक सीमित नहीं रहेंगे बल्कि समाज के स्तर पर, देश के स्तर पर और विश्व स्तर ‎पर भी हमें कुछ ज़िम्मेदारियां पूरी करनी होंगी। ‎ इमाम ख़ामेनेई ‎ ‎10 मई 2017
22/03/2022
  आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने संघर्षशील धर्मगुरू जनाब हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मोहम्मदी रय शहरी के देहांत पर शोक संदेश जारी किया।
22/03/2022
आप अफ़ग़ानिस्तान की घटनाओं और अमरीकियों के बाहर निकलने का तरीक़ा देखिए। पहले तो बीस साल तक अफ़ग़ानिस्तान में रहे। इस मज़लूम मुस्लिम मुल्क में क्या कुछ किया?! फिर किस तरह बाहर निकले? अवाम के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं और अब अफ़ग़ान जनता का पास लौटाने पर तैयार नहीं हैं। इमाम ख़ामेनेई 21 मार्च 2022
22/03/2022
इधर #यमन की घटनाएं हैं। यमन के मज़लूम और वाक़ई प्रतिरोधक अवाम पर रोज़ होने वाली बमबारी है। यह #सऊदी_अरब की कारस्तानियां हैं कि एक दिन के अंदर 80 नौजवानों और बच्चों की गरदन काट देता है। इमाम ख़ामेनेई 21 मार्च 2022
21/03/2022
हमें इंतेज़ार का हुक्म दिया गया है। इंतेज़ार का क्या मतलब है? इंतेज़ार का मतलब है चौकन्ना रहना। सामरिक क्षेत्र ‎में एक शब्द बहुत इस्तेमाल होता है, हाई एलर्ट रहना। अगर आपके इमाम जो सारी दुनिया में इंसाफ़ क़ायम करने ‎के लिए तशरीफ़ लाएंगे आज सामने आ जाएं तो हमें और आपको इसके लिए एलर्ट रहना चाहिए। इंतेज़ार का यही ‎मतलब है। ‎ इमाम ख़ामेनेई ‎ ‎10 मई 2017
21/03/2022
मैं इस साल उत्पादन का नया पहलू और नया रूप सामने रखना चाहता हूं। लेहाज़ा इस साल हमारा ‎नारा हैः “रोज़गार पैदा करने वाला नालेज बेस्ड प्रोडक्शन”।
21/03/2022
  आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई पहली फ़रवरदीन सन १४०१ हिजरी शम्सी को नए साल की शुरुआत के मौक़े पर ईरानी क़ौम को संबोधित करेंगे। इस स्पीच का लाइव टेलीकास्ट होगा।
21/03/2022
नए हिजरी शम्सी साल के आग़ाज़ के उपलक्ष्य में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता की स्पीच के महत्वपूर्ण बिंदुः
21/03/2022
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने नए ईरानी साल 1401 के पहले दिन अपनी लाइव स्पीच में ईदे नौरोज़ और नई हिजरी शम्सी सदी के आग़ाज़ की मुबारकबाद दी। उन्होंने नए साल के नारे की व्याख्या में, ग़रीबी की मुश्किल के हल और सामाजिक इंसाफ़ के साथ आर्थिक तरक़्क़ी हासिल करने का रास्ता नॉलेज बेस्ड अर्थव्यवस्था की ओर हरकत को बताया।
21/03/2022
इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने नए हिजरी शम्सी साल 1401 (21/3/2022-20/3/2023) के आग़ाज़ पर देश को संबोधित किया। टीवी चैनलों से लाइव टेलीकास्ट होने वाली इस पालीसी स्पीच में सुप्रीम लीडर ने अर्थ व्यवस्था के संदर्भ में बेहद महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाल और साथ ही क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय हालात का भी जायज़ा लिया।
20/03/2022
मौला का नाम और ज़िक्र हमेशा हमें यह याद दिलाता है कि इस अंधेरी रात की समाप्ति पर सत्य का सूरज ज़रूर ‎निकलेगा। बहुत से इंसान कभी कभी तारीकी के घटाटोप बादलों को देखते हैं तो मायूस होने लगते हैं। इमाम महदी ‎अलैहिस्सलाम की याद इस बात की अलामत है कि सूरज ज़रूर निकलेगा और उजाला फैलेगा। इमाम ख़ामेनेई ‎ ‎10 मई 2017‎
20/03/2022
पंद्रह शाबान की रात, ईदों की रात
20/03/2022
हिजरी शम्सी कैलेंडर के नए साल 1401 के आगाज़ पर इस्लामी क्रांति के लीडर का पैग़ामे नौरोज़  (19 मार्च 2022)
17/03/2022
शाबान महीने की बहुत बड़ी ख़ासियत यह है कि इस महीने में कायनात के मरकज़ हज़रत इमाम महदी ‎अलैहिस्सलाम का जन्म हुआ। इमाम ख़ामेनेई ‎ ‎10 मई 2017‎
18/03/2022
इमाम महदी अलैहिस्सलाम पर ध्यान केन्द्रित करना दरअस्ल अल्लाह की बारगाह में बंदगी और अक़ीदत ज़ाहिर करना ‎है। इमाम महदी अलैहिस्सलाम की तरफ़ तवज्जो केन्द्रित करते हैं, उनसे मदद मांगते हैं, उनकी बारगाह में सिर ‎झुकाते हैं तो इसलिए कि हमारी यह अक़ीदत अल्लाह की बारगाह में पहुंचे और हमारा यह अमल अल्लाह की बारगाह ‎में बंदगी समझा जाए। इमाम ख़ामेनेई ‎ 10 मई 2017
17/03/2022
इंसानी कारवां के सफ़र के ख़त्म होने की जगह के बारे में आसमानी धर्मों का अक़ीदा और नज़रिया बड़ा उम्मीद बख़्श है। वाक़ई इमाम महदी अलैहिस्सलाम के ज़ुहूर का मुंतज़िर रहना, इस्लामी समाज के लिए उम्मीद का दरीचा है। इमाम ख़ामेनेई की स्पीच का एक भाग
16/03/2022
कुछ लोग अपने ग़ैर पुख़्ता और ग़लत प्रस्तावों से देश की #राष्ट्रीय_ताक़त के कुछ बाज़ुओं को काट देना चाहते थे। अगर यह होने दिया जाता तो आज #ईरान को बहुत बड़े ख़तरों का सामना करना पड़ता मगर अल्लाह के इरादे और इनायत से इन प्रस्तावों पर अमल करने की संभावना ही ख़त्म हो गई। इमाम ख़ामेनेई 10 मार्च 2022
16/03/2022
महदी बाकेरी शहीद की ज़िंदगी पर एक नज़र
16/03/2022
  इस्लामी क्रांति के लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने एक संदेश जारी करके वरिष्ठ धर्मगुरु आयतुल्लाह सैयद मुहम्मद अली अलवी गुरगानी के निधन पर शोक जताया।
15/03/2022
#पाबंदियों की मार से बचने के लिए #अमरीका या किसी भी ताक़त से दब जाना बहुत बड़ी भूल और अपनी सियासी ताक़त पर वार है। इससे ज़्यादा बचकाना और नासमझी वाला कोई प्रस्ताव नहीं हो सकता कि दुश्मन को ग़ुस्सा दिलाने से बचने के लिए हमें अपनी रक्षा शक्ति सीमित कर देनी चाहिए। इमाम ख़ामेनेई 10 मार्च 2022
14/03/2022
क्षेत्रीय रोल को ख़त्म या न्युक्लियर मैदान में साइंसी प्रगति को रोक देने का प्रस्ताव हमारी राष्ट्रीय ताक़त पर वार है। क्षेत्रीय रोल हमें स्ट्रैटेजिक गहराई और अधिक राष्ट्रीय ताक़त प्रदान करता है और एटमी मैदान में साइंसी प्रगति भविष्य में मुल्क को पेश आने वाली ज़रूरत को पूरा करने का ज़रिया है। इमाम ख़ामेनेई 10 मार्च 2022
14/03/2022
दुनिया में इन दिनों की राजनैतिक और फ़ौजी घटनाएं, उसी #तारीख़ी_मोड़ की रचना कर ‎रही हैं जिसकी उम्मीद थी। स्कालरों का अल्पकालिक फ़र्ज़ मोर्चाबंदियों की पहिचान और ‎सही स्टैंड का इंतेख़ाब और मध्यकालिक फ़र्ज़ हक़ की मदद करने वाले परिवर्तनों में रोल ‎निभाना है। इमाम ख़ामेनेई 10 मार्च 2022
14/03/2022
आप अज़ीज़ नौजवान दोनों ही मैदानों में शानदार रोल अदा कर सकते हैं और इस्लाम के मुबारक नाम से सुशोभित ‎इन अंजुमनों से की जाने वाली उम्मीदों को पूरा कर सकते हैं। ख़ुदाए क़दीर व हकीम से आपकी दिन दूनी रात ‎चौगुनी कामयाबियों की दुआ करता हूं। इमाम ख़ामेनेई 10 मार्च 2022
13/03/2022
राष्ट्रीय शक्ति, आपस में जुड़ा हुआ एक समूह है। साइंस, टेक्नालोजी, चिंतन, सुरक्षा, रक्षा शक्ति, सार्वजनिक सुविधाएं, कल्चर, क्षेत्र और दुनिया के स्तर पर राष्ट्रीय हितों की हिफ़ाज़त के लिए राजनैतिक कोशिशें और बहस की ताक़त और दूसरी क़ौमों को अपनी ओर आकर्षित करने वाली सोच, राष्ट्रीय शक्ति के बाज़ू हैं। इमाम ख़ामेनेई 10 मार्च 2022
12/03/2022
#राष्ट्रीय_ताक़त हर देश के लिए बुनियादी अहमियत रखती है और अगर कोई क़ौम स्वाधीनता और सरबुलंदी चाहती है और दुश्मनों की ग़लत मांगों को ठुकरा देना चाहती है तो उसे चाहिए कि ताक़तवर बने वरना कमज़ोर, अपमानित और भयभीत होने की स्थिति में दुश्मनों की लालच का निशाना बनेगी।
12/03/2022
तहरीक और इंक़ेलाब की कामयाबी का राज़ है लगातार जिद्दोजेहद ... इमाम ख़ामेनेई   17 फ़रवरी 2022
12/03/2022
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने योरोप में स्टूडेंट्स की इस्लामी यूनियन की 56वीं बैठक के नाम एक मैसेज जारी किया जिसमें आपने हालिया राजनैतिक व सैन्य हालात की ओर इशारा करते हुए धड़ेबंदी को पहचानने, सही स्डैंट अपनाने और सत्य के मोर्चे के हित में हालात को मोड़ने में रोल निभाने की तैयारी पर ताकीद की। 
12/03/2022
इस्लामी इंक़ेलाब के लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 12 मार्च 2022 को असेंबली ऑफ़ एक्सपर्ट्स के मेंबरों के बीच बड़ा अहम ख़िताब किया। सुप्रीम लीडर ने अपने संबोधन में ताज़ा हालात की चर्चा की। (1) आयतुल्लाह ख़ामेनेई की स्पीच पेश हैः
10/03/2022
विशेषज्ञ परिषद की नवीं औपचारिक बैठक ख़त्म होने पर इस परिषद के अध्यक्ष और सदस्यों ने आज तेहरान में सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
10/03/2022
एसेंब्ली ऑफ़ एक्सपर्ट्स के मेंबरों ने सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से आज तेहरान में मुलाक़ात की।
09/03/2022
आज दुनिया में माडर्न जाहेलियत, भेदभाव, ज़ुल्म और संकट को जन्म देने की तसवीर अमरीका है। दरअस्ल अमरीकी सरकार संकटजनक और संकटजीवी सरकार है जो दुनिया भर में तरह तरह के संकटों से अपनी आजीविका हासिल करती है। #यूक्रेन इसी सियासत की भेंट चढ़ गया। इमाम ख़ामेनेई 1 मार्च 2022
09/03/2022
अमरीका माफ़ियाई सरकार है। सियासी माफ़िया, आर्थिक माफ़िया वग़ैरा के हाथ में बागडोर है जो राष्ट्रपतियों को सत्ता में लाते हैं। वे दुनिया में संकट पैदा करते हैं ताकि ज़्यादा फ़ायदा हासिल करें: दाइश का मसला, यूक्रेन संकट। वे सीरिया का तेल चुराते हैं, अफ़ग़ान अवाम का पैसा चोरी करते हैं। इमाम ख़ामेनेई 1 मार्च 2022
08/03/2022
सरकारों का सबसे बड़ा सहारा अवाम हैं। यह यूक्रेन संकट का दूसरा बड़ा सबक़ है। अगर #यूक्रेन के अवाम मैदान में उतर पड़ते तो यूक्रेन की सरकार की यह हालत न होती। अवाम मैदान में नहीं उतरे क्योंकि सरकार से संतुष्ट नहीं थे। इमाम ख़ामेनेई 1 मार्च 2022