घमंड के दूसरी तरफ़ है कमज़ोर ‎इरादा और उदासीनता। ‎यानी दोनों एक दूसरे के उलट हैं। यह भी एक बीमारी है, यह भी इन्सान ‎को तबाह ‎कर देती है। कमज़ोर इरादे का क्या मतलब है? यानी इरादा न कर ‎पाना, ख़ुद को ‎कमज़ोर समझना, ख़ुद को बेकार समझना, यह सोचना कि बस ‎अब मेरे बस का नहीं ‎है, अब सब कुछ ख़त्म हो चुका है, अब अच्छाई की कोई ‎उम्मीद नहीं है, यह सब ‎कमज़ोर इरादे का असर है। ख़ुदा की रहमत से ‎नाउम्मीद होना इसी बीमारी का एक ‎असर है, जो ख़ुद गुनाहे कबीरा यानी बड़े ‎गुनाहों में से है। यह ‎बहुत ख़तरनाक ज़हर ‎है। एक संस्था के हेड के लिए सच में यह ज़हर है कि वह ‎समझे कि बस अब ‎कुछ नहीं हो सकता।

इमाम ख़ामेनेई

12 अप्रैल 2022