इन रातों में जैसा कि कल की रात थी, या आने वाले कल और 23 तारीख़ की रात होगी इन सब रातों में इस्लामी दुनिया के हर कोने में, जहां भी दीन पर अक़ीद है, लोगों के गिड़गिड़ाने की आवाज़ें सुनायी दे रही हैं, रोने की आवाज़ें, मदद मांगने की आवाज़ें सुनाई दे रही हैं लोग अपने लिए, दूसरों के लिए दुआएं कर रहे हैं। आप लोग यह दुआ भी करें कि या अल्लाह! उन सभी मोमिनों की दुआएं क़ुबूल कर जो इन रातों में दुआएं कर रहे हैं। यह भी एक दुआ होना चाहिए।