ख़ुदा से क़रीब होने के लिए अस्ली काम, गुनाहों से दूर होना है। मुस्तहेब नमाज़ें और दुआएं वग़ैरा तो दूसरे नंबर पर हैं। अस्ली चीज़ यह है कि इन्सान ख़ुद को गुनाहों और ग़लत कामों से रोक ले। इसके लिए तक़वे की ज़रूरत होती है। गुनाह की वजह से हमारा दिल, दुआ और अल्लाह की तरफ़ ध्यान नहीं दे पाता। गुनाह हमें, ख़ुद को सुधारने और संवारने नहीं देता। इसलिए हमें गुनाहों से दूर रहने की कोशिश करना चाहिए।