सवालः क्या लेखकों, अनुवादकों और कलाकारों को अपनी रचनाओं वग़ैरह के तअल्लुक़ से की गयी ज़हमत के मुक़ाबले में पैसे या उस काम के लिए अपनी कोशिश, वक़्त और ख़र्च किए गए पैसों के बदले में रॉयल्टी के तौर पर पैसे लेने का मुतालेबा करना जायज़ है?
जवाबः उनको अधिकार है कि पब्लिशर्ज़ को अपने इल्म और कला का पहला या अस्ल नुस्ख़ा हवाले करने के बदले में अपनी इच्छा के मुताबिक़ कोई भी रक़म का मुतालेबा करें।