दुश्मन, हमारी तरक़्क़ी से बौखला गया है, क्रोधित है। बहुत से दुष्प्रचार जिसे आप दुश्मन के मीडिया में प्रसारित होते हुए सुनते हैं, वह बौखलाहट की वजह से है। इसके अलावा उनके पास कोई रास्ता नहीं है। ऐसे दावे करते हैं जिनकी कोई हक़ीक़त नहीं है।