28/06/2024
दुनिया में इस्लामी गणराज्य का बाक़ी रहना, इस्लामी गणराज्य की मज़बूती और उसकी इज़्ज़त, अवाम की भागीदारी पर निर्भर है।
28/06/2024
इमामत के सिलसिले को पैग़म्बरे इस्लाम अल्लाह के हुक्म से आगे बढ़ाते हैं, अलबत्ता इस इमामत के लिए सत्ता व शासन ज़रूरी है। इसीलिए ख़िलाफ़त का एलान करते हैं, विलायत के एलान के वक़्त फ़रमाते हैं: "जिस जिस का मैं मौला हूं उसके ये अली मौला हैं।"
27/06/2024
इमामत, इस्लाम की आत्मा है। इमामत अल्लाह के पैग़म्बरों के सबसे अहम कामों में से एक है। यानी पैग़म्बर इमाम भी हैं, इमामत के दर्जे पर हैं।
26/06/2024
18 ज़िलहिज्जा सन 10 हिजरी का दिन, ग़दीर के एलान और अमीरुल मोमेनीन की जानशीनी के एलान का दिन वह दिन है जब काफ़िर मायूस हो गए। इस बारे में कि वो दीने इस्लाम को मिटा सकेंगे। इस दिन से पहले तक उन्हें यह उम्मीद थी कि ऐसा कर ले जाएंगे। लेकिन इस दिन उनकी उम्मीद मर गई।
25/06/2024
ग़दीर का वाक़ेया इस्लाम की वास्तविक भावना और विषयवस्तु से निकला है। यह जो अल्लाह ने पैग़म्बरे इस्लाम के स्वर्गवास से क़रीब 70 दिन पहले उनसे यह फ़रमाया कि ऐ रसूल जो हुक्म आपको दिया गया है, उसे लोगों तक पहुंचा दीजिए और अगर आपने यह न पहुंचाया तो आपने अपनी ज़िम्मेदारी ही अदा न की, इससे पता चलता है कि इस्लाम की वास्तविक भावना और इस्लाम की वास्तविक विषयवस्तु ग़दीर में निहित है।  इमाम ख़ामेनेई 20/02/2003
राष्ट्रपति चुनाव के मौक़े पर इस्लामी इंक़ेलाब के नेताः

ईरानी राष्ट्र इस बात की इजाज़त नहीं देगा कि ग़ैर उसके भविष्य का फ़ैसला करें 

25/06/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने ईदे ग़दीर के मौक़े पर राष्ट्रपति चुनाव के निकट अवाम की एक सभा को ख़ेताब करते हुए ईरानी राष्ट्र और दुनिया के सारे मुसलमानों को अल्लाह की सबसे बड़ी ईद ईदे ग़दीर की मुबारकबाद पेश की और ग़दीर के वाक़ए को इस्लामी शासन का क्रम जारी रहने और इस्लामी जीवन शैली के आगे बढ़ने की पृष्ठिभूमि क़रार दिया। 
25/06/2024
ईदे ग़दीर और राष्ट्रपति चुनाव के मौक़े पर मुल्क के 5 प्रांतों के हज़ारों लोग तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में जमा हुए और इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने लोगों से ख़ेताब किया।
25/06/2024
सारे मुसलमानों को चाहिए कि ईदे ग़दीर मनाएं, सही अर्थ में यह अल्लाह की सबसे बड़ी ईद है।
26/06/2024
दुनिया के सारे मुसलमानों को ईदे ग़दीर की मुबारकबाद पेश करता हूँ।
25/06/2024
ईदे ग़दीर के मौक़े पर और ईरान में 14वें राष्ट्रपति चुनाव से पहले 25 जून 2024 को रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में बड़ी जनसभा को संबोधित किया।
24/06/2024
ग़दीर का वाक़ेआ अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम की अज़मतों, औसाफ़ और फ़ज़ीलतों का नतीजा था।
24/06/2024
मंगलवार 25 जून को सुबह तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में ईदे ग़दीर के मौक़े पर "विलायत व बंधुत्व" शीर्षक के तहत जश्न का आयोजन होगा जिसे आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ख़ेताब करेंगे और इस कार्यक्रम को लाइव प्रसारित किया जाएगा।
25/06/2024
गदीर का मसला अपनी आला विषयवस्तु के साथ सभी मुसलमानों से संबंधित है क्योंकि यह न्याय की हुक्मरानी, महानता की हुक्मरानी और अल्लाह की विलायत की हुक्मरानी के मानी में है। अगर हम भी सही मानी में अमीरुल मोमेनीन की विलायत से नाता जोड़ने वालों में शामिल होना चाहते हैं तो हमें अपने आपको, अपनी ज़िंदगी के माहौल को न्याय व इंसाफ़ के क़रीब करना होगा। सबसे बड़ा नमूना यह है कि हमसे जितना भी हो सके न्याय क़ायम करें क्योंकि न्याय का दायरा असीम है।  इमाम ख़ामेनेई  20/02/2003
25/06/2024
हज़रत आदम के ज़माने से जब नबूव्वत और पैग़म्बरी का सिलसिला शुरू हुआ, वह जगह जहाँ धर्म और राजनीति के इकट्टा होने का अनोखा व बेजोड़ नमूना अपने चरम पर एक अमर परंपरा के तौर पर सामने आया जो समाज के मार्गदर्शन को सुनिश्चित करता था, वह ग़दीर का वाक़ेया था।  इमाम ख़ामेनेई 03/03/2002
23/06/2024
मैंने इससे पहले न्यायपालिका से कहा था कि इस तरह के केस में आपको हक़ हासिल है कि शरई रक़म से इस तरह के पैसे अदा कर दें।
22/06/2024
शहीद चमरान की ज़िंदगी पर एक नज़र
22/06/2024
न्यायपालिका प्रमुख और कुछ अधिकारियों ने शनिवार 22 जून 2024 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से तेहरान में मुलाक़ात की।
न्यायपालिका के प्रमुख और वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाक़ात में रहबरे इंक़ेलाबः

पश्चिमी ह्यूमन राइट्स के उसूलों की त्रुटियां सारी दुनिया के सामने हैं और उन्हें बुनियाद नहीं बनाना चाहिए। 

22/06/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने शनिवार की सुबह न्यायपालिका प्रमुख और दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाक़ात की।
22/06/2024
न्यायपालिका दिवस के अवसर पर न्यायपालिका प्रमुख और वरिष्ठ अधिकारियों ने रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। 22 जून 2024 की इस मुलाक़ात में तक़रीर करते हुए आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने न्यायपालिका की अहमियत ज़िम्मेदारियों, सुधार और कार्यशैली के बारे में बात की। (1)
रौज़ों की रक्षा करने वाले और प्रतिरोध के मोर्चे के शहीदों पर अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ़्रेंस के आयोजकों से मुलाक़ात में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता:

रौज़ों की रक्षा करने वालों ने ईरान और क्षेत्र को बचा लिया

19/06/2024
19 जून 2024 को पवित्र रौज़ों की रक्षा करने वाले और प्रतिरोध के मोर्चे के शहीदों की अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ़्रेंस की आयोजक कमेटी के सदस्यों से मुलाक़ात में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का ख़ेताब टेक्स्ट आज शनिवार को इस कॉन्फ़्रेंस के आयोजन स्थल यानी इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम के रौज़े में जारी किया गया।
18/06/2024
बुज़ुर्ग धर्मगुरू आयतुल्लाह नासिर मकारिम शीराज़ी के तेहरान के एक अस्पताल में भर्ती होने पर इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने अस्पताल पहुंच कर उनका हाल-चाल पूछा।
18/06/2024
ईदे क़ुरबान से लेकर ईदे ग़दीर तक का वक़्त हक़ीक़त में इमामत के विषय से जुड़ा हुआ समय है। इमाम ख़ामेनेई 25/11/2009
17/06/2024
बुज़ुर्ग धर्मगुरू आयतुल्लाह मकारिम शीराज़ी के तेहरान में अस्पताल में भर्ती होने पर, इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई उन्हें देखने अस्पताल गए।
16/06/2024
जो लोग तुम्हें क़त्ल करते हैं, तुमसे जंग करते हैं, तुम्हें तुम्हारे वतन से भगा देते हैं या उन लोगों की मदद करते हैं जिन्होंने तुम्हें तुम्हारे घरों से निकाल दिया है तो उनसे संपर्क रखने या उन की तरफ़ दोस्ती का हाथ बढ़ाने का तुम्हें हक़ नहीं है।
16/06/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने इस साल के हज को 'बराअत' का हज क़रार दिया है, उनकी इस पहल का पाकिस्तान के मशहूर धर्मगुरू व टीकाकार अमीन शहीदी ने जायज़ा लिया। 
16/06/2024
ईदे क़ुरबान और ईदे ग़दीर के मौक़े पर, इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 2654 क़ैदियों की सज़ा को माफ़ करने, या कम करने या बदलने पर सहमति दी है। इन क़ैदियों को फ़ौजी अदालत और विभागीय कोर्ट सहित मुख़्तलिफ़ अदालतों से सज़ा मिली है। 
15/06/2024
हज पर जाने वालों के नाम इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई का पैग़ामः
15/06/2024
ज़ायोनी सरकार और अमरीका से 'बराअत' हज से आगे बढ़कर हर मुसलमान की ओर से होनी चाहिए।
15/06/2024
हज ने इस्लाम के मानव संसाधन की व्यापकता और उसके आध्यात्मिक पहलू की ताक़त को अपनों और ग़ैरों के सामने नुमायां कर दिया है।
15/06/2024
मन को आनंदित करने वाली हज़रत इब्राहीम की आवाज़ ने, जो अल्लाह के हुक्म से हर दौर के सभी मुसलमानों को हज के मौक़े पर काबे की ओर बुलाती है, इस साल भी पूरी दुनिया के बहुत से मुसलमानों के दिलों को तौहीद व एकता के इस केन्द्र की ओर सम्मोहित कर दिया है। 
15/06/2024
हज ने लोगों की इस शानदार व विविधता से भरी सभा को वजूद प्रदान किया है और इस्लाम के मानव संसाधन की व्यापकता और उसके आध्यात्मिक पहलू की ताक़त को अपनों और ग़ैरों के सामने नुमायां कर दिया है।
15/06/2024
हज के विशाल समूह और इसकी जटिल क्रियाओं को जब भी ग़ौर व फ़िक्र की नज़र से देखा जाए, वह मुसलमानों के लिए दिल की मज़बूती और इतमीनान का स्रोत है और दुश्मन व बुरा चाहने वालों के लिए ख़ौफ़, भय व रोब का सबब हैं।
15/06/2024
अगर इस्लामी जगत के दुश्मन व बुरा चाहने वाले, हज के फ़रीज़े के इन दोनों पहलुओं को ख़राब करने और उन्हें संदिग्ध बनाने की कोशिश करें, चाहे धार्मिक व राजनैतिक मतभेदों को बड़ा दिखाकर और चाहे इनके पाकीज़ा व आध्यात्मिक पहलुओं को कम करके, तो हैरत की बात नहीं है।
15/06/2024
साइंस के ओलंपियाड्स में मेडल जीतने वाले और असाधारण प्रतिभा वाले कुछ स्टूडेंट्स ने शनिवार को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
15/06/2024
फ़िलिस्तीनी और ग़ज़ा में मुसलमानों पर हो रहे बेइन्तेहा ज़ुल्म पर मेलबर्न के इमामे जुमा से इंटरव्यू
15/06/2024
क़ुरआन मजीद हज को बंदगी, ज़िक्र और विनम्रता का प्रतीक, इंसानों की समान प्रतिष्ठा का प्रतीक, इंसान की भौतिक व आध्यात्मिक ज़िंदगी की बेहतरी का प्रतीक, बरकत व मार्गदर्शन का प्रतीक, अख़लाक़ी सुकून और भाइयों के बीच व्यवहारिक मेल-जोल का प्रतीक और दुश्मनों के मुक़ाबले में ‘बराअत’ और बेज़ारी तथा ताक़तवर मोर्चाबंदी का प्रतीक बताता है। 
15/06/2024
हज अदा करने वाले आप भाई और बहन इस वक़्त इन रौशन हक़ीक़तों और शिक्षाओं के अभ्यास के मैदान में हैं।
15/06/2024
अपनी सोच और अपने अमल को इसके क़रीब से क़रीबतर कीजिए और इन उच्च अर्थों से मिश्रित और नए सिरे से हासिल हुयी पहचान के साथ घर आइये। यह आपके हज के सफ़र की हक़ीक़ी व मूल्यवान सौग़ात है।
ताज़ातरीन