प्रतिरोध और रेज़िस्टेंस दिवस के मौक़े पर रविवार 25 मई 2025 की शाम ईरान की संसद (मजलिसे शूराए इस्लामी) में एक कार्यक्रम हुआ।
इस साल के कार्यक्रम में शहीद विदेश मंत्री डॉक्टर हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान को श्रद्धांजलि दी गई, जिन्हें " रेज़िस्टेंस की कूटनीति का अमीर और अमानतदार" कहा जाता था। इस कार्यक्रम में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के कार्यालय में अंतर्राष्ट्रीय मामलों के प्रमुख हुज्जतुल इस्लाम क़ुमी, संसद सभापति मुहम्मद बाक़िर क़ालीबाफ़, कई कमांडरों और विदेशी राजदूतों ने हिस्सा लिया।
यह कार्यक्रम अमरीकी युवाओं के नाम रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई के ऐतिहासिक ख़त की सालगिरह पर आयोजित किया गया था। उन्होंने यह ख़त उन अमरीकी छात्रों को लिखा था, जो अमरीकी सरकार के दबाव के बावजूद फ़िलिस्तीन के समर्थन में सड़कों पर उतर आए थे। इस ख़त में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने अमरीकी छात्रों को संबेधित करते हुए कहा था: "आप इतिहास की सही दिशा में खड़े हैं।"
इस मौक़े पर अली हुसैन अमीनी की एक पेंटिंग "इतिहास की सही दिशा" का अनावरण भी किया गया। यह पेंटिंग रहबरे इंक़ेलाब के उसी ऐतिहासिक वाक्य से प्रेरित है और इसमें एक छात्र को एक निडर भीड़ के बीच फ़िलिस्तीन का झंडा उठाए हुए दिखाया गया है।