क़ुर्बानी एक प्रतीकात्मक पैग़ाम रखती है कि इंसान को कभी अपनी सबसे अज़ीज़ चीज़ें भी, त्याद देनी चाहिए, क़ुर्बान कर देनी चाहिए।