31/10/2021
शहीद चुने हुए लोग हैं, शहीद वे हैं जिन्हें महान परवरदिगार चुनता है। शहीदों ने सही रास्ते को चुना और अल्लाह ने भी उन्हें मक़सद तक पहुंचने के लिए चुना। शहीदों की क़ीमत को भौतिक हिसाब से आंका नहीं जा सकता। इमाम ख़ामेनेई, 24 अक्तूबर 2021
31/10/2021
शहीद दुनिया के सबसे बड़े व्यापार में कामयाब हैं। हे ईमान वालो, क्या तुम्हे ऐसा व्यापार दिखाएं जो तुम्हे दर्दनाक अज़ाब से बचाए? अल्लाह और उसके पैग़म्बर पर ईमान लाओ और अपनी जान-माल से अल्लाह की राह में जेहाद करो, अगर जानते हो तो यह तुम्हारे लिए बेहतर है। (सूरए सफ़ आयत 10 व 11) इमाम ख़ामेनेई, 24 अक्तूबर 2021
30/10/2021
मुसलमानों की एकता निश्चित क़ुरआनी कर्तव्य है। मुसलमानों की एकता टैक्टिकल चीज़ नहीं कि कोई सोचे कि ख़ास हालात के कारण हम एकजुट हो जाएं। नहीं! यह सैद्धांतिक विषय है। मुसलमानों का आपसी सहयोग ज़रूरी है। मुसलमान एकजुट रहेंगे तो एक दूसरे की मदद करेंगे और सब ताक़तवर बनेंगे। इमाम ख़ामेनई 24 अक्तूबर 2021
28/10/2021
जंजान के शहीदों की याद मनाने वाली कमेटी के सदस्यों और कुछ शहीदों के घरवालों ने इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से 16 अक्तूबर को मुलाक़ात की। 
28/10/2021
इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह ख़ामेनई ने 16 अक्तूबर 2021 को ज़ंजान प्रांत के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित सेमीनार की आयोजक कमेटी और कुछ शहीदों के परिजनों से मुलाक़ात की। इस अवसर पर आयतुल्लाह ख़ामेनई ने संक्षिप्त भाषण दिया जो गुरुवार 28 अक्तूबर 2021 को सेमीनार के उदघाटन कार्यक्रम में जारी किया गया। (1)
27/10/2021
इस्लाम, समावेशी दीन है। इसकी समग्रता का हक़ अदा करना चाहिए। भौतिकवादी राजनैतिक ताक़तों की ज़िद है कि इस्लाम, व्यक्तिगत अमल और दिल की आस्था तक सीमित रहे। क़ुरआन, सैकड़ों आयतों में इसका खंडन करता है। इस्लाम की गतिविधियों का दायरा सामाजिक, राजनैतिक और वैश्विक विषयों तक फैला हुआ है। इमाम ख़ामेनेई, 24 अक्तूबर 2021
26/10/2021
कुछ इस्लामी सरकारों ने अतिग्रहणकारी ज़ालिम ज़ायोनी शासन से संबंध क़ायम करके बड़ा पाप किया है। उन्हें वापस लौटना और ग़लती की भरपाई करना चाहिए। इमाम ख़ामेनेई, 24 अक्तूबर 2021
25/10/2021
पैग़म्बरे इस्लाम और हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिवस के अवसर पर इस्लामी एकता ‎सम्मेलन के मेहमानों और देश के उच्चाधिकारियों से आयतुल्लाह ख़ामेनई की मुलाक़ात
24/10/2021
पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम और उनके छठे उत्तराधिकारी इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम की पैदाइश के मुबारक दिन पर तीनों पालिकाओं के चीफ़, इस्लामी व्यवस्था के अधिकारियों की एक टीम और पैंतीसवी अंतर्राष्ट्रीय इस्लामी एकता कॉन्फ़्रेंस में भाग लेने वाले मेहमानों ने रविवार को आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
24/10/2021
24 अक्तूबर 2021 को इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने इस मुलाक़ात में पैग़म्बरे इस्लाम की पैदाइश की मुबारकबाद दी और इस शुभ जन्म दिन को पूरी इंसानियत की ज़िन्दगी में नए दौर का आग़ाज़ बताया। सर्वोच्च नेता के भाषण का हिंदी अनुवाद पेश हैः पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम और उनके छठे उत्तराधिकारी इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम की पैदाइश के मुबारक दिन पर तीनों पालिकाओं के चीफ़, इस्लामी व्यवस्था के अधिकारियों और पैंतीसवी अंतर्राष्ट्रीय इस्लामी एकता कॉन्फ़्रेंस में भाग लेने वाले मेहमानों ने रविवार को आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
23/10/2021
जॉन पॉल सार्टर साम्राज्यवाद के समय के एक कालखंड में पश्चिमी बुद्धिजीवियों ने, पश्चिम के उपनिवेशों के लोगों की आवाज़ से आवाज़ मिलाई।
23/10/2021
विलियम शेक्सपियर शेक्सपियर कि रचनाएं भी, साहित्य में दिलचस्पी रखने वाले इंसान के लिए, सादी की रचनाओं जितनी ही सम्मानीय हैं और मनोरंजक हैं।
पैग़म्बरे इस्लाम की व्यक्तिगत व सामाजिक सीरत (चरित्र) पर एक नज़र

बेहतरीन नमूना

23/10/2021
आयतुल्लाहिल उज़मा खामेनेईः पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम की महान हस्ती, पैग़म्बरों और ख़ुदा के प्यारे बंदों की सूची में सबसे ऊपर है और हम मुसलमानों के लिए उनका अनुसरण अनिवार्य है। (12 मई 2000)
23/10/2021
  इस्लामी एकता सप्ताह के अवसर पर हुज्जतुल इस्लाम हुसैन महदी हुसैनीः  एकता सप्ताह ने सामराज्वाद के मंसूबों पर पानी फेर दिया। जब क़ुरआन एक है, कलेमा एक है, काबा एक है और ‎नबी एक हैं तो इसी को बुनियाद बनाकर सब को जमा हो जाना चाहिए। ‎
23/10/2021
  पैग़म्बर की हस्ती वह है जिस पर अल्लाह और उसके फ़रिश्ते दुरूद व सलाम भेजते हैं। हमें अपने पैग़म्बर की बात यानी क़ुरआन पर और इस्लाम पर क़ायम रहना चाहिए।
23/10/2021
पैग़म्बरे इस्लाम और इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिवस के अवसर पर और एकता सप्ताह के उपलक्ष्य में इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनई की वेबसाइट KHAMENEI.IR की तरफ़ से हिंदी ज़बान की वेबसाइट लांच कर दी गई।
23/10/2021
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम और इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिवस के उपलक्ष्य में अदालतों व सशस्त्र बलों की न्यायिक संस्था से और इसी तरह विभागीय कार्यवाहियों के तहत सज़ा पाने वाले 3,458 क़ैदियों की सज़ाएं माफ़ या कम करने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है।
22/10/2021
जवाबः सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह ख़ामेनई ने 28 अगस्त 2021 को अपने एक भाषण में तालेबान के बारे में ईरान का रुख़ बहुत स्पष्ट शब्दो में बयान किया।
22/10/2021
आयतुल्लाह ख़ामेनई ने 28 जुलाई 2021 की अपनी स्पीच में परमाणु वार्ता के बारे में महत्वपूर्ण बिंदु बयान किए।
22/10/2021
आप देखिए कि इन्होंने भारत में क्या किया? चीन में क्या किया? 19वीं सदी में अंग्रेज़ों ने भारत में वह तबाही मचाई कि - मुझे विश्वास है कि आप युवा इतिहास को भी और इन चीज़ों को भी कम ही अहमियत देते हैं - जो कुछ हुआ है उसका हज़ारवां हिस्सा भी आपने प्रचारों में और बातों में नहीं सुना है।
21/10/2021
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने 3 अक्तूबर 2021 को इमाम हुसैन कैडिट कॉलेज में ईरानी सशस्त्र बलों की अकादमियों के कैडिट्स के ग्रेजुएशन के संयुक्त समारोह से वीडियो लिंक के माध्यम से संबोधन में ईरान के पश्चिमोत्तरी पड़ोसी देशों में जारी मामलों के बारे में कुछ अहम बातों का उल्लेख किया। KHAMENEI.IR ने इस संबंध में ईरान के पूर्व कूटनयिक मोहसिन पाक आईन के लिखे हुए एक लेख के माध्यम से देश की पश्चिमोत्तरी सीमाओं पर जारी समस्याओं का जायज़ा लिया है।
21/10/2021
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने 11 मार्च 2021 को हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम की पैग़म्बरी की घोषणा की वर्षगांठ के मौक़े पर टीवी पर अपने संबोधन में यमन की मज़लूम जनता पर सऊदी अरब की बमबारी और इस ग़रीब देश के आर्थिक घेराव में अमरीकी सरकार की भागीदारी का ज़िक्र किया और इस बारे में संयुक्त राष्ट्र संघ के रवैये की कड़ी निंदा की।
21/10/2021
8 फ़रवरी 2021 को रूस के राष्ट्रपति विलादिमीर पुतीन के नाम इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई का संदेश, ईरान के संसद सभापति मुहम्मद बाक़िर क़ालीबाफ़ के माध्यम से रूस के संसद सभापति और पुतीन के विशेष प्रतिनिधि के हवाले किया गया। KHAMENEI.IR ने इस बारे में वर्तमान विदेश मंत्री और अंतर्राष्ट्रीय मामलों में ईरानी स्पीकर के तत्कालीन विशेष प्रतिनिधि हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान से बातचीत का सारांश पेश कर रही है।
21/10/2021
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने 8 जनवरी 2021 को टीवी पर अपने एक संबोधन में परमाणु समझौते (JCPOA) के बारे में ईरान के रवैये और इस सिलसिले में अमरीका की ज़िम्मेदारियों के बारे में कहाः “परमाणु समझौते में अमरीका की वापसी पर हमारा कोई आग्रह नहीं है, बुनियादी तौर पर यह हमारी यह समस्या ही नहीं है कि अमरीका JCPOA में वापस लौटे या न लौटे। हमारी जो तर्कसंगत मांग है, वह प्रतिबंधों की समाप्ति की है जो ईरानी राष्ट्र का छीना गया हक़ है।“ ये जुमले इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता के संबोधन के अंत में कहे गए और उन्होंने इसे इस्लामी गणराज्य ईरान की अंतिम बात क़रार दिया।
21/10/2021
पैग़म्बरे इस्लाम का उठना बैठना ग़ुलामों के साथ रहता था। उनके साथ खाना खाते थे। बहुत मामूली कपड़े पहनते थे। जो खाना मौजूद होता वही खाते, किसी भी खाने को नापसंद नहीं करते थे। पूरे मानव इतिहास में यह विशेषताएं बेजोड़ हैं। इमाम ख़ामेनई  Sept 27, 1991
21/10/2021
अल्लाह ने पैग़म्बरे इस्लाम को ‘रहमतुल लिलआलमीन’ का लक़ब दिया। इंसानों के किसी एक गिरोह के लिए नहीं, किसी एक समूह के लिए नहीं बल्कि सारी कायनात के लिए रहमत हैं। वह सब के लिए रहमत हैं। पैग़म्बर जो पैग़ाम अल्लाह की तरफ़ से लेकर आए उसे आपने सारी इंसानियत को प्रदान किया।  इमाम ख़ामेनई Dec 17, 2016
21/10/2021
इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की उम्र लगभग 55 साल है। 55 साल की इस उम्र में लगभग 20 साल का समय उनकी इमामत का समय है। जब हज़रत की इमामत का दौर ख़त्म हुआ और आपको शहीद कर दिया गया तो अगर आप उस वक़्त के हालात देखिए तो महसूस करेंगे कि अहले बैते रूसूल से मुहब्बत का सिलसिला इस्लामी जगत में इस व्यापकता और गहराई के साथ फैल चुका था कि ज़ालिम अब्बासी सल्तनत उस पर क़ाबू पाने में नाकाम थी। यह कारनामा इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम ने अंजाम दिया। इमाम ख़ामेनई Sept 17, 2013
21/10/2021
पैग़म्बरों को उन समाजों में भेजा गया जहां अज्ञानता का अंधेरा था। पैग़म्बरों का मक़सद था अज्ञानता की व्यवस्था को ख़त्म करके तौहीद (एकेश्वरवाद) पर आधारित बराबरी की व्यवस्था स्थापित करना, ग़रीबी और घमंड को मिटाना। वह मानवीय प्रतिष्ठा बहाल करने के लिए आए। इमाम ख़ामेनई Dec 31, 1976
21/10/2021
ये आंसू, एक साथ बैठना, मुसीबत का ज़िक्र, इस मोहर्रम और आशूर का हमारी जनता के जीवन पर असर पड़ता है। शिया विरोधी कुछ समाजों की नीरसता व निर्जीवता - अफ़सोस कि कुछ हुकूमतें अपनी जनता को ग़ैर शिया नहीं बल्कि शिया विरोधी बनाती हैं - ईश्वर की कृपा से हमारे समाज में नहीं है। हमारा समाज लचक, भावना, नर्मी और स्नेह व प्यार वाला समाज है। सुप्रीम लीडर 18 मई 1995
20/10/2021
जनरल हेजाज़ी ने दिसंबर 2020 में एक बातचीत का हवाला दिया जिसमें जनरल क़ासिम सुलैमानी की शख़्सियत का एक ख़ास पहलू सामने आया जिसे आम तौर पर नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है। वह है उनकी संवाद की क़ाबिलियत।
20/10/2021
शाह के काल में क़ुरआन और उसकी व्याख्या की क्लास में जो नौजवान आया करते थे, मैं उनसे कहा करता था कि अपनी जेब में एक क़ुरआन रखा कीजिए, जब भी वक़्त मिले या किसी काम के इंतेज़ार में रुकना हो तो एक मिनट, दो मिनट, आधा घंटे क़ुरआन खोलिए और तिलावत कीजिए ताकि इस किताब से लगाव हो जाए।
20/10/2021
मैं कई बार इस बात का ज़िक्र कर चुका हूं कि अमरीका जो भी फ़ाइटर जेट और दूसरे साधन बेचता था, उनके बारे में यह शर्त लगाता था कि किसी भी तरह की मरम्मत और रिपेयरिंग ख़ुद अमरीकी करेंगे, हमें पुर्ज़ों को हाथ लगाने की इजाज़त नहीं थी।
20/10/2021
किताब तालीम ए अहकाम सही तरीक़े से इबादत अंजाम देने और हलाल व हराम की पहिचान के लिए आसान ज़बान में तहरीर की गई है। यह आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई के फ़तवों और फ़िक़ही विचारों पर आधारित है।
20/10/2021
आयतुल्लाह ख़ामेनई को दुनिया के जिन देशों से लगाव है उनमें हिंदुस्तान भी है। अलग अलग अवसरों पर वह भारत और वहां बसने वालों के बारे में अपने नज़रियात बयान करते रहे हैं।
20/10/2021
इस्लामी क्रान्ति की सफलता की दूसरी सालगिरह पर ईरान की इस्लामी प्रचार की सुप्रीम काउंसिल के फ़ैसले के मुताबिक़, इस्लामी गणराज्य से दुनिया के अनेक देशों के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजे गए ताकि वे दूसरे राष्ट्रों ख़ास तौर पर मुसलमानों को इस्लामी गणराज्य के नज़रिये और इस्लामी क्रांति की विशेषताओं की जानकारी दें।
20/10/2021
हाजियों के नाम अपने मार्गदर्शक संदेश में आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई ने हज के बुनियादी आयामों को रेखांकित किया।
20/10/2021
सारी प्रशंसा ब्रह्मांड के पालनहार ईश्वर के लिए है और प्रलय तक ईश्वर का दुरूद व सलाम हो हज़रत मुहम्मद, उनके पवित्र परिजनों और उनके चुने हुए साथियों पर और उन पर जो भलाई के साथ उनका अनुसरण करे।
20/10/2021
कोरोना वायरस की महामारी फैली तो दुनिया के कई देशों ने उसका टीका या वैकसीन बनाने के लिए रिसर्च का काम शुरू कर दिया। ईरान में भी मेडिकल साइंस के कई रिसर्च सेंटर्ज़ ने पश्चिम की कड़ी पाबंदियों के बावजूद स्वदेशी वैकसीन बनाने के लिए रिसर्च का काम शुरू कर दिया। इसके नतीजे में “कोविरान बरकत” के नाम से ईरानी वैकसीन बन चुकी है। KHAMENEI.IR ने फ़रमाने इमाम संस्था की एग्ज़ेक्यूटिव कमेटी की रिसर्च टीम के प्रमुख डॉक्टर हसन जलीली से इस संबंध में बात की है। पेश हैं इस इंटरव्यू के कुछ अहम अंश।
19/10/2021
ईरान की इस्लामी क्रांति के दूसरे सुप्रीम लीडर सैयद अली ख़ामेनई पुत्र सैयद जवाद (पैदाइशः 19 अप्रैल 1939 ईसवी/ 29 फ़रवरदीन 1318 हिजरी शमसी/ 28 सफ़र 1358 हिजरी क़मरी) ​सैयद अली हुसैनी ख़ामेनई पुत्र स्वर्गीय हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन अलहाज सैयद जवाद हुसैनी ख़ामेनई, 29 फ़रवरदीन सन 1318 हिजरी शमसी बराबर 1358 हिजरी क़मरी (19 अप्रैल 1939 ईसवी) को पवित्र नगर मशहद में पैदा हुए।