जॉन पॉल सार्टर साम्राज्यवाद के समय के एक कालखंड में पश्चिमी बुद्धिजीवियों ने, पश्चिम के उपनिवेशों के लोगों की आवाज़ से आवाज़ मिलाई।
मिसाल के तौर पर अगर स्पेन, ने क्यूबा को अपना उपनिवेश बना लिया था और वहां की पूंजी, क्यूबा की शकर, पर क़ब्ज़ा कर लिया था तो फ़्रान्स के जॉन पॉल सार्टर, फ़्रान्सीसी साम्राज्य के ख़िलाफ़ क्यूबा की जनता, फ़ीदल कास्त्रो और चेग्वारा का समर्थन करते थे और उन्होंने किताब लिखी थीः “क्यूबा में शकर की लड़ाई”।
इमाम ख़ामेनई
12 मई 1998