किताब तालीम ए अहकाम सही तरीक़े से इबादत अंजाम देने और हलाल व हराम की पहिचान के लिए आसान ज़बान में तहरीर की गई है। यह आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई के फ़तवों और फ़िक़ही विचारों पर आधारित है।