बिस्मिल्लाह-अर्रहमान-अर्रहीम

अज़ीम मिल्लत-ए-ईरान! ज़ायोनिस्ट रेजीम ने आज सुबह अपने पलीद और ख़ून-आलूद हाथ से हमारे प्यारे मुल्क में एक और संगीन जुर्म अंजाम दिया और अपनी पस्त फ़ितरत को रिहाइशी इलाक़ों पर हमला कर के पहले से ज़्यादा बे-नक़ाब कर दिया।

ये रेजीम सख़्त-तरीन सज़ा की मुनतज़िर रहे। इनशाअल्लाह इस्लामी जम्हूरिया ईरान की आर्म्ड फ़ोर्सेज़ का ताक़तवर हाथ उसे हरगिज़ नहीं छोड़ेगा।

दुश्मन के हमले में कई अज़ीम कमांडर और साइंसदान शहीद हो गए हैं। उनके जा-नशीन और साथी इनशाअल्लाह फ़ौरन अपनी ज़िम्मेदारियाँ संभाल लेंगे।

ज़ायोनिस्ट रेजीम ने इस जुर्म के ज़रिए अपने लिए एक दर्दनाक और तल्ख़ अंजाम को दावत दी है, और यक़ीनन इसका मज़ा चख़ेगी।

सय्यद अली ख़ामेनेई

 13 जून 2025