इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह की बरसी पर घाना की राजधानी इकरा में एक प्रोग्राम आयोजित हुआ जिसमें आयतुल्लाह रज़ा रमज़ानी ने शिरकत की।

इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई की लिखित व मौखिक रचनाओं के संरक्षण व प्रकाशन विभाग के प्रतिनिधित्व में अहले-बैत वर्ल्ड असेंबली के महासचिव आयतुल्लाह रमज़ानी ने रविवार के दिन "इतिहास की सही दिशा में" मेडल घाना में फ़िलिस्तीनी कॉज़ के दो कार्यकर्ताओं कोसी पर्त जूनियर और डाक्टर जमाल नासिर आदाम को दिया। फ़िलिस्तीनी कॉज़ के इन दो कार्यकर्ताओं को मेडल देने के प्रोग्राम में आयतुल्लाह रमज़ानी के साथ घाना में ईरान के राजदूत अली क़ुमशी और फ़िलिस्तीनी सफ़ीर अबुल फ़त्ताह अस्सतरी भी मौजूद थे। प्रोग्राम में मुख़्तलिफ़ मतों और क़ौमों के लोग और इसी तरह मीडिया से जुड़े लोग भी शरीक हुए।

याद रहे कि कोसी पर्त जूनियर घाना के अख़बार में कालम लिखते हैं और फ़िलिस्तीन के मज़लूम अवाम के सपोर्ट में आगे आगे रहे हैं। उन्होंने "इतिहास की सही दिशा में" मेडल हासिल करने के बाद कहा कि हमारे आज के इस प्रोग्राम को एक घोषणापत्र समझा जाना चाहिए जो ऊंची आवाज़ से कह रहा है कि क्या हो रहा है यह अहम नहीं है, अहम यह है कि फ़िलिस्तीन आज़ाद होगा।

डाक्टर जमाल नासिर आदाम दूसरे शख़्स थे जिन्हें "इतिहास की सही दिशा में" मेडल दिया गया। वह घाना के मशहूर बुद्धिजीवी और मीडिया की अहम हस्ती हैं। वह बरसों से अफ़्रीक़ा महाद्वीप में फ़िलिस्तीनी कॉज़ के सपोर्ट में खुलकर बोलने के लिए पहचाने जाते हैं। उन्होंने इस मौक़े पर अपने ख़िताब में फ़िलिस्तीन की आज़ादी के लिए ईरान के इस्लामी इंक़ेलाब की मिसाल दी और कहा कि ईरान के इस्लामी इंक़ेलाब की सफलता से पूरी तरह यह हक़ीक़त साबित होती है कि साम्राज्यवाद की हार मुमकिन है। यह चीज़ फ़िलिस्तीन की आज़ादी के संघर्ष को बहुत उम्मीद देती है और बताती है कि तमाम बड़ी मुश्किलों और बहुत ज़्यादा क़ुर्बानियों के बावजूद जब तक प्रतिरोध में संघर्ष पर यक़ीन और अल्लाह पर यक़ीन मौजूद है, निश्चित फ़तह मज़लूमों की ही होगी। उन्होंने कहा कि मैं यह मेडल फ़िलिस्तीन के अवाम और ख़ास तौर पर ग़ज़ा और इस क़ौम के शहीदों को समर्पित करता हूं।

क़ाबिले ज़िक्र है कि "इतिहास की सही दिशा में" मेडल का टाइटल, अमरीकी स्टूडेंट्स के नाम इस्लामी इंक़ेलाब के नेता के ख़त से लिया गया है। 25 मई 2024 को लिखे गए उस ख़त में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने अमरीकी स्टूडेंट्स के जागरुक ज़मीर और फ़िलिस्तीन के सपोर्ट में उनकी बहादुरी की तारीफ़ करते हुए लिखा थाः इस वक़्त आप इतिहास की सही दिशा में खड़े हैं जो अपना पन्ना पलट रहा है।

इससे पहले यह मेडल तेहरान और काराकास में भी प्रतिष्ठित लोगों को दिया गया था।