18/07/2024
बुधवार को तेहारन के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में ग्यारहवीं मोहर्रम की मजलिस हुयी। यह मजलिस इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम की शबे शहादत में हुयी जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई और हुसैनी अज़ादारों ने शिरकत की।  
18/07/2024
बुधवार को तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम की शबे शहादत की मजलिस हुयी जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की। यह मजलिसे अज़ा के सिलसिले की आख़िरी मजलिस थी।
18/07/2024
इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का आंदोलन अकेले ढाल बन सकता है, डट सकता है और दुनिया को इस्लाम की हक़ीक़त, क़ुरआन की हक़ीक़त से परिचित करा सकता है। 18/09/2019
17/07/2024
हम शिम्र पर लानत भेजते हैं ताकि दुनिया में शिम्र बनने और शिम्र जैसा व्यवहार करने की जड़ें काट दें। 09/01/2008
16/07/2024
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में शबे आशूर को मजलिस हुयी जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
16/07/2024
सोमवार की रात को तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में शबे आशूर (9 मोहर्रम) की मजलिस हुयी जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता और अज़ादारों ने शिरकत की।
16/07/2024
इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के कारनामे का मक़सद यह था कि वह हक़ बात और हक़ की राह को लागू करें और उन सभी ताक़तों के मुक़ाबले में डट जाएं, जो इस राह के ख़िलाफ़ आपस में मिल गयी थीं। 24/09/1985
16/07/2024
शहीद मुतह्हरी इंक़ेलाब से बर्सों पहले चीख़ चीख़ के कहते थेः “आज के दौर का शिम्र –उस वक़्त के इस्राईली प्रधानमंत्री का नाम लेते थे- फ़ुलां है।” हक़ीक़त भी यही है। हम शिम्र पर लानत भेजते हें ताकि शिम्र बनने और शिम्र जैसा अमल करने की जड़ इस दुनिया में काट दी जाए।  09/01/2008
17/07/2024
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मंगलवार 10 मोहर्रम की रात को शामे ग़रीबां की मजलिस हुयी जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने शिरकत की।
17/07/2024
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मंगलवार 10 मुहर्रम की रात को शामे ग़रीबां की मजलिस का आयोजन हुआ जिसमें रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
15/07/2024
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में रविवार 8 मोहर्रम की रात को इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की अज़ादारी के सिलसिले की तीसरी मजलिस का आयोजन हुआ, जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की।
15/07/2024
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में रविवार 8 मुहर्रम की रात को इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की मजलिस का आयोजन हुआ जिसमें रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की। 
15/07/2024
हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा की नज़रों में ये सारी मुसीबतें ख़ूबसूरत हैं क्योंकि ये अल्लाह की तरफ़ से हैं, क्योंकि उसके लिए और उसकी राह में हैं। 08/02/2010
14/07/2024
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में शनिवार 7 मुहर्रम की रात को इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की दूसरी मजलिस का आयोजन हुआ जिसमें रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई और अज़ादारों ने शिरकत की। 
14/07/2024
जो क़ौम कमज़ोरी और अपमान को क़ुबूल कर ले और पाक मक़सद की राह में अपने किसी शख़्स की उंगली कटाने के लिए भी तैयार न हो, उसका पतन निश्चित है और अपमान उसका मुक़द्दर है। 30/03/1985
13/07/2024
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में शुक्रवार 6 मोहर्रम की रात को शहीदों के सरदार इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की पहली मजलिस का आयोजन हुआ, जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने शिरकत की।
13/07/2024
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में जुमा 6 मुहर्रम की रात से इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की मजलिसों और अज़ादारी का सिलसिला शुरू हो गया जिसमें रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई भी शरीक हुए। 
13/07/2024
शहीद मुतह्हरी इंक़ेलाब से बर्सों पहले चीख़ चीख़ के कहते थेः “आज के दौर का शिम्र –उस वक़्त के इस्राईली प्रधानमंत्री का नाम लेते थे- फ़ुलां है।” हक़ीक़त भी यही है। हम शिम्र पर लानत भेजते हें ताकि शिम्र बनने और शिम्र जैसा अमल करने की जड़ इस दुनिया में काट दी जाए।  9 जनवरी 2008 
13/07/2024
जहां भी इस्लाम के लिए, अल्लाह की निर्धारित सीमाओं को लागू करने के लिए, इस्लाम को बचाने के लिए कोई काम अंजाम पाता है तो वह हुसैनी अभियान है। 12/10/1984
13/07/2024
शहीद मुतह्हरी इंक़ेलाब से बर्सों पहले चीख़ चीख़ के कहते थेः “आज के दौर का शिम्र –उस वक़्त के इस्राईली प्रधानमंत्री का नाम लेते थे- फ़ुलां है।” हक़ीक़त भी यही है। हम शिम्र पर लानत भेजते हें ताकि शिम्र बनने और शिम्र जैसा अमल करने की जड़ इस दुनिया में काट दी जाए।  9 जनवरी 2008
12/07/2024
मोमिन को इस बात की इजाज़त नहीं है कि वो काफ़िरों के सामने झुकने का अपमान और काफ़िरों की मर्ज़ी और उनके ओर से दवाब को क़ुबूल करे। 01/09/1983
11/07/2024
इमाम हुसैन का अभियान, सम्मान का अभियान था, यानी हक़ का सम्मान, धर्म का सम्मान, इमामत का सम्मान और उस राह का सम्मान जिसे पैग़म्बरों ने दिखाया था। 29/03/2002
10/07/2024
इस्लाम का बाक़ी रहना, अल्लाह के रास्ते का बाक़ी रहना, अल्लाह के बंदों की ओर से इस राह पर चलते रहने पर निर्भर है, इस राह ने इमाम हुसैन बिन अली अलैहिस्सलाम और हज़रत ज़ैनब के कारनामे से मदद और ऊर्जा हासिल की है।
09/07/2024
चाहे हम मारे जाएं, चाहे फ़तह पाएं, कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता, हम अपना फ़र्ज़ अदा कर रहे हैं। 09/06/1995  
09/07/2024
पूरे इतिहास में जिसने भी हुसैनी तौर तरीक़े को अपने व्यवहार की बुनियाद क़रार दिया, निश्चित तौर पर उसने फ़तह पायी। 14/08/1988
09/07/2024
आज दुनिया को इस तौर तरीक़े और सोच की ज़रूरत है, इमाम हुसैन का यह पैग़ाम, दुनिया की नजात का पैग़ाम है। 18/09/2019
09/08/2023
हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम (उन पर हमारी जानें क़ुर्बान) की नज़रे करम की बरकत से इस साल का मोहर्रम अक़ीदत के जोश से भरा रहा। वह काम जो अल्लाह के लिए किया जाता है, जिसका मक़सद पाक होता है, अल्लाह उसमें मदद करता है।
09/08/2023
फ़्लोटीला 86 के स्टाफ़ के हर सदस्य का दिल की गहराई से शुक्रिया अदा करता हूं जिसने बड़ा मिशन पूरा किया और धरती का चक्कर लगाया। इसी तरह आपके परिवारों का भी शुक्रगुज़ार हूं। जो काम आपने किया वो बड़ा गौरव है। यह कारनामा मुल्क की नौसेना के इतिहास में पहले कभी नहीं अंजाम पाया।  इमाम ख़ामेनेई 6 अगस्त 2023
06/08/2023
मातमी अंजुमनें, मोहब्बते अहलेबैत के मरकज़ कि इर्द-गिर्द जमा हो जाने वाली इकाई का नाम है। अंजुमनों की ‎बुनियाद हमारे इमामों के ज़माने में रखी गई। आयतुल्लाह ख़ामेनेई की रहनुमा रिसर्च
02/08/2023
इमाम हुसैन (अ) के दुश्मनों का लक्ष्य यह था कि इस्लाम और पैग़म्बरे इस्लाम की यादगारों को ‎ज़मीन से मिटा दें। उन्हें हार हुयी क्योंकि ऐसा नहीं हो सका। इमाम हुसैन (अ) का मक़सद यह था ‎कि इस्लाम के दुश्मनों की इस साज़िश को, जिन्होंने हर जगह को अपने रंग में रंग लिया था या ‎रंगना चाहते थे, नाकाम बना दिया जाए।
30/07/2023
बड़ी हस्तियों के सही रास्ते से हटने की शुरुआत हक़ के समर्थक ख़वास की लड़खड़ाहट का दौर पैग़म्बर के इंतेक़ाल के लगभग सात आठ साल बाद ‎शुरू ‎होता है। वही महान सहाबी जिनके नाम मशहूर हैं, तल्हा, ज़ुबैर, साद इब्ने अबी ‎वक़्क़ास वग़ैरा, इस्लामी ‎दुनिया के सबसे ‎बड़े पूंजीपति बन गए। उनमें से एक की मौत के बाद उसके छोड़े हुए सोने को ‎उसके वारिसों में बांटने के ‎लिए पहले उसे एक बड़ी सोने की ईंट में बदला गया और फिर कुल्हाड़ी से ‎तोड़ कर टुकड़ों में बांटा गया। ‎
29/07/2023
तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के अहले हरम की शामे ग़रीबां की मजलिस आयोजित हुयी।
28/07/2023
तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में शबे आशूर की मजलिस आयोजित हुयी जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई शरीक हुए।
28/07/2023
दुश्मन, हुसैन इबने अली के जिस्म को घेरे हुए हैं और उनमें से हर कोई वार कर रहा है। जब हज़रत ज़ैनब क़त्लगाह पहुंचीं और उस पाक जिस्म को करबला की ज़मीन पर गिरा हुआ पाया तो अपने हाथों को इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के जिस्म के नीचे रखा और उनकी आवाज़ बुलंद हुयी ऐ अल्लाह! पैग़म्बरे इस्लाम के परिजनों की इस क़ुरबानी को क़ुबूल कर।
27/07/2023
तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आठ मोहर्रम की रात की मजलिस हुयी जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई और अज़ादार शरीक हुए।
27/07/2023
एक ग्यारह साल का बच्चा था, यह बच्चा जब समझ गया कि उसका चचा जंग के मैदान में ज़मीन पर गिरा हुआ है वह बड़ी तेज़ी से इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के क़रीब पहुंचा। इब्ने ज़्याद के एक वहशी व बेरहम सिपाही ने तलवार खींच रखी थी कि वह इमाम हुसैन के घायल जिस्म पर वार करे, उसने अपने छोटे छोटे हाथों को बेअख़्तियार तलवार के सामने कर दिया लेकिन उस दरिंदे ने इसके बावजूद अपनी तलवार नहीं रोकी और वार कर दिया, बच्चे के हाथ कट गए।
26/07/2023
तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मंगलवार को सातवीं मोहर्रम की रात में मजलिस आयोजित हुयी। मजलिसों का यह सिलसिला सोमवार की रात को शुरू हुआ और आज दूसरी मजलिस आयोजित हुयी जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई शरीक हुए।
26/07/2023
सात मोहर्रम को रात में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में दूसरी शब की मजलिस, आयतुल्लाह ख़ामेनेई शरीक हुए
ताज़ातरीन