हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन हाज अली अकबरी ने मजलिस पढ़ी। उन्होंने तरबियत के आइडियल के तौर पर हज़रत अली अकबर अलैहिस्सलाम की शख़्सियत के मुख़तलिफ़ पहलुओं पर चर्चा की। हज़रत अली अकबर सीरत में पैग़म्बरे इस्लाम से बहुत मिलते जुलते थे।

मजलिस के बाद जनाब सैय्यद मजीद बनी फ़ातेमा ने कर्बला के इस अज़ीम शहीद के सिलसिले में मर्सिया और नौहा पढ़ा।

तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की मजलिसों का सिलसिला 29 जुलाई मुताबिक़ 11 मोहर्रम तक जारी रहेगा।