हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन मसऊद आली ने मजलिस पढ़ी जिसके बाद जनाब महमूद करीमी ने कर्बला में हुसैनी लश्कर के सरदार हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम के मसाएब पर आधारित नौहा और मरसिया पढ़ा। 

तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में जुमे से शुरू होने वाला मजलिसों का सिलसिला 12 मुहर्रम तक जारी रहेगा।